भाजपा मय माहौल के साथ नये प्रत्याशी खोजना भी संपर्क अभियान का लक्ष्य

राजेश श्रीवास्तव

भारतीय जनता पार्टी ने नरेंद्र मोदी सरकार के चार साल पूरे होने के मौके पर ‘संपर्क फॉर समर्थन अभियान’ के मार्फत 5० करोड़ लोगों तक पहुंचने का लक्ष्य बनाया है। भाजपा के चाणक्य अमित शाह ने इस अभियान की लांचिंग के मौके पर कहा कि वह खुद 5० बड़ी हस्तियों के घर मिलने जाएंगे। यह भाजपा की रणनीति ही है कि वह देश में इस तरह का अभियान चलाने वाली देश की पहली राजनीतिक पार्टी बन गयी है। इस अभियान के तहत जहां भाजपा पूरे देश में 2०19 के लिए समर्थन जुटाएगी वहीं अपने कार्यकर्ताओं में ऊर्जा भरने के लिए उसने सबको सक्रिय भी कर दिया है।

भाजपा के 5० लाख कार्यकर्ताओं को 5० करोड़ घरों तक पहुंचने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। लोकसभा चुनावों के मद्देनजर सरकार के कामकाज को जनता तक पहुचाने के लिए खुद पार्टी अध्यक्ष विपक्षियों के साथ-साथ अपनों व रूठों को भी मनाने का काम कर रहे हैं। वह लंबे समय से नाराज चल रही शिवसेना के मुख्यालय भी पहुंचे। पूर्व आर्मी चीफ दलबीर सिह सुहाग और संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्यप से मुलाकात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभिनेत्री माधुरी दीक्षित से मिले। उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संजय दत्त से मिले। जनरल दलबीर सिह सुहाग उस वक्त आर्मी चीफ थे जब भारत ने पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी। हालांकि इस अभियान पर पलीता लगाते हुए शिवसेना ने कहा कि जब भाजपा को इस बात का एहसास हो गया है कि 2०19 में उसकी राह मुश्किल हो गयी है तभी से उसने संपर्क अभियान शुरू किया है।

लेकिन इस अभियान से पार्टी को कोई खास लाभ नहीं मिलने वाला। जबकि शनिवार को शिवसेना ने भाजपा को 2०19 में बहुमत न मिलने पर प्रणब मुखर्जी को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बताकर दूर की कौड़ी ख्ोल दी है। बीजेपी का यह संपर्क अभियान अब तक का सबसे बड़ा अभियान होगा जिसमें नेता घर-घर जाकर दस्तक देंगे। इमसें बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह खुद पचास घरों तक पहुंचेंगे। उनके अलावा 4००० चुनिदा कार्यकताã (मंत्री, मुख्यमंत्री, सांसद, विधायक, जिला पंचायत सदस्य समेत प्रमुख नेता) एक लाख प्रमुख लोगों से संपर्क करेंगे। यह सभी अलग-अलग क्षेत्रों के ख्याति प्राप्त 25-25 लोगों सें मिलेंगे। मोदी सरकार की चाल साल की उपलब्धियां और योजनाएं के बारे में पुस्तिकाओं, पेन ड्राइव के जरिए बताएंगे। हर कार्यकताã को कम से कम 25 लोगों से संपर्क करने को कहा गया है।

संपर्क फॉर समर्थन के तहत बीजेपी कार्यकताã इन सभी लोगों को पार्टी से जोड़ने का आग्रह भी करेंगे। महासंपर्क अभियान के तहत बीजेपी कई प्रमुख लोगों को पार्टी से जोड़ेगी। इनमें से कुछ लोगों को पार्टी 2०19 के लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनावों में टिकट भी दे सकती है। पीएम मोदी और अमित शाह जिस तरह की चुनावी रणनीति बनाते हैं उसमें 35 से 45 प्रतिशत टिकट काटकर नए उम्मीदवारों को टिकट दिए जाते हैं। बीजेपी और अमित शाह चुनावी बिसात बिछाने में माहिर हैं तभी तो जब राहुल गांधी और कांग्रेस कर्नाटक में गठबंधन की सरकार का स्वरूप तैयार करने में लगे हैं तब अमित शाह और पूरी बीजेपी 2०19 लोकसभा और आने वाले विधानसभा चुनावों में पार्टी के बाहर जिताऊ उम्मीदवारों की तलाश में जुट गई है। अब देखना यह होगा कि भाजपा का यह संपर्क अभियान पार्टी को कितना ऊर्जा प्रदान करने में सक्षम साबित होगा।

 

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