…..तो “आपरेशन ऑलआउट” का विरोध कर रही थीं महबूबा इसलिए टूटी दोस्ती

नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर सरकार से भाजपा के पीछे हटने पर अब तमाम राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी राय देने लगी हैं। महबूबा मुफ्ती ने भी सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है जिसके बाद शाम पांच बजे पार्टी नेताओं की बैठक होनी है। खबर है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला राज्यपाल एनएन वोहरा से मिले हैं। शाम चार बजे नेशनल कॉन्फ्रेंस ने भी अपने नेताओं की बैठक बुलाई है। वहीं इस गठबंधन सरकार के टूटने पर शिवसेना ने कहा है कि पहले ही ये एक अनौपचारिक गठबंधन था। किसी भी तरह इसे राष्ट्रीय स्तर पर पहले से ही मजबूत नहीं माना जा रहा था। वैसे सूत्रों का कहना है कि आपरेशन ऑलआउट के चलते ये गठबंधन टूटा है, बता दें कि पीडीपी सीजफायर खत्म करने के लिए तैयार नही थी। पीडीपी अलगाववादियों से बातचीत की पक्षधर थी, जिससे भाजपा पर बड़ा दबाव था और इससे सरकार में शामिल भाजपा मंत्री बातचीत के विरोध में थे।

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This alliance was anti-national & unnatural. Our party chief had said, this alliance won’t work out. Had they continued with it they would have had to answer in 2019 Lok Sabha election: Sanjay Raut, Shiv Sena on BJP calling off their alliance with PDP in

उधर कांग्रेस की तरफ देख रही पीडीपी को समर्थन मिलने में मुश्किल है। क्योंकि कांग्रेस चाहती है कि सूबे में राज्यपाल शासन हो। ऐसे में पीडीपी के लिए एकलौता चांस भी हाथ से निकलता दिख रहा है। पीडीपी का कहना है कि वो भाजपा के इस फैसले से चकित है क्योंकि इससे पहले उसे कोई ऐसे संकेत नहीं मिले जिससे उसे सरकार पर आने वाले इस संकट का पता चले। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने तो बीजेपी के इस फैसले पर खुशी जाहिर की है।

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We tried our best to run the govt with BJP. This had to happen. This is a surprise for us because we did not have any indication about their decision: Rafi Ahmad Mir, PDP Spokesperson on BJP pulling out of an alliance with PDP in

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Whatever has happened is good. People of J&K will get some relief. They (BJP) ruined Kashmir & have now pulled out, maximum number of civilian & army men died during these 3 years. That question does not arise (on forming alliance with PDP): GN Azad, Congress

पीडीपी नेता नईम अख्तर ने महबूबा के इस्तीफे का ऐलान करते हुए कहा कि उन्हें भी कुछ ज्यादा समझ नहीं आ रहा है। पार्टी बैठक में ही बात होगी कि आगे क्या करना है। बता दें कि सूबे में विधानसभा की कुल 87 सीटें हैं, जिसमें पीडीपी के पास 28 और भाजपा के खाते में 25 सीटें हैं।

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We will talk in detail at 5pm, meanwhile she (Mehbooba Mufti) has submitted her resignation (as J&K CM) to the Governor: Naeem Akhtar, PDP

उधर विपक्ष की तिजोरी खंगालें तो नेशनल कॉन्फ्रेंस के पास 15 और कांग्रेस के पास 12 सीटें हैं। बात करें अन्य की तो उनके पास भी कुल मिलाकर 9 सीटें हैं। ऐसे में भाजपा के पीडीपी से समर्थन वापस लेने से पीडीपी की दूसरी पार्टी से सेटिंग की संभावना बन रही है लेकिन कांग्रेस ने इसमें कोई देरी नहीं की कि वो भी पीडीपी के साथ नहीं आना चाहती है। बीजेपी के बिना पीडीपी, एनसी और कांग्रेस के विधायकों को अगर मिला दें तब भी विधानसभा में बहुमत पूरा हो सकता है। तीनों के पास कुल 55 सीटें हो जाएंगी, जो बहुमत से काफी अधिक है।

 

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