LIVE: कांग्रेस के राज में फोन आने पर बिना दस्तावेज के ही कर्ज दिया जाने लगाः पीएम मोदी

नई दिल्ली। लोकसभा में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा ये अविश्वास प्रस्ताव हमारे लोकतंत्र की महत्वपूर्ण शक्ति का परिचायक है. कुछ माननीय सदस्यों ने प्रस्ताव का समर्थन करते हुए अपनी बात कही है. कुछ सदस्यों ने विरोध करते हुए अपनी बात कही है. मैं आपसे आग्रह करूंगा कि हम सब इस प्रस्ताव को खारिज करें. इस सबके दौरान देश को ये देखने को मिला है कि कैसी नकारत्मक राजनीति ने लोगों को घेर कर रखा है. ये अहंकार ही है जो कहता है कि हम खड़े होंगे तो पीएम 15 मिनट भी खड़े नहीं होंगे. अध्यक्ष महोदया मैं खड़ा भी हूं और पिछले चार साल में जो किया है उसपर अड़ा भी हूं.

अविश्वास प्रस्ताव के बहाने कांग्रेस की कुनबे को जमाने की कोशिश
अगर विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव के लिए तैयार नहीं था तो चर्चा क्यों हो रही है. लोकतंत्र में कुर्सी की जल्दबाजी क्यों. चर्चा शुरू होते ही कुछ लोगों को पीएम पद पर पहुंचने की जल्दी है. ये सरकार का फ्लोर टेस्ट नहीं है. ये कांग्रेस के पीएम कैंडिडेट बनने के लिए किए जाने वाला फ्लोर टेस्ट है. इस प्रस्ताव के बहाने कांग्रेस ने अपने कुनबे को जमाने की कोशिश की है. एक मोदी को हटाने के लिए ऐसे धड़ों को इकट्ठा करने का प्रयास हो रहा है जिसके साथ कभी मिलने का समय नहीं था. मेरा कांग्रेस को सुझाव है अगर आपको अपने साथियों की परीक्षा लेनी है तो लीजिए लेकिन इसके लिए अविश्वास प्रस्ताव का बहाना ना बनाए. जितना सरकार वो सरकार पर करती है उतना विश्वास अपने संभावित साथियों पर तो करें.

पीएम के भाषण के दौरान विपक्ष का हंगामा
पीएम मोदी के भाषण के दौरान विपक्ष ने हंगामा किया और पीएम मोदी को कुछ देर के लिए अपना भाषण रोकना पड़ा. कुछ देऱ तक रुकने के बाद जब पीएम मोदी ने अपना भाषण शुरू किया तो लगातार नारेबाजी होती रही.

बिना तुष्टिकरण के किया विकास
हम यहां इसलिए है कि हमारे पास संख्याबल है. हमारे पास सवा सौ करोड़ देशवासियों का आशीर्वाद है. अपने स्वार्थ सिद्धी के लिए कांग्रेस के लोग देशवासियों के विश्वास के साथ खिलवाड़ ना करें. बिना तुष्टिकरण किए, बिना वोट बैंक की राजनीति किए हम सबका साथ सबका विकास के मंत्र पर काम करते रहे. पिछले चार वर्ष में उस वर्ग और क्षेत्र में काम किया जिसके पास चमक धमक नहीं. 18 हजार गांवों में बिजली पहुंचाने का काम हमारी सरकार ने किया है. पीएम मोदी ने कहा कि बैंकों के राष्ट्रीयकरण से लेकर 2014 तक गरीबों के लिए बैंकों के दरवाजे बंद थे. माताओं बहनों के लिए 8 करोड़ शौचालय बनाने का काम किया है. साढ़े चार करोड़ उज्ज्वला योजना के तहत गैस चूल्हा वितरण किया है.

अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाई
एक अंतर्राष्ट्रीय रिपोर्ट के मुताबिक बीते दो वर्षों में पांच करोड़ देशवासी गरीबी से बाहर आए है. आने वाले दिनों में आयुष्मान भारत योजना के तहत पांच लाख रुपये तक की बीमारी में मदद करने का विश्वास हमारी सरकार ने दिया है. लेकिन विपक्ष को इसका भी विश्वास नहीं है. हम 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने की बात कह रहे है. इस पर विपक्ष का विश्वास नहीं है. 80 करोड़ रुपये से ज्यादा की 99 सिंचाई योजनाओं को पूरा करने का काम चल रहा है. लेकिन इसपर भी इनका यानि विपक्ष का विश्वास नहीं है. हमने 15 करोड़ किसानों को मृदा हैल्थ कार्ड पहुंचाया है. हमने 13 करोड़ नौजवानों को नौकरी देने का काम किया है. इतने काम करने के बावजूद भी विपक्ष को हमारी बातों पर भरोसा नहीं है. पीएम मोदी ने कहा कि किसानों से जितना लिया गया उससे तीन गुना हमने उन्हें लौटाया है.

कांग्रेस को खुद पर विश्वास नहीं है 
पीएम मोदी ने कहा कि हमने कालेधन के खिलाफ लड़ाई छेड़ी है. मैं जानता हूं कि कैसे कैसे लोगों को इससे परेशानी हो रही है. वो घाव अभी तक इन लोगों के भरे नहीं है. 2.5 लाख से ज्यादा शैल कंपनियों को हमने ताले लगा दिए है. दो लाख कंपनियां आज भी नजर में है कभी भी उनपर ताले लगने वाले है. इन कंपनियों को कौन पाल रहा था? बेनामी संपत्ति का कानून 20 साल तक पारित नहीं किया गया था, किसको बचाना चाहते थे? अब तक करोड़ों की बेनामी संपत्ति जब्त कर दी गई है. दुनिया को विश्वास है, देश को विश्वास है, लेकिन जो खुद पर विश्वास नहीं कर सकते वो किसी पर कैसे विश्वास करेंगे.

हमारे ग्रंथों में कहा गया है कि चातक पक्षी के मुंह में बारिश की बूंद सीधी नहीं गिरती तो इसमें बादल का क्या दोष? दरअसल कांग्रेस को खुद पर अविश्वास है. ये अविश्वास से घिरे हुए है. उनकी पूरी कार्यशैली और सांस्कृतिक जीवन घिरी हुई है. उन्हें रिजर्व बैंक पर विश्वास नहीं. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर भी विश्वास नहीं. चुनाव आयोग पर विश्वास नहीं, ईवीएम विश्वास नहीं क्यों? क्योंकि उनको अपने पर विश्वास नहीं है. जब कुछ मुट्ठीभर लोग अपना ही विशेषाधिकार मानकर बैठते थे. वो जनाधिकार में बदलने लगा तो उनको परेशानी होने लगा. जब भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई हुई उनकी परेशानी बढ़ गई.

राहुल गांधी की भक्ति पर कसा तंज
जब उनको भी कोर्ट में पेश होना पड़ा तो चिंता होने लगी. आजकल शिव भक्ति की बातें हो रही हैं. मैं भगवान शिव से प्रार्थना करता हूं कि आपको इतनी शक्ति दें कि 2024 में आप फिर से अविश्वास प्रस्ताव ले आएं. मेरी आपको शुभकामनाएं है.

डोकलाम पर कुछ बोलने से पहले जानकारी ले लेंः पीएम 
यहां पर डोकलाम की चर्चा की. मैं मानता हूं कि जिस विषय की जानकारी नहीं हो तो कभी कभी उस पर बोलने से बात उल्टी पड़ जाती है. ऐसे विषयों पर बोलने से बचना चाहिए. राहुल गांधी की चीन के राजदूत से मुलाकात को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि हर जगह पर बचकानी हरकत करते रहेंगे क्या?

