CPCB के आंकड़ों के अनुसार लखनऊ में वायु गुणवत्ता सूचकांक….
प्रदूषण बढ़ने की वजह से वायु गुणवत्ता बिगड़ती जा रही है। एक व्यक्ति ने बताया, “प्रदूषण बढ़ने से आंखों में जलन होने लगी है।
प्रदूषण बढ़ने की वजह से वायु गुणवत्ता बिगड़ती जा रही है। एक व्यक्ति ने बताया, “प्रदूषण बढ़ने से आंखों में जलन होने लगी है। सरकार को प्रदूषण कम करने के लिए पानी का छिड़काव करना चाहिए। CPCB के आंकड़ों के अनुसार लखनऊ में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 291 (‘खराब’ श्रेणी ) पर है।
तालकटोरा में पल्यूशन सबसे ज्यादा
लखनऊ का तालकटोरा इलाके में सबसे ज्यादा पल्यूशन देखने को मिला। तालकटोरा में एक्यूआई 370 माइक्रोग्राम तक पहुंच चुका है। बढ़ते वायु प्रदूषण को रोकने के लिए लगातार छिड़काव तो किया जा रहा है मगर फायदा होता नहीं दिख रहा। प्रदूषण और बढ़ता ही चला जा रहा है।
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इसके चलते नगर निगम लगातार लोगों और प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों पर जुर्माना लगा रहा है। अभी तक नगर निगम 10 लाख रुपए तक का फाइन लगा चुका है। साथ ही, इस बार दीपावली पर भी ज्यादा प्रदूषण फैलाने वाले पटाखों पर रोक लगाई गई है।
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