पितातुल्य थे अटल जी, उनका चले जाना मेरी व्यक्तिगत क्षति: योगी आदित्यनाथ

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर गुरुवार को गहरा दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा,”वे मेरे लिए पितातुल्य थे, उनका यूं चले जाना मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति की तरह है.”

उन्होंने कहा कि भारत की राजनीति में मूल्यों और आदर्शो को प्राथमिकता देने वाले, स्वतंत्र भारत के ढांचागत विकास के दूरदृष्टा, भारतीय राजनीति के शलाका पुरुष पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी का निधन भारत की राजनीति के महायुग का अवसान है.

अपने शोक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के लिए राष्ट्रहित सर्वोपरि था. राष्ट्र के प्रति वाजपेयी की सेवाओं के दृष्टिगत उन्हें देश का सर्वोच्च सम्मान ‘भारतरत्न’ प्रदान किया गया था.

मुख्यमंत्री ने कहा कि वे लोकप्रिय और सर्वमान्य नेता थे, जिनका सभी सम्मान करते थे. भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में अटल जैसा विराट व्यक्तित्व मिलना कठिन है. उनका 6 दशक का निष्कलंक राजनैतिक जीवन हमेशा याद किया जाएगा. अटल ने राजनीति को मूल्यों और सिद्धांतों से जोड़कर देश में सुशासन की आधारशिला रखी थी.

योगी ने कहा कि एक ओजस्वी वक्ता और प्रखर सांसद के रूप में अटल की विशिष्ट पहचान थी. भारतीय संसद की गौरवशाली परंपराओं को समृद्ध करने के लिए अटल को सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार भी प्रदान किया गया था.

 

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