संघ की टोपी वाली प्रणब मुखर्जी की फर्जी फोटो गढ़ने के पीछे कौन लोग?
नई दिल्ली। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के संघ मुख्यालय, नागपुर में गुरुवार को जाने से एक दिन पहले उनकी बेटी और कांग्रेस नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने उन्हें आगाह किया था. शर्मिष्ठा ने ट्वीट में अपने पिता को संघ मुख्यालय में जाने के प्रभावों को लेकर सचेत किया था. शर्मिष्ठा ने ट्वीट में कहा था, “भाषण को भुला दिया जाएगा, तस्वीरें संभाल के रखी जाएंगी. नागपुर जाने से आप बीजेपी/आरएसएस को को झूठी कहानियां, अफवाहें फैलाने के लिए खुला हाथ दे रहे हैं और इन्हें कुछ विश्वसनीय बनाएंगे!”
शर्मिष्ठा ने जो आशंकाएं जताई थीं, उनके सच में बदलने पर एक दिन की भी देर नहीं लगी. यद्यपि ये कहने के लिए कोई सबूत मौजूद नहीं है कि ऐसा कराने के पीछे बीजेपी या आरएसएस का हाथ है. जिस शाम को प्रणब मुखर्जी ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ नागपुर में मंच साझा कर इतिहास बनाया, उसी रात एक फोटो जंगल की आग की तरह सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी. इस तस्वीर में सिर पर काली टोपी के साथ प्रणब मुखर्जी को ‘ध्वज प्रणाम’ करते दिखाया गया. जल्दी ही ये तस्वीर शर्मिष्ठा तक भी पहुंच गई. शर्मिष्ठा ने फिर ट्वीट करने में देर नहीं लगाई- ‘देखिए पापा, ये है वो जिसके बारे में मैंने आपको आगाह किया था.’
कई कांग्रेस नेताओं ने भी इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर अपने कमेंट के साथ अपलोड करना शुरू कर दिया. उन्होंने साथ में नागपुर संघ मुख्यालय में कार्यक्रम के दौरान प्रणब मुखर्जी की असली तस्वीर भी अपलोड की. असली तस्वीर में जहां प्रणब के सिर पर टोपी नहीं है और उनके हाथ सावधान की मुद्रा में हैं.
ये पता लगाना मुश्किल नहीं कि प्रणब जिस तस्वीर में संघ की टोपी में दिख रहे हैं वो फोटोशॉप से गढ़ी गई. नागपुर के कार्यक्रम को सभी न्यूज चैनल पर लाइव टेलीकास्ट किया गया था. अखबारों ने भी हर एंगल से प्रणब की तस्वीरों के साथ रिपोर्ट प्रकाशित की.
वायरल टेस्ट के लिए हमने ये पड़ताल करने का फैसला किया कि संघ मुख्यालय में प्रणब मुखर्जी की फोटोशॉप्ड तस्वीर का मूल स्रोत क्या था? इस तस्वीर को गढ़ने के पीछे आखिर कौन लोग थे? साइबरस्पेस में गहराई से जाने पर पाया गया कि इंटरनेट पर इस तस्वीर को बड़ी संख्या में शेयर किया गया था. जिन कुछ लोगों ने इसे सबसे पहले शेयर किया था, उन्होंने इसे अपनी टाइमलाइन से डिलीट कर दिया. इसने हमारा शक और गहरा किया. आखिर उन्होंने इसे डिलीट क्यों किया. अगर उन्होंने इसे सबसे पहले अपलोड किया था तो फिर वो इससे अपना किसी तरह का वास्ता छुपाने क्यों लगे? हमने दो लोगों पर फोकस किया और उनकी डिलीट की गई पोस्ट को रिट्रीव करने की कोशिश की. फिर जल्दी ही सारा खेल सामने आ गया.
