रमजान में युद्धविराम पर बोले राम माधव- “आतंकवादियों पर कोई रहम नहीं”

नई दिल्ली। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और जम्मू-कश्मीर बीजेपी प्रभारी राम माधव ने जी मीडिया से कई मुद्दों पर खुलकर बात की. इस दौरान रमजान के पाक महीने में युद्धविराम के मुद्दे पर अपना पक्ष रखते हुए राम माधव ने कहा कि रमजान के महीने में आतंकवादी खुद ही आतंक क्यों नहीं बंद कर देते. राम माधव ने इस दौरान स्पष्ट कहा, “आतंकवादियों पर कोई रहम नहीं. जब तक आतंकवादी आतंक फैलाएंगे. सुरक्षा बल अपना कर्तव्य निभाते रहेंगे.” पढ़िए, उनका विस्तृत साक्षात्कार…

सवाल: राम माधव जी जम्मू-कश्मीर में आपकी और PDP की सरकार है. महबूबा बोलती हैं कि Unilateral 2000 में जैसे वाजपेयी ने सीजफायर किया था वैसा ही हो आतंकवादियों के साथ. न की पाकिस्तान के साथ?
राम माधव: इस तरह का कोई फॉर्मल प्रस्ताव अभी यहां सरकार के पास आया नहीं है. हमारे सिक्योरिटी फोर्सेज वहां की परिस्थिति, आतंकवादियों की गतिविधियों के चलते अपना कर्तव्य का पालन कर रहे हैं. कोई शौक से गोलीबारी नहीं कर रहे हैं. इसलिए अगर रमजान का पवित्र मास को ध्यान रखकर किसी को गतिविधि रोकना है तो आतंकवादियों को है. आतंकवादी अपना गतिविधि रोकें तो सुरक्षा बलों को कार्रवाई करने की जरुरत नहीं पड़ेगी. जब तक आतंक वहा चलता रहेगा, तब तक न तो जनता सुरक्षित है, न देश की सुरक्षा वहां कायम है, और आजकल तो पर्यटकों के ऊपर हमला हो रहा है. ऐसे में सुरक्षा बलों को अपना कर्तव्य, अपना काम करना ही पड़ेगा.

सवाल: जिस 2000 की बात कर रही हैं महबूबा मुफ्ती, आपकी सरकार की मुखिया, उस समय LeT ने स्टेटमेंट जारी किया था, भारतीयों के बारे में अपशब्द बोलते हुए की रमजान का महीना ऐसा है उस समय सबसे जिहाद करने का कुरान में लिखा है. महबूबा वही राग अलाप रही हैं?
राम माधव: घाटी में शांति बरकरार रखना, आगे के लिए भी आतंकवादियों को मजबूती न मिले इसकी भी चिंता करना हमारी सरकार और सुरक्षा बलों की जिम्मेदारी है उस जिम्मेदारी को ध्यान में रखकर ही आगे की रणनीति सोची जाएगी.

सवाल: यानि सरकार या बीजेपी इस तरह के मूड में नहीं है कि आतंकवादियों पर रहम किया जाए जैसा कि महबूबा चाहती हैं?
राम माधव: आतंकवाद या आतंकवादियों पर रहम किया जाए, ऐसा प्रश्न कहां उठता है. जनता की सुरक्षा, देश की सुरक्षा और पर्यटकों की सुरक्षा इन सबके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है और राज्य सरकार भी जिम्मेदार है. कोई ऐसा कदम नहीं उठाया जाएगा जिसके चलते इसमें कोई कंप्रोमाइज होता हो.

सवाल: आज पीएम नेपाल गए हैं. वहां पर सियाराम आप भी बोलते हैं सभी भारत के लोग बोलते हैं. सीया के द्वार चले गए पीएम… राम के द्वार (अयोध्या) कब जाएंगे प्रधानमंत्री?
राम माधव: नेपाल में पीएम की द्विपक्षीय यात्रा है. पिछले विजिट में ही जनकपुर जाना, सीताराम के मंदिर के दर्शन में जाना, ये कार्यकम तय था. उस समय नहीं हो पाया. इस बार कार्यक्रम वहां से तय हुआ. एक विदेशी द्विपक्षीय यात्रा के दौरान ये सारा हो रहा है. बाकी देश में कहां-कहां जाना है, उस समय की भी टाइम टेबल बनेगी.

सवाल: 48 महीने बनाम 48 साल. लग रहा है कि 48 साल पर महीने भारी हैं?
राम माधव: कर्नाटक में कांग्रेस का 5 साल का जो कुशासन है उसको समाप्त करने के लिये हम लगे हैं. हमारे मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की उपलब्धियों के आधार पर जनता को आकर्षित करने के लिये हमने काम किया है कुछ महीनों से. जनता ने हमारी अपील को स्वीकार किया है. अच्छे बहुमत से कर्नाटक में सरकार बनाएंगे.

सवाल: 48 साल पर भारी है, 48 महीने?
राम माधव: बिलकुल, मोदी सरकार ने जो 48 महीने में काम करके दिखाया है किया है वो तो राज्य या केंद्र में कांग्रेस नहीं कर पाई. हमने पूरे देश में करके दिखाया है.

साभार: जी मीडिया

 

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