दोबारा ‘जन्नत’ जीतने में BJP की मदद करेंगे PDP के बागी नेता! अमरनाथ यात्रा के बाद होगा ऐलान

भारतीय जनता पार्टी (BJP) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की ‘दोस्ती’ टूटने के बाद जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू है. इस बीच सूत्रों के हवाले से खबर है कि बीजेपी राज्य में वापसी के लिए अमरनाथ यात्रा के बाद कोई बड़ा ऐलान कर सकती है. दरअसल, सूत्रों की मानें, तो पार्टी नेतृत्व से नाराज चल रहे पीडीपी के कई नेता बगावत कर बीजेपी ज्वॉइन करने को तैयार हैं. फिलहाल अमरनाथ यात्रा के पूरे होने का इंतजार किया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर विधानसभा में कुल 89 सीटें हैं. ऐसे में कोई भी पार्टी या गठबंधन को सरकार बनाने के लिए 44 सीटों की जरूरत है. बीजेपी के पास 25 सीटें हैं. वहीं, पीडीपी के पास 28, कांग्रेस के पास 12 और नेशनल कॉन्फ्रेंस के पास 15 सीटें हैं. सूत्रों के मुताबिक, पीडीपी के कई नेता बीजेपी में आना चाहते हैं. इसके लिए अंदर ही अंदर गुणा-भाग का खेल भी चल रहा है.

बीजेपी-पीडीपी सरकार में मंत्री रह चुके बीजेपी के एक सीनियर नेता का कहना है, “कोई भी यह नहीं चाहता कि दोबारा से चुनाव हो, तीन साल तक सरकार में रहने के बाद कोई सत्ता से बाहर भी नहीं रहना चाहता. इसलिए हम पूरी कोशिश कर रहे हैं. अगर अमरनाथ यात्रा तक सबकुछ ठीक रहा, तो पार्टी अगस्त-सितंबर तक कोई बड़ा ऐलान करेगी.”
पीडीपी के साथ तीन साल का गठबंधन खत्म होने के बाद से ही बीजेपी के फिर से सरकार बनाने की अफवाहें आ रही थीं. इन अफवाहों को तब बल मिला, जब जम्मू-कश्मीर के बीजेपी प्रभारी और 2014 में ऐतिहासिक गठबंधन के ‘मुख्य सूत्रधार’ राम माधव को पीपुल्स कॉन्फ्रेंस पार्टी के संस्थापक सज्जाद लोन के निवास पर कुछ बीजेपी विधायकों के साथ देखा गया. तब ऐसी चर्चा थी कि सज्जाद लोन के आवास पर ये बैठक बागी नेताओं के साथ साठगांठ पर चर्चा करने के लिए बुलाई गई थी.

पीडीपी से समर्थन वापस लेने के महज 10 दिन बाद ये बैठक हुई थी. जम्मू-कश्मीर के राजनीतिज्ञ होने के नाते सज्जाद लोन का मानना था कि नरेंद्र मोदी एक ऐसे नेता हैं, जो जम्मू-कश्मीर का भाग्य बदल सकते हैं. चुनाव से पहले मोदी को यहां ‘बड़ा भाई’ माना जाता था.

सज्जाद लोन तब से लगातार राम माधव के संपर्क में हैं. उनकी पार्टी पीपुल्स कॉन्फ्रेंस ने चुनाव में 2 सीटें जीती थीं. चुनाव के बाद राम माधव ने बीजेपी नेताओं के साथ सज्जाद लोन की एक तस्वीर भी ट्विटर पर शेयर किया था.
राज्य में राज्यपाल शासन लागू होने के बाद से नेशनल कॉन्फ्रेंस ने राज्यपास एनएन वोहरा से कई बार दरख्वास्त की है कि विधानसभा को भंग किया जाए और दोबार चुनाव हो. हालांकि, राज्यपाल ने अभी तक ऐसे संकेत नहीं दिए हैं.

उधर, ये भी बताया जा रहा है कि 27 जून को श्रीनगर दौरे पर रहे राम माधव ने राज्यपाल से भी मुलाकात की थी. News18 से बात करते हुए बीजेपी के एक नेता ने बताया, “हां, हमने सरकार बनाने पर चर्चा की है. मैदान खाली है. हर कोई सत्ता हासिल करने की कोशिश कर रहा है. हम भी कर रहे हैं. अमरनाथ यात्रा के बाद आगे कोई फैसला लिया जाएगा.”

सूत्रों का यह भी कहना है कि पीडीपी के कुछ नेता बीजेपी को सरकार बनाने के लिए समर्थन देने के लिए तैयार हैं. सूत्रों का दावा है कि जनवरी 2016 में जब मुफ्ती मोहम्मद सईद की मौत हुई और महबूबा मुफ्ती ने पार्टी की कमान संभाली, तब पीडीपी के दो सीनियर नेताओं ने बीजेपी के सामने साफ किया था कि वो पार्टी से ‘ब्रेकअप’ करना चाहते हैं. हालांकि, तब बीजेपी ने इसपर कोई खास प्रतिक्रिया देना जरूरी नहीं समझा.
मौजूदा हालात में पीडीपी के कई नेता पार्टी से नाखुश हैं और सत्ता में दोबारा वापसी के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर में दोबारा वापसी करने के लिए बीजेपी इस मौके को जरूर भुनाना चाहेगी.
 

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