राफेल डील का भी दिया जवाब 
राफेल डील पीएम मोदी ने कहा कि मैं कल्पना नहीं कर सकता हूं कि क्या सत्य को बदला जा सकता है. ये कितना दुखद है कि सदन में लगाए गए आरोप पर दोनों देश को बयान जारी करना पड़ा. क्या ऐसी बचकानी हरकत हम करते रहेंगे? बिना किसी सबूत के हम कैसे आरोप लगा सकते है? हर बार जनता ने आपको जवाब दिया है. अब सुधरने का मौका है सुधरने की कोशिश करें. ये समझौता दो देशों के बीच हुआ है. ये कोई व्यापारी पार्टियों के बीच नहीं हुआ है. पूरी पारदर्शिता के साथ ये समझौता हुआ है. मेरी प्रार्थना है कि संवेदनशील मुद्दों पर बचकाने बयानों से बचा जाए. हमने देखा है कि ऐसी प्रवत्ति बन चुकी है कि देश के सेना अध्यक्ष के लिए किसी प्रकार की भाषा का प्रयोग किया जा रहा है.

सर्जिकल स्ट्राइक को जुमाला स्ट्राइक कहना शर्मनाक
जो देश की भलाई के लिए काम करते है उनके पराक्रम पर सवाल उठाते हो. सर्जिकल स्ट्राइक को जुमला स्ट्राइक कहते हो? आपके गाली देनी है तो आप मुझे दीजिए लेकिन देश के लिए जान न्योछावर करने वाले जवानों की हिम्मत पर सवाल उठाएंगे तो जनता माफ नहीं करेगी. कांग्रेस ने अविश्वास प्रस्ताव की संवैधानिक व्यवस्था का दुरुपयोग किया है. ये कांग्रेस की स्थिर जनादेश को अस्थिर करने की कोशिश है.

कांग्रेस खुद तो डूबेगी अपने सहयोगियों को भी ले डूबेगी
1999 में भी दावा किया गया कि हमारे पास बहुमत है. चरण सिंह, चंद्रशेखर, देवगौड़ा और गुजराल की सरकार को भी वादा किया गया. कांग्रेस के लोग देश को भ्रमित करके अपनी राजनीति करती है. बार बार डॉ अंबेडकर की भाषा और उनके पहनावे का मजाक उड़ाने वाले आज बाबा साहब का गीत गा रहे है. कांग्रेस देश को हिंसा की आग में झोंकने का काम कर रही है. 356 का बार बार दुरुपयोग करने वाले हमें लोकतंत्र का पाठ पढ़ा रहे है. कांग्रेस पार्टी जमीन कट चुकी है. कांग्रेस पार्टी डूब चुकी है. लेकिन उनके साथ जाने वाले भी डूबेंगे. हम तो डूबे हैं सनम तुम्हें भी लेकर डूबेंगे.

कांग्रेस द्वारा किए गए विभाजन पर विवाद का इतिहास 
पीएम मोदी ने कहा कि आपने भारत पाकिस्तान का विभाजन किया वो आज भी मुसीबत झेल रहे है. आपने आंध्र प्रदेश का विभाजन किया आज भी विवाद है. वाजपेयी जी ने तीन राज्य विभाजित किए लेकिन कोई विवाद नहीं हुआ. कांग्रेस ने राजनीतिक लाभ के लिए राज्यों का बंटवारा किया. आज भी आंध्र और तेलंगाना के बीच संसाधनों को लेकर विवाद है. देश में कांग्रेस की विभाजन की राजनीति का दंश 1947 से देश को पता है. वो नुकसान आज तक देश झेल रहा है. कांग्रेस को आंध्र और तेलंगाना दोनों ही राज्यों की जनता ने खारिज कर दिया.

आंध्र की मांग की भी दिया जवाब 
पीएम मोदी ने कहा कि एनडीए सरकार आंध्र प्रदेश के लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं का सम्मान करती है. लेकिन सरकार 14वें वित्त आयोग की सिफारिशों से बंधी हुई है. हमने आंध्र को इतनी वित्तीय सहायता देने की कोशिश की है जितनी स्पेशल स्टेट्स वाले राज्य को मिलती है. आंध्र प्रदेश के सीएम ने खुद इसे स्वीकारा था. लेकिन टीडीपी ने अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए यू टर्न किया. मैंने उस वक्त चंद्रबाबू जी को फोन किया था और कहा था कि आप वाईएसआर के जाल में फंस रहे हो. मैंने कहा था कि आप वहां की स्पर्धा में किसी हालत में बच नहीं पाओगे. मैं देख रहा हूं कि झगड़ा उनका वहां का है लेकिन उपयोग सदन का किया जा रहा है. आंध्र प्रदेश की जनता भी इसे देख रही है. हम कोई भी विशेष पैकेज देते हैं तो उसका प्रभाव दूसरे क्षेत्रों पर भी पड़ता है. इसी सदन में वीरप्पा मोइली ने कहा था कि आप कैसे किसी एक राज्य को विशेष दर्जा दे सकते है. लेकिन मैं आंध्र की जनता को विश्वास दिलाना चाहता हूं. चाहे राजधानी का काम हो या जनता के कल्याण का काम हो हम पीछे नहीं रहेंगे. हम विकास में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.

