360 डिग्री टेस्ट पास नहीं कर पाए UP के 7 IAS
लखनऊ। इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र में ऊंचे और प्रमुख पद दिए जाने के लिए आईएएस अधिकारियों की स्क्रीनिंग के लिए 360 डिग्री(संपूर्ण) प्रोफाइलिंग शुरू की। लेकिन यूपी काडर के 10 में से 7 आईएएस अधिकारी इस टेस्ट में खरे नहीं उतरे। 1983 बैच के जिन 10 अधिकारियों का टेस्ट लिया गया, उनमें से महज 2 केंद्र में सचिव स्तरीय पद हासिल करने में कामयाब हुए जबकि एक अन्य को समकक्ष पद के लिए चुना गया। चूंकि, इस बैच के अधिकारियों की रिटायरमेंट में काफी कम समय बचा है, इस टेस्ट को पास न करने पाने का मतलब है कि अब वे केंद्र में कभी सचिव पद हासिल नहीं कर पाएंगे और यूपी में ही उनका करियर खत्म हो जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में इन नियुक्तियों के लिए कैबिनेट कमिटी की बैठक हुई। बैठक में देशभर के 1983 बैच के आईएएस अफसरों की समीक्षा की गई। इस बार मूल्यांकन का क्राइटीरिया 360 डिग्री अप्रेजल रहा।
कार्मिक विभाग के एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ने बताया, ‘इस बार प्रमोशन की इस प्रक्रिया के तहत अधिकारी के प्रदर्शन के अलावा कई जगहों से फीडबैक लिया गया। केंद्र में सचिव या समकक्ष पद पर नियुक्ति से पहले आईएएस अधिकारी कमिटी ने अफसर के ऐनुअल कॉन्फिडेंशल रिपोर्ट(ACR), सीनियर्स, जूनियर्स, सीवीसी, सीबीआई और खुफिया विभाग, सभी से फीडबैक लिया।’
अधिकारी ने आगे बताया, ‘प्रधानमंत्री सिर्फ बढ़िया ACR से संतुष्ट नहीं थे, ज्यादातर वरिष्ठ अपने जूनियर्स को अच्छे नंबर देते हैं ताकि संबंधों में कोई कड़वाहट न रहे। लिहाजा पीएम ने पर्फॉर्मेंस रिव्यू और फीडबैक की सलाह दी थी। इस बार के प्रमोशन इन्हीं आधारों पर किए गए हैं।’
हाल के वर्षों में यह पहली बार है कि केंद्र की ओर से इतने सारे अधिकारियों को प्रमोशन नहीं मिला है। यूपी से जिन दो आईएएस अधिकारियों को सचिव पद के लिए चुना गया है, वे हैं राहुल भटनागर और राजीव कपूर। वहीं समकक्ष पद के लिए एके सिन्हा का चयन हुआ है।
देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट
हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :
हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :
कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:
हमें ईमेल करें : [email protected]