मौजूदा लोकसभा का आखिरी मॉनसून सत्र कल से, आज होगी सर्वदलीय बैठक, क्या चल पाएगी संसद?

नई दिल्ली। संसद का मॉनसून सत्र बुधवार से शुरू हो रहा है. इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने आज को सर्वदलीय बैठक बुलाई है, ताकि सदन की कार्रवाई को सही ढंग से चलाया जा सके. संसद का पिछला सत्र पूरी तरह हंगामे की भेंट चढ़ गया था. ऐसे में सत्ता पक्ष और विपक्ष के सभी दलों की इच्छा है कि इस सत्र में सही ढंग से काम हो. लेकिन विपक्ष के तेवर देखकर लगता है कि इस बार भी सदन में हंगामा और तीखी तकरार देखने को मिल सकती है.

सूत्रों के मुताबिक सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री मोदी नहीं शामिल होंगे, लेकिन बैठक के बाद आयोजित भोज में वो शामिल हो सकते हैं. सरकार चाहती है कि ये सत्र सही तरीके से चले, लेकिन साथ ही उसकी कोशिश ये भी होगी कि विपक्ष उसे मुश्किल सवालों और मुद्दों पर घेर न सके. कांग्रेस की कोशिश है कि महिला आरक्षण के मुद्दे पर भाजपा को घेरे, जबकि इस मुद्दे पर विपक्षी दलों में भी एकराय नहीं है. दूसरी ओर भाजपा तीन तलाक के मुद्दे को उठाकर विपक्षी दलों पर दबाव बनाना चाहती है. सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच राज्यसभा के उपाध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर भी तकरार हो सकती है. राज्यसभा के उपाध्यक्ष पीजे कुरियन एक जुलाई को सेवानिवृत्त हो रहे हैं.

इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया था वह 18 जुलाई से आरंभ हो रहे संसद के मॉनसून सत्र में महिला आरक्षण विधेयक को पारित कराएं. उन्होंने कहा, ‘भाजपा और सहयोगी दलों के पास लोकसभा में बहुमत है, ऐसे में इस ऐतिहासिक विधेयक को पारित कराने के लिए आपके सहयोग की जरूरत है. मैं आशा करता हूं कि इसमें अवरोध पैदा नहीं होगा’. गांधी ने कहा कि कांग्रेस इस विधेयक को पारित कराने में सरकार का पूरा सहयोग करेगी’.

सरकार को घेरने के मकसद से विपक्षी दल अपनी बैठक कर चुके हैं. बैठक के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि विपक्ष चाहता है कि संसद सुचारू रूप से चले. पिछली बार भी विपक्ष ने यही चाहा था कि संसद के दोनों सदन चले लेकिन उन्होंने संसद नहीं चलने दी और दोष हम पर मढ़ दिया. बैठक के दौरान विपक्षी दलों ने राज्यसभा के उप सभापति के पद के लिए साझा उम्मीदवार उतारने को लेकर भी चर्चा की. बैठक में सर्वसम्मति से फैसला हुआ कि यह सत्र चलना चाहिए और इसमें बेरोजगारी, किसान, दलित, ओबीसी, अल्पसंख्यकों से जुड़े मुद्दों और पीट-पीटकर हत्या किए जाने (लिचिंग) की घटनाओं पर चर्चा होनी चाहिए.

विपक्षी दलों की बैठक में कांग्रेस की तरफ से गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खड़गे, आनंद शर्मा और ज्योतिरादित्य सिंधिया, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शरद पवार, तृणमूल कांग्रेस के सुखेंदु रॉय, बीएसपी के सतीश चंद मिश्रा, आरजेडी की मीसा भारती, द्रमुक के एलनगोवन, माकपा के मोहम्मद सलीम, भाकपा के डी राजा, जेडीएस के डीके रेड्डी, आरएसपी के एनके प्रेमचंद्रन, केरल कांग्रेस (एम) के जोस के मणि तथा आईयूएमएल के कुन्हाल कुट्टी शामिल हुए.

 

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