उन्नावकांड- मृतक लड़कियों के परिजनों में मुआवजे की राशि को लेकर ठनी, मां और दादा आमने-सामने

मृतक लड़कियों के परिवार में सहायता राशि झगड़े का कारण बन रही है। सहायता राशि को लेकर आपस में ही गाली गलौज और लड़ाई झगड़े पर उतारु हैं। परिवार के लोग सरकार से अलग-अलग सहायता राशि देने की मांग कर रहे हैं।

उन्नाव (Unnao) में तीन दलित लड़कियां संदिग्ध अवस्था में खेत में पाई गई थी।जिसमें से दो लड़कियों की मौत हो गई थी। मृत लड़कियों के परिवार को सहायता राशि दिया गया था।

अब मृतक लड़कियों के परिवार में सहायता राशि झगड़े का कारण बन रही है। सहायता राशि को लेकर आपस में ही गाली गलौज और लड़ाई झगड़े पर उतारु हैं। परिवार के लोग सरकार से अलग-अलग सहायता राशि देने की मांग कर रहे हैं।

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पति को नशे की आदत है

वहीं दूसरी तरफ मृतक लड़की मां ने सहायता राशि उनके खाते में दिए जाने की मांग की है। इसके लिए मृतका की मां ने डीएम को पत्र तक लिख डाला है। जिसमें मृतका की मां ने बताया है कि पति को नशे की आदत है। वह दिनभर शराब में डूबा रहता है। नशे में धूत रहने के कारण उसके पति का मानसकि संतुलन ठीक नहीं रहता। जब से उसके पति को सहायता राशि दी गई है वह अलग रहने लगा है। उनके चार बेटों के अलावा उनकी एक बेटी और बहू भी हैं। जिनकी जिम्मेदारी उनके ऊपर है इसलिए सहायता राशि उसके अकाउंट में भेजा जाए।

सरकार दी थी पांच पांच लाख रुपए की धनराशि

सहायता राशि के तौर पर दी गई थी पांच लाख की धनराशि उन्नाव मामले में जिन दो लड़कियों की मौत हो गई थी। सरकार की तरफ से उनके परिवारों को पांच पांच लाख रुपए सहायता राशि के तौर पर दिए गए थे।

बाबा ने मांगी सहायता राशि का आधी रकम

वहीं मृतका के बाबा का कहना है कि मृतक के बाबा का कहना हैं कि वे परिवार की देख रेख करते हैं। उन्होंने ही मृतक लड़की की परवरिश की थी। लड़की अपने बाबा के पास ही रहती थी। वे ही उस लड़की की परवरिश कर रहे थे। जबकि लड़की की मौत के बाद सहायता राशि उसके पिता को दे दिया गया। मृतका के बाबा ने कहा कि क्योंकि मृतक लड़की की परवरिश वो कर रहे थे इसलिए धनराशि की आधा हिस्सा उनके खाते में भेजा जाए।

 

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