Vijay Mallya extradition: कभी भी हो सकता है माल्या का प्रत्यर्पण, भारत लाने की कानूनी कार्रवाई हुई पूरी

नई दिल्ली। भगोड़े शराब कारोबारी और बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस के संस्थापक विजय माल्या का अगले कुछ दिनों में कभी भी भारत प्रत्यर्पण किया जा सकता है। सरकार के वरिष्ठ सूत्रों ने बुधवार को बताया कि माल्या के प्रत्यर्पण से संबंधित सभी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के एक वरिष्ठ सूत्र ने बताया, ‘आनेवाले दिनों में हम किसी भी समय माल्या को ब्रिटेन से वापस भारत ले आएंगे।’

हालांकि यह प्रत्यर्पण किस दिन होगा उन्होंने यह बताने से इन्कार कर दिया। ईडी के सूत्र के अनुसार ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट में माल्या की याचिका खारिज हो चुकी है। भारतीय जांच एजेंसी ने उसके प्रत्यर्पण के लिए सारी कानूनी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं। सीबीआइ और ईडी की टीमें उसके प्रत्यर्पण पर काम कर रही हैं। इस मामले से जुड़े सीबीआइ के सूत्र ने बताया कि प्रत्यर्पण के बाद हम सबसे पहले उसे कस्टडी में लेंगे क्योंकि उसके खिलाफ हमने सबसे पहले केस दर्ज किया था।

दिन में मुंबई पहुंचा तो कोर्ट में पेशी, रात में सीबीआइ दफ्तर

हालांकि माल्या के खिलाफ मुंबई में दर्ज मामले के चलते उसे विमान से मुंबई लाया जा सकता है। अगर माल्या ने एयरपोर्ट पर रात में लैंड किया तो उसके मेडिकल चेकअप के बाद उसे सीबीआइ कार्यालय में कुछ वक्त बिताना होगा और अगर उसे दिन में मुंबई लाया जाता है तो उसे सीधे स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा। वहीं पर सीबीआइ उसे अपनी हिरासत में दिए जाने की अपील करेगी।

सूत्रों का कहना है कि इसके बाद में ईडी भी उसकी हिरासत मांगेगी। ध्यान रहे कि अगस्त 2018 में माल्या के प्रत्यर्पण की सुनवाई के दौरान ब्रिटेन की अदालत ने भारतीय जांच एजेंसियों से पूछा था कि वह प्रत्यर्पण के बाद माल्या को किस जेल में रखेंगे उसका ब्योरा दें। जांच एजेंसियों ने मुंबई की आर्थर रोड जेल का वीडियो साझा किया था। माल्या को इसी जेल में रखे जाने की उम्मीद है।

चार साल बाद लाया जाएगा भारत

पूर्व सांसद और देश की सबसे बड़ी शराब कंपनी युनाइटेड ब्रुअरीज के मालिक माल्या ने किंगफिशर एयरलाइंस शुरू की थी जो बाद में बंद हो गई। उस पर भारत के कई बैंकों से 9000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी और मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया गया, लेकिन वो व्यक्तिगत कारण बताकर मई 2016 में भारत से भाग गया था। तब से वह ब्रिटेन में ही रह रहा है।

माल्या ने कम से कम 17 भारतीय बैंकों को धोखा देकर कर्ज लिया और अवैध रूप से लोन का पूरा पैसा या एक हिस्सा विदेश में करीब 40 कंपनियों के खातों में ट्रांसफर कर दिया। विगत अप्रैल में ब्रिटेन के हाई कोर्ट ने अपने एक फैसले में कहा था कि विजय माल्या को भारत प्रत्यíपत किया जा सकता है। इसके बाद 14 मई को कोर्ट ने माल्या को सुप्रीम कोर्ट जाने का मौका देने से इन्कार कर दिया था।

 

देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट 

हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :

कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:

हमारा ऐप डाउनलोड करें :

हमें ईमेल करें : [email protected]

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button