Farmers Protest: कुछ ही देर में शुरू होगी सरकार और अन्नदाताओं के बीच अहम बैठक

केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ कड़ाके की ठंड के बावजूद दिल्ली की सीमाओं पर डट किसानों का आज (सोमवार) 40वां दिन है।

केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ कड़ाके की ठंड के बावजूद दिल्ली की सीमाओं पर डट किसानों (Farmers) का आज (सोमवार) 40वां दिन है। कई दौर की बैठक होने के बाद भी कोई नतीजा न निकलने पर सरकार और किसान संगठनों के बीच आज दोपहर वार्ता होनी है। इस बैठक के लिए किसानों ने बस में बैठना शुरू कर दिया है और कुछ ही देर में सिंधु बॉर्डर से किसान बैठक के लिए रवाना होंगे।

आज की बैठक में उम्मीद

बता दें कि 30 दिसंबर को सरकार को किसान संगठनों (Farmers) के बीच बैठक आयोजित हुई थी, जिसमें बिजली बिल और पराली बिल को लेकर सहमति बनी थी। ऐसी आशंका जताई जा रही हैं कि सोमवार की दोपहर दो बजे होने वाली इस बैठक में एमएसपी को लेकर सहमति बन सकती है। वहीं, दूसरी ओर किसान संगठनों ने साफ कह दिया है कि जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती है, तब तक वह डटे रहेंगे।

कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर को आशा…

वहीं, किसानों के साथ होने वाली बैठक से पहले कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा है कि उन्हें आशा है कि आज समस्या का कोई समाधान जरूर निकलेगा। हम बैठक में हर मुद्दे पर चर्चा करेंगे।

ये भी पढ़े-मुस्लिम से हिन्दू बने व्यक्ति को लोगों ने किया ज़िंदा जलाने का प्रयास…

किसान संगठनो की दो मुख्य मांगे…

आपको बता दें कि अब भी किसान संगठनो की दो मुख्य मांगे हैं। पहली मांग है कि सरकार तीनों कृषि कानूनों को रद्द करे और दूसरी मांग है कि फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी MSP पर कानून बनाए, लेकिन सरकार कानूनों को वापस लेने के लिए तैयार नहीं है।

अब तक 60 किसान गवां चुके हैं अपनी जिंदगियां

वहीं, गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सोमवार को कहा कि अब तक 60 किसान अपनी जिंदगियां गंवा चुके हैं। हर 16 घंटे में एक किसान मर रहा है। यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह जवाब दे।

 

देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट 

हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :

कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:

हमारा ऐप डाउनलोड करें :

हमें ईमेल करें : [email protected]

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button