होम्योपैथ ने तैयार की निपाह वायरस की दवा
केरल में फैले निपाह वायरस से अब तुक 16 मौत हो चुकी हैं। बताया जा रहा है कि 18 नए मरीज भी इस वायरस से पीड़ित मिले हैं। तकरीबन एक महीने से केरल में मौत का आतंक फैलाने वाले निपाह वायरस की कोई ठोस दवा नहीं है। यहां तक की मेडिकल साइंस भी अभी तक इसकी दवा बनाने में सफल नहीं हुई है। लेकिन, इस बीच होमियोपैथ संगठन का दावा है कि उसने यह दवा तैयार कर ली है। दरअसल, भारतीय होमियोपैथिक मेडिकल एसोसिएशन की केरल इकाई का दावा है कि उन्होंने निपाह वायरस के उपचार के लिए दवा तैयार कर ली है।
मरीजों का उपचार करने की मांगी इजाजत
संगठन के ऑफिसर बी। उन्नीकृष्णन ने बोला कि होमियोपैथ में सभी तरह के बुखार के लिए उचित दवा है व उन्हें संक्रमित मरीजों का उपचार करने की अनुमति दी जानी चाहिए।एसोसिएशन ने राज्य सेहत मंत्री के। के। शैलजा से अनुरोध किया है कि उनके पेशेवरों को उन सभी मरीजों की जांच करने की इजाजत दी जाए, जो निपाह वायरस की जांच में पॉजिटिव पाए गए हैं। वहीं, सेहत सचिव राजीव सदानंदन ने इस बात से मना कर दिया कि ऐसी कोई दवा की जानकारी सेहत विभाग को दी गई है।
संगठन का सेहत विभाग से संपर्क नहीं
राजीव सदानंदन के मुताबिक, “होमियोपैथ विभाग सीधे मेरे गुलाम कार्य करता है व अब तक किसी ने मुझसे या विभाग से संपर्क नहीं किया है। हमें इसमें कोई समस्या नहीं है। ” अगर संपर्क किया जाता है तो बात करेंगे। सदानंदन ने बोला कि 18 पॉजिटिव मामलों में से चार संक्रमित थे। हालांकि, उनका सीधे तौर से मरीजों से कभी कोई संपर्क नहीं रहा।
‘सोशल मीडिया पर फैली झूठी खबरें’
सचिव के अनुसार, सेहत अधिकारियों के समयपूर्ण हस्तक्षेप की वजह से इस संक्रमण को फैलने से रोका गया लेकिन एक दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि सोशल मीडिया पर झूठी खबरें प्रसारित की गई। इसे लेकर घबराने की आवश्यकता नहीं है। स्थिति नियंत्रण में हैं। बताते चलें कि अब तक निपाह से 16 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि दो की हालत में सुधार हो रहा है। संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए लगभग 2,000 लोगों को निगरानी में रखा जा रहा है।
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