किसानों के आंदोलन का आर्थिक व्यवस्था पर पड़ रहा असर, रोजाना हो रहा इतने करोड़ का नुकसान

केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे किसानों (Farmers) के आंदोलन से देश को हर रोज करोड़ों का नुकसान हो रहा है।

केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे किसानों (Farmers) के आंदोलन से देश को हर रोज करोड़ों का नुकसान हो रहा है। देश की आर्थिक गतिविधियों पर इसका असर दिखाई दे रहा है। इस आंदोलन के चलते हर रोज करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है।

हर रोज हो रहा करीब 3500 करोड़ रुपये का नुकसान!

बता दें कि भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग मंडल एसोचैम ने केंद्र सरकार और किसान संगठनों से अपील की है कि वह जल्द से जल्द किसान (Farmers) आंदोलन को सुलझाएं। संस्था का कहना है कि इस आंदोलन की वजह से पंजाब (Panjab), हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों पर असर पड़ रहा है। उनके मुताबिक, इस आंदोलन के चलते हर रोज करीब 3500 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है।

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खेती पर निर्भर हैं तीनों ही राज्यों के कई उद्योग

एसोचैम के मुताबिक, इन तीनों ही राज्यों के कई उद्योग खेती पर निर्भर हैं। कोरोना महामारी से देश की आर्थिक व्यवस्था को काफी नुकसान हुआ है, जिससे उभरने के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) कोशिश कर रही है, लेकिन किसानों (Farmers) के जारी विरोध-प्रदर्शनों के चलते रोड-हाईवे और ग्रामीण इंफ्रास्ट्रक्चर पर बड़े बजट को खर्च करने की सरकार की प्रतिबद्धता पूरी होने में बाधा आ रही है। कृषि क्षेत्र में सुधारों से अधिक निवेश होगा और उससे रोजगार व समृद्धि बढ़ने से लोगों को ही फायदा होगा।

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किसान सम्मेलन कर किसानों (Farmers) को मनाएंगी बीजेपी

वहीं, बीजेपी यूपी में किसान सम्मेलन कर किसानों (Farmers) को मनाने का निर्णय लिया है। इस दौरान बीजेपी कृषि कानूनों की बारीकियों के बारे में किसानों (Farmers) को बताएंगी। बीजेपी किसान सम्मेलन पूरे प्रदेश में 18 दिसंबर तक चलेगा। इस सम्मेलन में बीजेपी के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित केंद्र सरकार के कई मंत्री शामिल होंगे।

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18 दिसंबर तक चलेगा बीजेपी किसान सम्मेलन (farmers conference)

खबरों के मुताबिक, बीजेपी किसान सम्मेलन में किसानों (Farmers) को कृषि कानूनों से होने वाले फायदों के बारे में जानकारी देने के लिए 15 दिसंबर को प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह गोंडा में रहेंगे। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या बनारस में और जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह मुरादाबाद में किसानों को जानकारी देंगे।

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इन जिलों में भी आयोजित होगा किसान सम्मेलन (farmers conference)

इसके साथ ही केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों (Farmers) के बारे में विस्तार से जानकारी देने और उसकी बारीकियां बताने के लिए मंत्री मुकुट बिहारी अमेठी जिले में और मंत्री नीलकंठ तिवारी प्रतापगढ़ में किसान सम्मेलन करेंगे।

 

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