Farmers Protest: BKU प्रवक्ता का बड़ा बयान, बोले- हम अपनी लड़ाई…
भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) के रोते हुए वीडियो सामने आने के बाद बिखरते किसान आंदोलन (Farmers Protest) में एक बार फिर जान आ गई है।
भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) के रोते हुए वीडियो सामने आने के बाद बिखरते किसान आंदोलन (Farmers Protest) में एक बार फिर जान आ गई है। केंद्र सरकार (Central government) के नए कृषि कानूनों के विरोध में गणतंत्र दिवस (Republic Day) के दिन किसानों की टैक्टर रैली (Tractor rally) के दौरान हुई हिंसा के बाद किसानों के आंदोलन के भविष्य पर सवाल उठने लगे थे, लेकिन भाकियू नेता राकेश टिकैत के आंसुओं ने आंदोलन में नई जान फूंक दी। अब फिर से आंदोलनस्थल पर किसानों की भीड़ जमा होने लगी है।
BKU प्रवक्ता भानू प्रताप सिंह का बड़ा बयान…
इसी बीच भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता भानु प्रताप सिंह का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल किसान (Farmers) आंदोलन में हस्तक्षेप न करें। हम अपनी लड़ाई खुद लड़ लेंगे। जो सरकार सत्ता में रहेगी, हम उसके सामने अपनी मांगे रखेंगे। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (BJP) केवल एक दूसरे पर आरोप लगाते रहते हैं।
भाकियू हरियाणा के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कही बड़ी बात…
वहीं, भाकियू हरियाणा के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने रविवार को मंच से बड़ी बात कही। चढूनी ने कहा कि अगर कोई किसान (Farmers) आंदोलन पर आकर हमला करे तो हमें शांत रहना है, लेकिन बाद में पूरा जवाब देना है और जब गांवों में वोट मांगने आए तो इनकी तसल्ली बैठानी है।
उन्होंने कहा कि हमारे घर में आकर हमला किया जा रहा है और इस तरह से हमारे सब्र का इम्तिहान न लिया जाए। ऐसा वक्त न आए कि हमें अंगुली टेढ़ी करनी पड़े और सरकार के लिए परेशानी हो जाए।
किसानों की तलाश के लिए पांच सदस्यीय कमेटी गठित
गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के बाद से लापता किसानों की तलाश के लिए पांच सदस्यों की कमेटी बनाई गई है, जिससे वह कमेटी किसी भी सूचना के मिलने पर तालमेल बनाकर उस पर आगे की कार्रवाई कर सके।
कुंडली बॉर्डर पर 32 किसान संगठनों की बैठक
किसानों के बारे में कोई भी जानकारी 8198022033 पर देने की अपील की गई है। इसमें लापता व्यक्ति का पूरा नाम, पता, फोन नंबर और घर का कोई अन्य संपर्क और कब से गायब है, इस बारे में जानकारी दी जा सकती है।
किसानों ने कहा कि सरकार इंटरनेट सेवाओं को बंद करा रही है, जिससे साफ हो गया है कि किसानों से सरकार डर गई है। किसानों ने कहा कि सरकार को इंटरनेट सेवाएं तुरंत बहाल करनी चाहिए और किसानों पर हमला कराना बंद करे। उन्होंने कहा कि सरकार नहीं चाहती कि वास्तविक तथ्य किसानों और आम जनता के सामने आए, इसलिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।
आपको बता दें कि रविवार को कुंडली बॉर्डर पर पंजाब की 32 किसान संगठनों की बैठक हुई। इस बैठक में ट्रैक्टर परेड के बाद से लापता 100 से अधिक किसानों की तलाश को लेकर चर्चा की गई। इसके लिए प्रेम सिंह भंगू, राजिंदर सिंह दीप सिंह वाला, अवतार सिंह, किरणजीत सिंह सेखो व बलजीत सिंह की एक कमेटी बनाई गई।
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