अखिलेश यादव SP-BSP के समझौते पर बोले, मुलायम सिंह यादव भी ऐसा कर चुके हैं

लखनऊ। गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव और राज्यसभा चुनाव को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच हुए समझौते पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है. मायावती के बाद अखिलेश यादव ने साफ तौर से कहा है कि यह समझौता मौजूदा हालात को देखते हुए किया गया है, फिलहाल इसे 2019 तक के लिए नहीं माना जाए.

एक निजी टीवी चैनल पर इंटरव्यू में जब अखिलेश यादव से पूछा गया कि कुछ दिन पहले तक आप और मायावती एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे थे, अब एक साथ हो गए हैं. क्या आपके इस फैसले मुलायम सिंह यादव नाराज नहीं होंगे? इसके जवाब में अखिलेश यादव ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि खुद मुलायम सिंह यादव और मायावती एक साथ मिलकर सरकार चला चुके हैं. बदले राजनीतिक हालात में एक बार फिर से ऐसा फैसला लिया गया है. हम मुलायम सिंह यादव के बताए रास्ते पर चल रहे हैं.

अखिलेश यादव ने कहा कि मैं मान लेता हूं कि सपा और बसपा के दौर में उत्तर प्रदेश में क्राइम का ग्राफ ऊपर था, भ्रष्टाचार चरम पर था, लेकिन मैं पूछता हूं कि मौजूदा सरकार क्या कर रही है. इन्हीं की सरकार के मंत्री कहते हैं कि पिछली सरकार में 500 रुपए रिश्वत ली जाती थी, अब 5000 रुपए  ली जाती है. भदोही के विधायक दिन भर धरने पर बैठे कि बहुत भ्रष्टाचार हो रहा है. एक पुलिस कप्तान के पैसे मांगने का वीडियो वायरल हो रहा है.

पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि सीएम योगी कहते हैं कि मेरी सरकार में हर सप्ताह दो दंगे होते थे. मैं पूछता चाहता हूं कि पिछले एक साल में सहारनपुर, नोएडा, गाजियाबाद में क्या हुआ. क्या अखिलेश की सरकार में कभी कोई नेता आईपीएस की कुर्सी पर बैठता दिखा क्या? क्या कभी सपा सरकार में उपद्रवियों के डर से पुलिस अफसर को गौशाला में छुपना पड़ा, जिनकी सरकार में ये सारे काम हो रहे हैं, वे हमारी गलतियां ढूंढने में लगे हैं.

पिछले एक साल में कोई एक काम बता दें सीएम योगी
अखिलेश यादव ने कहा कि योगी सरकार के एक साल पूरे हो चुके हैं. हमारी सरकार ने एक्सप्रेसवे बनाया, लखनऊ और नोएडा में मेट्रो दिया, गाजियाबाद में देश का सबसे लंबा एलिवेटेड सड़क बनवाया. 22 से घंटे तक बिजली दी, लेकिन इनके नाम पर एक भी काम नहीं है, ये लोग केवल पिछली सरकार में हुए कामों को शिलान्यास करने में जुटे हैं.

‘अयोध्या में राम मंदिर का फैसला हम नहीं, सुप्रीम कोर्ट करेगा’
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बनेगा की नहीं, ये फैसला करना हमारा काम नहीं है. यह मामला सुप्रीम कोर्ट में है. बीजेपी वाले सुप्रीम कोर्ट का फैसला मानने को तैयार नहीं हैं. बीजेपी को छोड़कर सारे मुस्लिम संगठन और समाज के सभी लोग सुप्रीम कोर्ट का फैसला मानने को तैयार हैं.

 

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