अमेठीवासियो को दिखाये ‘मुंगेरी लाल के हसीन सपने’,15 साल में अमेठी को सिंगापुर बना दूंगा

लखनऊ/अमेठी। अमेठी राजनीति का वह गढ़ है जहां से नेहरू-गांधी परिवार, मासूम वोटरों की बदौलत जीतता चला आ रहा है। वर्ष 2014 तक अमेठी बद से बदत्तर होता चला गया। जिस अमेठी को इतने लंबे शासन काल मे कांग्रेस जिले के तुल्य नही बना पाई इस बार इस बार वहां के निवासियों को मुंगेरी लाल के हसीन सपनो को दिखा रही है। अपनी लोक सभा सीट को अगले 15 वर्षो तक सुरक्षित रखने के उद्देश्य से राहुल गांधी वहां की भोली भाली जनता को अमेठी को सिंगापुर और कैलिफोर्निया बनाने की बात कह कर आ गये। अमेठी राजघरानो को छोड़ दे तो आजतक उंसके विकास की कांग्रेस ने कभी नही सोची थी।

अब मूल प्रश्न यह है कि बहकावे में आकर अमेठी की जनता एक बार फिर राहुल गांधी को लोक साभा तक पहुंचा भी देती है तो अकेले राहुल गांधी क्या करेंगे। झूठ और फरेबों में फंसी कांग्रेस को पहले अपने मे सुधार लाना होगा। अपने प्रवक्ताओं की जुबान पर लगाम लगाना होगा जो विभिन्न चैनलों पर बैठकर अपनी गलतियों को स्वीकारने के बजाये दुसरो पर आरोप लगाने के ही काम करते है।

अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी के दौरे पर पहुंचे राहुल गांधी ने विकास को लेकर दावा किया है कि आने वाले 10 से 15 सालों में कैलिफॉर्निया और सिंगापुर की तरह अमेठी का नाम लिया जाएगा। राहुल गांधी ने गौरीगंज के मझगवां में एक जनसमूह को संबोधित करते हुए ये बात कही।

राहुल ने कहा, आप देख लेना आज से 10-15 साल बाद जब कैलिफोर्निया का नाम लिया जाता है, सिंगापुर का नाम लिया जाता है तो अमेठी का नाम लिया जाएगा। आप देख लेना चाहे ये हमें कितना भी  रोकने की कोशिश करें, चाहे ये फूड पार्क छीन लें, ट्रिपल आईटी छीन लें, हिंदुस्‍तान पेपर मील छीन लें, कोई फर्क नहीं पड़ता। अमेठी दुनिया का मश्‍हूर एजुकेशन हब बनेगा।

यहां भी राहुल प्रधान मंत्री पर आरोप लगाने से नही चूके, राहुल ने आगे कहा, प्रधानमंत्री भाषण देते हैं लेकिन जो सबसे जरूरी काम है वो नहीं करते। आज का युवा रोजगार चाहता है, पिछले साल एक लाख से कम युवाओं को रोजगार मिला है।

राहुल ने कहा, आप जहां भी देखो हिंसा बढ़ती जा रही है। ब‍च्‍चों को मारा जा रहा है। जो मार रहे हैं उनकी रक्षा की जा रही है। प्रधानमंत्री एक शब्‍द नहीं कह रहे हैं। देश सुनना चाहता है कि पीएम इन घटनाओं पर क्‍या सोचते हैं।

अपने स्वभाव के अनुसार राहुल गांधी एक बार फिर हास्यास्पद बात बोल गए। राहुल ने कहा कि हमें संसद में बोलने नहीं दिया जाता है, अगर मैं 15 मिनट संसद में भाषण दूं तो प्रधानमंत्री हमारे सामने खड़े नहीं हो पाएंगे। उनकी इस बात को लेकर देश मे सोशल मीडिया पर उनका जो मज़ाक बनाया जा रहा है,  वह केवल उन्ही की वजह से है। राहुल यह भी बोले ‘प्रधानमंत्री ने अच्छे दिनों का वादा किया था, लेकिन देश एक बार फिर कतारों में खड़ा है। क्या इन्हीं अच्छे दिनों की बात की जा रही थी। आज की स्थिति को देखते हुए राहुल गांधी का यह तर्क सही था जिसपर सरकार कोई उचित जवाब नही दे पा रही है।

 

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