NCSC ने दिल्ली और उत्तर प्रदेश पुलिस को वी. के. सिंह के खिलाफ FIR दर्ज करने का निर्देश दिया
नई दिल्ली। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (NCSC) ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के DGP और दिल्ली पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी कर फरीदाबाद में दलितों को जलाए जाने के कथित मामले पर कुत्ते वाले बयान के लिए केंद्रीय मंत्री वी. के. सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया। इस टिप्पणी की कड़ी आलोचना हो रही है और सिंह को बर्खास्त करने की मांग उठी है।
सिंह की टिप्पणियों पर स्वत: संज्ञान लेते हुए NCSC ने उत्तर प्रदेश पुलिस से केंद्रीय मंत्री के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के उसके निर्देश के आधार पर 10 दिन में कार्रवाई रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा।
आम आदमी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल द्वारा सिंह की विवादित टिप्पणियों के लिए उनके खिलाफ आयोग में याचिका देने के बाद, आयोग ने दिल्ली पुलिस आयुक्त बी. एस. बस्सी को नोटिस भेजकर सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए कहा।
आयोग के उपाध्यक्ष राजकुमार वेरका ने कहा, ‘AAP प्रतिनिधिमंडल भी हमारे पास आवेदन लेकर आया और उन्होंने कहा कि यह दलितों के खिलाफ अत्याचार का मामला है। इसलिए हमने दिल्ली पुलिस आयुक्त से अनुसूचित जाति अत्याचार रोकथाम कानून के तहत मामला दर्ज करने के लिए कहा है। सिंह के खिलाफ प्राथमिकी निश्चित रुप से दर्ज की जाएगी।’
गौरतलब है कि फरीदाबाद में दलितों को जलाने की घटना में दो बच्चों की मौत पर, सिंह ने कल यह टिप्पणी करके विवाद खड़ा कर दिया था कि यदि कोई व्यक्ति किसी कुत्ते को पत्थर मारता है तो उसके लिए केंद्र को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। विपक्षी दलों ने असंवेदनशील टिप्पणियों के लिए सिंह की निंदा की और उन्हें तत्काल हटाने की मांग की।
BJP ने उनका बचाव करते हुए कहा कि मामले को बढ़ा चढ़ाकर पेश नहीं करना चाहिए। पुनिया ने कहा कि हरियाणा दलितों के अत्याचार के लिए हमेशा से ‘खूंखार’ रहा है और राज्य में इस तरह के मामलों में 200 प्रतिशत से भी अधिक की बढ़ोत्तरी हुई है।
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