नागपुर में संघ मुख्यालय में प्रणब मुखर्जी का कार्यक्रम खत्म होने के थोड़ी देर बाद ही वहां की कई तस्वीरों के साथ मीडिया रिपोर्ट्स सामने आईं. ऐसी ही एक तस्वीर को मिहिर झा (@MihirKJha) ने चुना और ट्विटर पर अपने मित्र @Athiest_Krishna को तस्वीर में प्रणब के सिर पर काली टोपी रखने के लिए कहा. दोनों ट्वीटर पर एक दूसरे को फॉलो करते हैं.
ये है जो ट्विटर पर @Athiest_Krishna से कहा गया- “भाई @Athiest_Krishna क्या आप उनके सिर पर एक काली टोपी रख सकते हैं और उनके हाथों की मुद्रा को बदल सकते हैं? कांग्रेस आईटी सेल से एक मित्र ने ऐसा करने के लिए कहा है.”
विजाग में रहने वाला @Athiest_Krishna निश्चित रूप से इस ट्रिक को करने के लिए सही व्यक्ति है. अपने ट्विटर प्रोफाइल पर वो खुद दावा करता है कि मैं मजे के लिए तस्वीरों को फोटोशॉप करता हूं.
लेकिन @Athiest_Krishna की ओर से प्रणब की तस्वीर पर फोटोशॉप की कोशिश की जाती, इससे पहले ही @MihirKJha के एक और ट्विटर मित्र Abhi Jha(@DarrKeAage) ने ये काम कर दिया. अभि भी मिहिर और कृष्णा का मित्र है. तीनों आपस में ट्विटर पर फॉलो करते हैं.
अभि ने मिहिर को प्रणब मुखर्जी की छेड़छाड़ वाली फोटो भेजी जिसकी अब हर जगह चर्चा हो रही है. फिर मिहिर ने इस तस्वीर को ट्विटर पर अपलोड किया और साथ में दावा किया कि कार्यक्रम में मौजूद रहे उसके एक दोस्त ने ये शानदार तस्वीर खींची. अब इस पोस्ट को भी डिलीट कर दिया गया है.
जब इन तीनों लोगों के प्रोफाइल्स की पड़ताल की गई तो और बहुत कुछ दिलचस्प जानने को मिला. मिहिर ने अपने ट्विटर प्रोफाइल पर लिखा हुआ है- “PM@narendramodi की ओर से फॉलो किए जाने पर गर्वित हूं.” हमने उसके दावे की सच्चाई जाननी चाही तो देखा कि वास्तव में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मिहिर को फॉलो कर रहे हैं. उसके दो अन्य दोस्त अभि झा (@DarrKeAage) और कृष्णा (@Atheist_Krishna) भी ट्विटर पर काफी सक्रिय हैं और उन्हें बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय समेत हजारों और भी लोग फॉलो करते हैं.
हम तीनों तक पहुंचने में सफल रहे. कृष्णा का इसमें कोई रोल नहीं था इसलिए निश्चिंत पाया गया. कृष्णा ने मजे के लिए तस्वीरों को फोटोशॉप करने की बात मानी. कृष्णा की ऐसी कुछ फोटोशॉप तस्वीरें पहले वायरल भी हो चुकी हैं. हालांकि कृष्णा ने प्रणब की उपरोक्त तस्वीर से कोई लेना देना नहीं बताया.
अभि और मिहिर दोनों ने तस्वीर को लेकर अपनी भूमिका मानी लेकिन साथ ही कहा कि इसके पीछे कोई दुर्भावना नहीं थी और ये सिर्फ मजे के लिए था, जिससे किसी का नुकसान नहीं हो. फोटो के वायरल होने पर और शर्मिष्ठा मुखर्जी के इस पर कमेंट करने पर दोनों घबरा गए. दोनों ने दावा किया कि उन्होंने किसी पार्टी या संगठन के कहने पर ऐसा नहीं किया. ये सिर्फ कार्टून के जैसे ही मनोरंजन के लिए था. इस बीज आरएसएस ने भी तस्वीर को फर्जी और दुर्भावनापूर्ण बताया है.
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