काम करने पर विश्वास नहीं करती कांग्रेस
हमारा काम करने का तरीका समस्याओं को सुलझाने का है. वन रैंक वन पेंशन, जीएसटी जैसे विषयों को किसने लटकाया था? लोग सदन को भ्रमित कर रहे हैं कि जीएसटी को गुजरात के तत्तकालीन सीएम ने रोका था. मैं आपको बताना चाहता हूं कि बीजेपी के सिवाए अन्य दलों के सीएम भी जीएसटी के मामले पर मुझसे कहते थे कि मोदी जी आप हमारी बात उठाइये. जब मैं पीएम बना तो मैंने उन समस्याओं को दूर किया और जीएसटी को लाया. आपका तरीका काम को लटकाने का रहा है. बेनामी संपत्ति कानून किसने लटका के रखा था? किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य देने के लिए किसने रोका था?

राहुल गांधी की आंखों में आंखे डाल कर बात करने का दिया जवाब
आपकी आंख में आंख डालने की हिम्मत हमारी नहीं है. हम तो गरीब मां के बेट है, पिछड़ी जाति से आते हैं. इतिहास गवाह है कि आपकी आंख में आंख डालने वालों के साथ आपने क्या किया. चरण सिंह, मोरारजी देसाई, सरदार पटेल, सुभाष चंद्र बोस, प्रणब मुखर्जी ने भी कोशिश लेकिन क्या किया गया. शरद पवार जी ने आंख में आंख डालने की कोशिश की थी उनके साथ आपने क्या किया था. ये सबके सामने है. एक परिवार का इतिहास इस देश में सब जानते है. हम तो कामदार है भला हम नामदार की आंखों में आंख कैसे डाल सकते है.

राहुल गांधी की आंखों की हरकत पर कसा तंज
आंखों की बात करने वालों की आंखों का खेल तो पूरी दुनिया ने आज टीवी पर देख लिया है. कैसे आंखे खोली जा रही है कैसे बंद की जा रही है. अरे जरा इतना तो ध्यान रखो की पेट्रोल को जीएसटी के बाहर रखने का निर्णय आपकी सरकार ने किया था. आज यहां ये भी बात कही गई कि आप चौकीदार नहीं भागीदार मैं गर्व के साथ कहता हूं हम भागीदार हैं, चौकीदार हैं, लेकिन सौदागर नहीं है. हम भागीदार है मजदूरों के भागीदारी हम ठेकेदार नहीं है हम सौदागार है. हम चौकीदार भी है हम भागीदार भी है हमें गर्व है इस बात का.

एनपीए के जंजाल को कांग्रेस ने लैंडमाइन की तरह बिछाया
आजादी के 60 साल में हमारे देश के बैंकों ने लोन के रूप में जो राशि दी थी वो 18 लाख करोड़ थी. लेकिन 2008 से 2014 के बीच ये राशि 18 लाख से 52 लाख करोड़ हो गई. ये छ साल में साठ साल में जो हुआ था उसको डबल कर दिया. ये कैसे हुआ, कांग्रेस के लोग ऐसे बुद्दिमान है कि इंटरनेट बैंकिग से पहले टेलीफोन बैंकिग शुरू हुआ और 18 लाख से 52 लाख करोड़ का खजाना अपने चहेते लोगों को लुटा दिया गया. टेलीफोन आया लोन दे दो, देने का समय आया तो दूसरा लोन दे दो, जो गया वो गया और देश की बैंक एनपीए के जंजाल में फंस गई. ये एनपीए का जंजाल एक लैंडमाइन की तरह बिछाया गया. हमने एनपीए की सही स्थिति के लिए मैकेनिज्म बनाया है. एनपीए बढ़ने का कारण रहा है कि यूपीए सरकार ने कुछ ऐसे निर्णय लिए जिसके कारण कैपिटल गुड्स के उत्पादन में इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ा.

