उन्नाव गैंगरेप: आरोपी बीजेपी विधायक सेंगर बोले- ‘पीड़ित के परिवार का इतिहास आपराधिक’

लखनऊ। उन्नाव गैंगरेप के आऱोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा है कि नाम आने से कोई इस्तीफा देता है क्या. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर को तलब किया था. बता दें कि इस मामले में रेप पीड़िता के पिता की जेल में मौत के बाद योगी सरकार ने  छह पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया है. वहीं, आऱोपी विधायक के चार समर्थकों की भी गिरफ्तारी हुई है. योगी ने कहा है कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. अब तक इस मामले में कोई केस भी दर्ज नहीं हुआ है.

वहीं विधायक कुलदीप सेंगर ने कहा है, ”मेरे ऊपर लगे सभी आरोप गलत  हैं. आरोपों की जांच होनी चाहिए. लड़की ने जो आरोप लगाए वो बेबुनियाद हैं. मेरे ऊपर आपसी रंजिश के चलते आरोप लगाए जा रहे हैं. लड़की के चाचा गलत बयान दिलवा रहे हैं और परिवार का अपराधिक इतिहास रहा है.” उन्होंने आगे कहा, ”प्रधानी के चुनाव से ये लोग हमसे रंजिश मानते हैं. लड़की के पिता की पिटाई उसके चाचा ने की है.”

मैं जांच के लिए पूरी तरह से तैयार- आरोपी विधायक

कुलदीप सेंगर ने आगे बताया, ”पहले जब एफआईआर लिखवाई गई थी तो मेरे भाई का नाम शामिल नहीं था. लड़की अपने बयान पलटती रहती है. उन्नाव प्रशासन से मैंने सोशल मीडिया पर मेरे खिलाफ गलत जानकारी फैलाए जाने की भी शिकायत दर्ज कराई थी.” उन्होंने आगे कहा, ”अपराधिक छवि के लोगों ने हमारे खिलाफ मुझे लखनऊ लाकर षडयंत्र रच रहे हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है इस मामले की निष्पक्ष जांच होगी. मैं जांच के लिए पूरी तरह से तैयार हूं.”

क्या कर रही है योगी सरकार?

ये मामला यूपी के उन्नाव का है. जहां की एक लड़की ने बांगरमऊ से बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाया है. घटना पिछले साल जून की है. न्याय की मांग को लेकर आरोप लगाने वाली लड़की ने कल सीएम योगी के घर के बाहर आत्मदाह की कोशिश की और कल रात लड़की के पिता की जेल में संदिग्ध परिस्थियों में मौत हो गई.

बता दें कि पीड़ित ने विधायक पर जेल में हत्या कराने का आरोप लगाया है. मामले की मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश दिये गये हैं.

कैसे हुई पीड़िता के पिता की मौत?

पुलिस सूत्रों का कहना है कि बीजेपी विधायक सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली लड़की के पिता को रविवार रात को जेल में पेट दर्द के साथ खून की उल्टियां शुरू हुई थीं. उसके बाद उन्हें तुरंत जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया. मगर तड़के लगभग तीन बजे उसकी मौत हो गयी. उसकी उम्र करीब 50 वर्ष थी. लड़की माखी थाना क्षेत्र की रहने वाली है. इस घटना के बाद अब शासन-प्रशासन में हड़कम्प मच गया है.

विपक्ष ने साधा योगी सरकार पर निशाना

महिला सुरक्षा को लेकर विपक्ष ने योगी सरकार पर निशाना साधा है. पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा है, ‘’प्रदेश में कहीं कोचिंग की छात्रा की सरेआम गोली मारकर हत्या हो रही है, तो कहीं बीजेपी विधायक पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला सरकार से निराश होकर मुख्यमंत्री आवास पर आत्मदाह कर रही है. क्या यही है ‘एन्काउंटरवाली’ सरकार का ख़ौफ़ कि अपराधियों की जगह आज नारी आतंकित हो रही है.

योगी सरकार में कितनी सुरक्षित महिलाएं?

    • 24 मई 2017 को ग्रेटर नोएडा के जेवर के पास 4 महिलाओं से कथित गैंगरेप.
    • 11 अगस्त 2017 को बरेली में दो बहनों को जिंदा जलाने की कोशिश.
    • 8 अगस्त 2017 को बलिया में छेड़खानी का विरोध करने पर छात्रा की हत्या.
    • सितंबर 2017 में बीएचयू की छात्राओं ने कैंपस में छेड़खानी का आरोप लगाया.
  • मार्च 2018 में हसनगंज में एक दलित युवती को जिंदा जलाया गया.
 

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