चीन के बाद अब पाकिस्तान के साथ बनी इस मुद्दे पर सहमति, एलओसी पर नहीं होगी…
चीन के साथ सीमा विवाद खत्म होने के साथ ही अब एलओसी पर सीजफायर उल्लंघन को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत के बाद गोलीबारी नहीं करने पर दोनों देश राजी हो गए हैं. बैठक में इस बात पर सहमति बनी है कि, 2003 का युद्धविराम समझौता अब सख्ती से लागू किया जाएगा. दोनों देशों के डीजीएमओ के बीच बीते बुधवार को बातचीत हुई और नए सिरे से सहमति बनी है.
चीन के साथ सीमा विवाद खत्म होने के साथ ही अब एलओसी पर सीजफायर उल्लंघन को लेकर भारत (India) और पाकिस्तान के बीच बातचीत के बाद गोलीबारी नहीं करने पर दोनों देश राजी हो गए हैं. बैठक में इस बात पर सहमति बनी है कि, 2003 का युद्धविराम समझौता अब सख्ती से लागू किया जाएगा. दोनों देशों के डीजीएमओ के बीच बीते बुधवार को बातचीत हुई और नए सिरे से सहमति बनी है.
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भारत (India) पाकिस्तान के बीच बनी इस सहमति के बाद कहा गया है कि, दोनों देश इस समझौते को सख्ती से मानेंगे और सीजफायर का उल्लंघन नहीं करेंगे. बता दें कि, भारत (India) और पाकिस्तान के बीच 2003 से युद्धविराम लागू है. 2003 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के बीच समझौता हुआ था. लेकिन पाकिस्तान लगातार इसका उल्लंघन करता रहा है.
दिल्ली में सेना दिवस समारोह के दौरान आर्मी चीफ जनरल नरवणे ने बताया था कि, एलओसी पर पाकिस्तान की तरफ से लगभग सीजफायर में 44 फीसदी की वृद्धि हुई है. पिछले साल 28 दिसंबर तक पाकिस्तान ने जम्मू कश्मीर में एलओसी पर संघर्ष विराम की 4700 घटनाओं को अंजाम दिया जो पिछले 17 सालों में सबसे अधिक है.
वहीं सेना प्रमुख ने बताया कि, पिछले साल आतंक के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में करीब 200 आतंकवादी मारे गए. वहीं पूर्वोत्तर राज्यों में एक साल के अंदर लगभग 600 उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण किया और भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद किए गए.
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