योगी की AMU-जामिया में दलितों के लिए आरक्षण की मांग पर विवाद, छात्र संघ अध्यक्ष ने कहा-योगी को कानून पता नहीं

लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कन्नौज जिले में दिए एक बयान ने विवाद खड़ा कर दिया है. वहीं उन्होंने एमएमयू और जामिया का जिक्र करते हुए कहा था कि इन संस्थानों में दलितों को आरक्षण मिलना चाहिए. सीएम योगी की अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) और जामिया मिल्लिया इस्लामिया में दलितों के लिए आरक्षण की मांग ने अब नया राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया है. दरअसल बीजेपी को दलित विरोधी बताने वालों को योगी ने कल जामिया और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में आरक्षण की मांग करने की चुनौती दी थी. कल यूपी की खनन मंत्री अर्चना पांडे के पिता की पुण्यतिथि के कार्यक्रम के लिये योगी कन्नौज गए थे.

कल योगी के कन्नौज में दिए इस बयान के बाद एमएयू छात्र संघ ने कहा है कि योगी को कानून पता नहीं है. एएमयू छात्र संघ के अध्यक्ष मशकूर अहमद उस्मानी ने दलित आरक्षण के मुद्दे पर योगी को घेरते हुए कहा कि सबसे पहले तो योगी जी को दलितों की याद आई इसके लिए वो बधाई के पात्र हैं लेकिन क्या वो उना और यूपी में हुई दलितों की हिंसा भूल गए हैं. योगी जी को याद रखना चाहिए कि एएमयू और जामिया मिल्लिया इस्लामिया ऐसे संस्थान हैं जिन्हें भारतीय कानून ने अपनी नीति बनाने का अधिकार किया है. क्लॉज 1 के आर्टिकल 30 में लिखा है कि कोई भी धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय अपने सांस्कृतिक और शैक्षणिक बेहतरी के लिए संस्थान स्थापित कर सकता है. ये कानून 1920 में बन चुका है और इसी के आधार पर ये संस्थान स्थापित हुए हैं, इसमें कोई भी छुपी हिई बात नहीं है. संविधान के आर्टिकल 29 के तहत भाषाई और अल्पसंख्या के आधार पर कोई भी अल्पसंख्यक संस्थान स्थापित किया जा सकता है.

एएमयू का मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है और इसका फैसला आना अभी बाकी है लिहाजा ये संस्थान संवैधानिक हैं. योगी जी ने जो कहा है वो पूरी तरह असंवैधानिक है. योगी जी को पहले कानून पढ़ना चाहिए क्योंकि उन्हें कानून का कोई ज्ञान नहीं है. आपके पास सचिवालय में कई लोग हैं, इस तरह का कोई बयान देने से पहले योगी जी को उनसे बात कर लेनी चाहिए थी. योगी जी को इस तरह के गैरजिम्मेदाराना और असंवैधानिक बयान के लिए माफी मांगी चाहिए.

कल यूपी के सीएम ने राहुल गांधी को जम कर कोसते हुए ये भी कहा, ‘कांग्रेस का हाथ आतंकवादियों के साथ है और वो लश्कर ए तैयबा की भाषा बोल रही है.’ उन्होंने कहा कि जब भी चुनाव आता है कांग्रेस अध्यक्ष जनेऊ पहन कर मंदिर मंदिर घूमने लगते हैं. उन्होंने कहा मंदिर में श्रद्धा के साथ जाना चाहिए, किसी दिखावे या राजनीति के लिए नहीं.

 

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