लालकिले पर झंडा फहराने वाले युवक की हुई पहचान, डर की वजह से परिवार…

लालकिले पर 26 जनवरी को हिंसा के दौरान धार्मिक झंडा फहराने वाले युवक की पहचान हो गई है. युवक तरनतारन का रहने वाला है. युवक का नाम जुगराज है.

दिल्ली (delhi) में लालकिले पर 26 जनवरी को हिंसा के दौरान धार्मिक झंडा फहराने वाले युवक की पहचान हो गई है. युवक तरनतारन का रहने वाला है. युवक का नाम जुगराज है. जुगराज की पहचान उसके ही रिश्तेदारों ने वीडियो जारी करके किया है. युवक की पहचान होने के बाद उसका परिवार घर छोड़कर चला गया है. आरोपी युवक के खालिस्तानी संगठन से संबंध होने के आरोप भी लग रहे हैं.

आपको बता दें कि, गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों की तरफ से दिल्ली (delhi) में निकाली गई ट्रैक्टर परेड में अचानक से हिंसा भड़क गई और उपद्रवियों ने लालकिले पर पहुंचकर वहां पर तिरंगा हटाकर निशान साहब का झंडा फहरा दिया. इसके साथ ही लालकिले में जमकर तोड़फोड़ की गई.

इस घटना के बाद पुलिस लगातार हिंसा करने वालों की सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पहचान करके उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है. वहीं झंडा फहराने वाले शख्स का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी के साथ वायरल हो रहा है. इस वीडियो में जो युवक दिखाई दे रहा है उसका नाम जुगराज बताया जा रहा है जो पंजाब के तरनतारन का रहने वाला बताया जा रहा है.

गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली (delhi) में हिंसा भड़काने वालों पर गृह मंत्रालय की तरफ से सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं. हिंसा भड़काने वालों के खिलाफ पुलिस (Delhi police) लुकआउट नोटिस जारी करना जा रही है. इसके साथ ही पुलिस (Delhi police) ने 20 से ज्यादा किसानों को नोटिस भेज चुकी है. लुकआउट नोटिस जारी होने के बाद पासपोर्ट जब्त कर लिया जाएगा. जिससे उन्हें देश छोड़ने से भी रोका जा सके.

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पुलिस (delhi police) ने 20 से ज्यादा किसान नेताओं को नोटिस भी दिया है, जिसमें योगेंद्र यादव, बलदेव सिंह सिरसा और राजेवाल के नाम शामिल हैं. इन सब नेताओं से तीन दिन में जवाब मांगा है, क्योंकि इन लोगों ने अग्रीमेंट के बाद सारे रूल्स को तोड़ा. नोटिस में इन नेताओं से पूछा गया है कि क्यों न आपके खिलाफ एक्शन लिया जाए.

दिल्ली में 26 जनवरी को किसानों (farmer) की ट्रैक्टर परेड में भड़की हिंसा के बाद किसान संगठन अब आंदोलन से पीछे हटने लगे हैं. बुधवार को दो संगठनों ने अपना धरना खत्म करते हुए खुद को अलग कर लिया. किसान (farmer) नेता युद्धवीर सिंह ने हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस से माफी मांगी है. उन्होंने कहा कि, वो इस हिंसा की वजह से काफी शर्मिंदा हैं. युद्धवीर सिंह ने कहा, गणतंत्र दिवस के दिन जो भी किया गया वो बेहद शर्मनाक है और हम शर्मिंदा हैं. कोई भी आंदोलन तभी सफल होता है जब दोनों ओर से सहयोग किया जाता है. उन्होंने हिंसा में शामिल लोगों को लेकर कहा कि, जो लोग हिंसा भड़काने में शामिल थे उसमें उनका कोई भी सदस्य शामिल नहीं था. जब दंगा भड़का था उस समय वो गाजीपुर बॉर्डर के पास थे.

युद्धवीर सिंह ने कहा हम इश हिंसा की निंदा करते हैं और इसके प्रायश्चित के लिए 30 जनवरी को एक दिन का उपवास भी करेंगे. दिल्ली पुलिस (delhi police) में भी हमारे ही भाई-बंधु हैं, ऐसे में उनके साथ जिस तरह से मारपीट की गई है उसके लिए जवानों से माफी मांगते हैं.

गौरतलब है कि, इससे पहले दो संगठनों ने खुद को किसान (farmer) आंदोलन से अलग करने का ऐलान किया था. संयुक्त किसान मोर्चा के नेता शिवकुमार कक्का ने कहा था कि, किसान आंदोलन में ट्रैक्टर परेड के दौरान कुछ उपद्रवी तत्व घुस आए और उन्होंने हिंसा को भड़काया. किसान संगठनों की चूक की वजह से ऐसा हुआ है.

वहीं आपको बता दें कि, दिल्ली में हुई हिंसा के बाद किसान (farmer) संगठनों ने 30 जनवरी को होने वाले संसद मार्च को रद्द कर दिया है. दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस (delhi police) हिंसा भड़काने वालों की पहचान करके एक्शन लेने में जुटी हुई है. अबतक दो दर्जन से ज्यादा लोगों पर एफआईआर की गई है और सैकड़ों लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.

लालकिले पर निशान साहब का झंडा फहराने वाले अभिनेता दीप सिद्धू पर एफआईआर के बाद नोटिस भेजा गया है. इसके साथ ही किसान संगठन के नेताओं पर भी केस दर्ज किया गया है. जिसमें योगेंद्र यादव, राकेश टिकैत भी शामिल हैं.

 

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