प्रयागराज: पुलिस के हाथ लगी बड़ी कामयाबी, नकली सैनिटाइजर बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़

संगम नगरी प्रयागराज के सदर तहसील के कटहुला गौसपुर में आबकारी विभाग ने नकली सैनिटाइजर फैक्ट्री का भंडाफोड़ ( Fake sanitizer factory) किया है। शुक्रवार की आधी रात में छापेमारी के दौरान मौके से भारी मात्रा में नकली सेनेटाइजर, हैण्डवास, केमिकल के साथ खाली बोतले रैपर और मशीनों को बरामद किया है।

संगम नगरी प्रयागराज के सदर तहसील के कटहुला गौसपुर में आबकारी विभाग ने नकली सैनिटाइजर फैक्ट्री का भंडाफोड़ ( Fake sanitizer factory) किया है। शुक्रवार की आधी रात में छापेमारी के दौरान मौके से भारी मात्रा में नकली सेनेटाइजर, हैण्डवास, केमिकल के साथ खाली बोतले रैपर और मशीनों को बरामद किया है। नकली फैक्ट्री के अंदर से चार लोगों को पकड़ा भी गया है।

नकली सेनेटाईजर बनाने का खेल कोरोना के समय से शुरू किया गया था

जिनसे आबकारी के अलावा दूसरी टीमें पूछताछ में जुटी है। बताया जाता है की पेंट बनाने के आड़ में प्रयागराज और कौशाम्बी बॉर्डर के कटहुला गौसपुर में नकली सेनेटाईजर बनाने का खेल कोरोना के समय से शुरू किया गया था।

जहां शुक्रवार की देर रात सदर तहसीलदार और आबकारी विभाग की टीम के छापेमारी के दौरान भारी मात्रा मे निर्मित और अर्ध निर्मित सेनेटाइजर सहित अन्य प्रोडक्ट बरामद हुए हैं। अधिकारियों के मुताबिक़ शुरुआती पड़ताल में सैनिटाइजर बनाने या फिर दूसरे व्यवसाय से जुड़े कोई वैध दस्तावेज यहां पर मौजूद लोग नही दिखा पाए हैं।

अब तक करोड़ों के माल की बेचने की भी बात सामने आई है

मौके से चार लोगों को हिरासत में लिया गया है। जो यहां पर रात के समय नकली प्रोडक्ट को तैयार करने में लगे थे। जबकि नकली सैनिटाइजर फैक्ट्री के संचालक समेत अन्य की तलाश की जा रही है। मौके से बरामद नकली सैनिटाइजर और अन्य सामग्री की बात करें तो बाजार में इसकी कीमत एक करोड़ से अधिक बताई जा रही है। वही कोरोना काल से लेकर अब तक करोड़ों के माल की बेचने की भी बात सामने आई है।

नायाब तहसीलदार सदर अजय गुप्ता ने बताया की शुरुआती जांच में बरामद सेनेटाइजर समेत अन्य प्रोडक्ट नकली हैं। जांच में पाया गया है की कोविड के नियमों की अनदेखी करते हुए ये प्रोडक्ट यहां तैयार किए जा रहे थे।

सरकारी राजस्व को भी करोड़ो का नुकसान पहुंचाया जा रहा था

जांच कराई जा रही है। जांच के बाद ही यह अस्पष्ट हो सकेगा की यहां कैसे बगैर किसी वैध लाइसेंस के कोविड से संबंधित सेनेटाइजर, हैण्ड्वास सहित अन्य प्रोडक्ट तैयार किए जा रहे थे। उन्होनें बताया की इस नकली फैक्ट्री के जरिए नियमों की अनदेखी करके सरकारी राजस्व को भी करोड़ो का नुकसान पहुंचाया जा रहा था। बताया जा रहा है की जिस जगह पर यह नकली सेनेटाईजर फैक्ट्री चल रही थी पहले यहां पर महारानी पार्कर के नाम से पेंट बनाने का काम किया जा रहा था।

लेकिन कोविड काल शुरू हुआ तो यहां पर नकली सैनिटाइजर समेत कोविड काल से जुड़े तमाम प्रोडक्ट तैयार किए जा रहे थे। जिसे बाजार में बेहद कम दामों में बेचकर लोगों की जिंदगी की सुरक्षा और स्वाथ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था। एक फैक्ट्री के के अंदर से मशीनें भी बरामद की गई है।

 

देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट 

हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :

कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:

हमारा ऐप डाउनलोड करें :

हमें ईमेल करें : [email protected]

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button