पॉलिटिकल स्टॉक एक्सचेंज: तेलंगाना में KCR ऊपर, आंध्र में राहुल गांधी को बढ़त

नई दिल्ली। तेलंगाना में जल्दी चुनाव की तैयारियों के बीच कार्यवाहक मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव लोकप्रियता के मामले में अपने प्रतिद्वंद्वियों से कहीं आगे हैं. ये निष्कर्ष इंडिया टुडे पॉलिटिकल स्टॉक एक्सचेंज (PSE) के दूसरे संस्करण से निकल कर आया है.

राव ने तेलंगाना विधानसभा को पांच साल का कार्यकाल पूरा होने से 8 महीने पहले ही भंग करने का फैसला किया. इस वजह से तेलंगाना में जल्दी चुनाव कराए जाने हैं. KCR के नाम से बुलाए जाने वाले राव ने 6 सितंबर को विधानसभा भंग करने की सिफारिश की थी.

राजनीतिक नब्ज़ पर नज़र रखने वाले देश के पहले साप्ताहिक कार्यक्रम PSE के दूसरे संस्करण के मुताबिक KCR मुख्यमंत्री के लिए लोगों की पहली पसंद बने हुए हैं. चुनावी सर्वेक्षण में हिस्सा लेने वाले 43 फीसदी प्रतिभागियों ने KCR को वोट दिया. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उत्तम कुमार रेड्डी को मुख्यमंत्री 18 फीसदी वोटर ही देखना चाहते हैं. तेलंगाना बीजेपी नेता जी किशन रेड्डी को 15 फीसदी प्रतिभागियों ने मुख्यमंत्री के लिए अपनी पसंद बताया. ऐसे में लोकप्रियता के मामले में KCR और उनके प्रतिद्विंद्वियों के बीच बड़ा फासला नजर आया.

तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) के प्रमुख KCR ने तेलंगाना को आंध्र प्रदेश से अलग राज्य बनाने के आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाई थी. तेलंगाना देश के 29वें राज्य के तौर पर 2014 में अस्तित्व में आया और KCR राज्य के पहले मुख्यमंत्री बने.

PSE के निष्कर्षों के मुताबिक सर्वेक्षण में हिस्सा लेने वाले 48 फीसदी प्रतिभागी KCR सरकार के कामकाज से संतुष्ट दिखे. वहीं 26 प्रतिशत ने KCR सरकार के कामकाज पर नाखुशी जताई और 16 फीसदी ने इसे औसत बताया.

इंडिया टुडे-एक्सिस-माई-इंडिया सर्वे राज्य के हर संसदीय क्षेत्र में लिए गए टेलीफोन साक्षात्कारों पर आधारित है.

तेलंगाना के लिए सर्वे में कुल 7,110 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया.

PSE के मुताबिक जब तेलंगाना के अहम मुद्दों के बारे में प्रतिभागियों से पूछा गया तो उन्होंने सबसे बड़े मुद्दे के तौर पर ‘साफ-सफाई’ का नाम लिया गया. इसके बाद बेरोजगारी, किसानों की समस्याएं और महंगाई को अन्य अहम मुद्दों के तौर पर प्रतिभागियों ने गिनाया.

सर्वे में जब देश के अगले प्रधानमंत्री के लिए पसंद के बारे में पूछा गया तो  राज्य से 44% प्रतिभागियों ने नरेंद्र मोदी के पक्ष में वोट दिया. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को 39% प्रतिभागियों ने प्रधानमंत्री के तौर पर अपनी पसंद बताया.

इस महीने भंग किए जाने से पहले 119 सदस्यीय तेलंगाना विधानसभा में 81 सदस्य TRS के थे. वहीं सदन में कांग्रेस के 17, AIMIM के 7 और BJP के 5 सदस्य थे.

आन्ध्र प्रदेश

PSE के निष्कर्षों में आंध्र प्रदेश में वाई एस जगनमोहन रेड्डी के लिए अच्छी खबर है. सर्वे के 43 फीसदी प्रतिभागियों ने YSR कांग्रेस के अध्यक्ष जगनमोहन को आंध्र के मुख्यमंत्री के लिए पहली पसंद बताया. वहीं मौजूदा मुख्यमंत्री और TDP  के प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू को 38 फीसदी प्रतिभागियों ने मुख्यमंत्री के तौर पर एक कार्यकाल देने के पक्ष में वोट दिया.

अगर कामकाज के पैमाने पर देखा जाए तो सर्वे में राज्य की मौजूदा TDP सरकार के प्रदर्शन से 36%  प्रतिभागी नाखुश दिखाई दिए. चंद्रबाबू नायडू सरकार के कामकाज को 33 फीसदी प्रतिभागियों ने अच्छा बताया.

जहां तक लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री के लिए पसंद का सवाल है तो सर्वे के मुताबिक आंध्र में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लोकप्रियता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आगे हैं. सर्वे में 44%  प्रतिभागियों ने राहुल गांधी को प्रधानमंत्री के तौर पर पहली पसंद बताया. वहीं मोदी को 38 फीसदी प्रतिभागियों ने ही प्रधानमंत्री के तौर पर एक और कार्यकाल देने के पक्ष में वोट दिया.

PSE सर्वे के मुताबिक आंध्र प्रदेश के लोगों के लिए साफ सफाई सबसे बड़ा मुद्दा, और उसके बाद किसानों की समस्याएं, बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दे हैं. आंध्र प्रदेश के लिए PSE सर्वे में 10,650 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया.

फिलहाल 175 सदस्यीय आंध्र प्रदेश विधानसभा में TDP के पास 103 सीट, YSR कांग्रेस के पास 66 और BJP के पास 4 सीट हैं.

कर्नाटक

कर्नाटक विधानसभा के चुनाव के बाद एचडी कुमारस्वामी सरकार को राज्य की सत्ता संभाले चार महीने हुए हैं. लेकिन इंडिया टुडे-माई-इंडिया PSE सर्वे के तहत साक्षात्कार देने वाले 35 फीसदी प्रतिभागी JDS-कांग्रेस गठबंधन सरकार के कामकाज से असंतुष्ट दिखे.

सर्वे के मुताबिक 28 फीसदी प्रतिभागियों ने कुमारस्वामी सरकार के कामकाज को औसत और 23 फीसदी ने अच्छा बताया.

सर्वे में कर्नाटक से 55% प्रतिभागियों ने प्रधानमंत्री के लिए नरेंद्र मोदी को एक और कार्यकाल देने के पक्ष में वोट दिया. वहीं राज्य से 42% प्रतिभागियों ने राहुल गांधी को प्रधानमंत्री के तौर पर अपनी पसंद बताया.

सर्वे में राज्य के लोगों ने पेयजल और साफ-सफाई को सबसे अहम मुद्दा बताया. इसके अलावा किसानों की समस्याएं और महंगाई को अन्य मुद्दों के तौर पर प्रतिभागियों ने गिनाया.

इस साल मई में हुए कर्नाटक विधानसभा चुनाव में 224 सदस्यीय सदन में बीजेपी को 104 सीट पर कामयाबी मिली थी. कांग्रेस को 80 और JDS को 37 सीट मिली थीं.

 

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