आपको बता दें कि ससंद के मॉनसून सत्र में केंद्र सरकार के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर राहुल गांधी ने अपना पक्ष रखा. राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत मोदी सरकार के जुमलों और झूठे वादों से की. राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सैनिकों के साथ विश्वासघात किया है. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सदन में मौजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसलिए उनसे निगाहें नहीं मिला पा रहे हैं, क्योंकि वह ईमानदारी से देश की चौकीदारी नहीं कर पा रहे हैं. खास बात ये है कि जिस वक्त राहुल गांधी प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी की सरकार पर निशाना साध रहे थे, उस वक्त प्रधानमंत्री मोदी मुस्कुरा रहे थे.

राहुल ने अमित शाह और रक्षा मंत्री पर भी किया था वार
राहुल गांधी ने कहा कि देश में लोग मारे जा रहे हैं, पीटे जा रहे हैं, कुचले जा रहे हैं लेकिन पीएम मोदी मुंह से एक शब्‍द नहीं निकाल रहे हैं. राहुल गांधी ने कहा कि ‘पीएम ने कहा था कि मैं चौकीदार हूं, लेकिन दोस्‍त (अमित शाह) के बेटे की आमदनी बढ़ी तो पीएम मोदी कुछ नहीं बोले’. राफेल सौदे पर भी राहुल ने सरकार पर निशाना साधा. उन्‍होंने कहा कि जब पीएम मोदी गए तो सौदे का बजट बढ़ा दिया गया. जादू से यह दाम 1600 करोड़ रुपये हो गया. राहुल गांधी ने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण पर भी निशाना साधा. उन्‍होंने रक्षा मंत्री पर राफेल सौदे के सही दाम न बताने का आरोप लगाया. इस पर स्‍पीकर सुमित्रा महाजन ने कहा ‘राहुल ने बार-बार रक्षा मंत्री का नाम लिया है, इसलिए उन्‍हें जवाब देने का मौका दिया जाएगा’.

राहुल के भाषण के दौरान मुस्कुराए मोदी
राहुल के आरोपों के दौरान कई ऐसे दौर आए जब प्रधानमंत्री अपनी सीट पर बैठकर मुस्कुराते हुए नजर आए. इतना ही नहीं जब राहुल गांधी ने कहा कि वह देश के चौकीदार नहीं बल्कि हिस्सेदार हैं, उस बात पर प्रधानमंत्री जोर से हंस दिए.

'PM नरेंद्र मोदी अब चौकीदार नहीं भागीदार हैं'- राहुल गांधी के 10 तीखे हमले

मोदी सरकार पर राहुल गांधी ने लगाए आरोप
केंद्र सरकार की विदेश नीति पर सवाल उठाते हुए राहुल ने कहा कि पीएम मोदी ने चीन के राष्ट्रपति के साथ गुजरात में नदी किनारे झूला झूला था. उस समय चीन के सैनिक भारतीय सीमा के अंदर थे. उसके बाद चीन के राष्ट्रपति वापस जाकर अपने सैनिकों को डोकलाम भेजते हैं. कुछ दिन बाद पीएम मोदी चीन जाते हैं, और बिना एजेंडा के चीन के सामने कहते हैं, बिना एजेंडा बात होगी. डोकलाम पर बात नहीं होगी.

PM मोदी, राहुल गांधी के सवालों के जवाब देंगे या फिर हंसी में उड़ा देंगे

भाषण के बाद विपक्ष ने किया हंगामा
राहुल गांधी द्वारा भाषण में पीएम मोदी और रक्षा मंत्री पर लगाए गए आरोपों के चलते बीजेपी सांसदों ने सदन में जमकर हंगामा किया और उनके आरोपों पर विरोध जताया. सदन में भारी हंगामे के चलते लोकसभा अध्‍यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही को दोपहर 1.45 बजे तक स्‍थगित कर दिया.

 

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