PAK की नापाक करतूत, गणतंत्र दिवस पर भी तोड़ा सीजफायर

रजौरी। आतंकवाद का पनाहगाह पाकिस्तान अपनी नापाक करतूत से बाज नहीं आ रहा है. वह गणतंत्र दिवस पर भी सरहद पर भीषण गोलाबारी कर रहा है. शुक्रवार को पाकिस्तान की ओर से जम्मू के नौशेरा के रजौरी में सीजफायर का उल्लंघन किया गया. फिलहाल पाकिस्तान की ओर से नौशेरा पर एलओसी पर गोलीबारी जारी है. सीमा पर घुसपैठ कराने में नाकाम रहने से पाकिस्तान बौखलाया हुआ और सीमा पर गोलीबारी कर रहा है.

पिछले कुछ दिनों में भारतीय सुरक्षा बलों ने कई पाकिस्तानी घुसपैठियों को ढेर किया है. ये भारत में आतंकी वारदात को अंजाम देने के लिए घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे. वहीं, पाकिस्तान की हरकतों की वजह से गणतंत्र दिवस के अवसर पर बॉर्डर सिक्युरिटी फोर्स (BSF) ने पाकिस्तानी रेंजर्स को मिठाई तक नहीं खिलाई. अभी तक सीमा पर हर गणतंत्र दिवस पर बीएसएफ के जवान पाकिस्तानी रेंजर्स को मिठाई खिलाते रहे हैं.

बताया जा रहा है कि सीमा पर पाकिस्तान द्वारा की जा रही गोलीबारी और तनाव के चलते बीएसएफ ने यह फैसला लिया. हालांकि बीएसएफ ने सीमा पर बांग्लादेश के बॉर्डर गार्ड्स के जवानों को मिठाई खिलाकर गणतंत्र दिवस का जश्न मनाया. बीएसएफ के जवानों ने पश्चिम बंगाल से सटी फुलबारी पोस्ट पर बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड्स के जवानों को मिठाई खिलाई.

इससे पहले गुरुवार को सीमा पर तनाव को कम करने के लिए पाकिस्तान रेंजर्स और बॉर्डर सिक्युरिटी फोर्स (BSF) के बीच फ्लैग मीटिंग हुई थी. यह फ्लैग मीटिंग पाकिस्तान की अपील पर सुचेतगढ़ इलाके में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हुई थी, जिसमें BSF और पाकिस्तानी रेंजर्स के सेक्टर कमांडर स्तर के अधिकारी शामिल हुए थे. हालांकि पाकिस्तान पर इस फ्लैग मीटिंग का कोई असर नहीं हुआ और उसने 24 घंटे के अंदर ही गणतंत्र दिवस के असवर पर अपना रंग दिखा दिया.

एक आंकड़े के मुताबिक इस बार जनवरी महीने में पाकिस्तान ने पिछले 15 साल की तुलना में सबसे ज्यादा बार सीजफायर का उल्लंघन किया. इस साल 21 जनवरी तक पाकिस्तान 134 से भी ज्यादा बार सीजफायर तोड़ चुका है. इससे पहले पाकिस्तान ने साल 2017 में कुल 860 बार, 2016 में 271 और 2015 में कुल 387 बार सीजफायर का उल्लंघन किया.

 

देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट 

हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :

कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:

हमारा ऐप डाउनलोड करें :

हमें ईमेल करें : [email protected]

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button