…तो ये है पूरी कहानी : फाइनल में पाकिस्तान से हारने से लेकर कुंबले के इस्तीफे तक की
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के कोच अनिल कुंबले के इस्तीफे के बाद टीम के कप्तान विराट कोहली को फटकार लगनी शुरू हो गई है। ख़बरों की माने तो कोहली और अनिल कुंबले में मतभेद के कारण कोहली को इस्तीफ़ा देना पड़ा। इस्तीफे के बाद अपने पत्र में अनिल कुंबले ने इन ख़बरों को सही साबित भी किया। एक रिपोर्ट की माने तो अब बीसीआई ने विराट कोहली को साफ़ तौर पर कह दिया हैं कि कप्तान के तौर पर उन्हें प्रदर्शन कर के दिखाना होगा, वरना नतीज़े भुगतने होंगे।’
कोच के पद से इस्तीफ़ा देने के बाद कुंबले ने कहा कि ‘बीसीसीआई की ओर से मुझे कल (बीते सोमवार को) पहली बार बताया गया कि कप्तान मेरे काम के तौर-तरीकों से इत्तिफाक नहीं रखते। वे कोच के तौर पर मेरे कार्यकाल को आगे बढ़ाने के भी ख़िलाफ हैं। इस सूचना से मुझे अचरज़ हुआ क्योंकि मैंने कोच और कप्तान की भूमिकाओं की मर्यादा का हमेशा सम्मान किया।
बीसीसीआई ने मेरे और कप्तान के बीच मतभेद सुलझाने की कोशिश भी की। लेकिन अब तक यह साफ हो चुका है कि हमारे बीच साझेदारी और नहीं चल सकती। इसलिए मैंने आगे बढ़ने का फैसला किया है।’
चैंपियंस ट्रॉफी के फ़ाइनल में कुंबले चाहते थे पहले बल्लेबाजी
अब जब यह सार्वजनिक रूप से साफ़ हो गया है कि है कि कुंबले के बाहर निकलने के कारणों में विराट कोहली से उनके मतभेद भी बड़ा कारण हैं। एनडीटीवी के अनुसार पाकिस्तान के साथ चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मैच में कुंबले पहले बल्लेबाजी करने के पक्ष में थे, टीम मीटिंग में यह तय भी हुआ था। लेकिन कोहली ने फील्डिंग का फैसला लिया और टीम हार गई।
अनिल कुंबले और कोहली के बीच मतभेद का एक प्रमुख कारण कुंबले का अनुसाशन को लेकर सख्त रवैया भी था। कुंबले कई बार खिलाडियों को इस पर फटकार लगा देते थे। इसी वजह से पिछले 6 महीने से कोहली और कुबंले के बीच बातचीत भी बंद थी। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने इस मुद्दे पर कुंबले का जोरदार समर्थन भी किया।
सुनील गावस्कर उतरे कुंबले के समर्थन में
गावस्कर ने कहा अगर खिलाड़ियों को एेसा कोच चाहिए जो उनसे कहे कि ठीक है आज प्रैक्टिस मत करो, क्योंकि आप लोग अच्छा महसूस नहीं कर रहे हो। इसलिए आज छुट्टी लो और शॉपिंग करो, तो अनिल कुंबले वैसे शख्स नहीं थे। उन्होंने कहा, जो लोग कुंबले के खिलाफ शिकायत कर रहे हैं, मुझे लगता है कि उन्हें टीम से बाहर चले जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, कुंबले में जो भारत के लिए बतौर खिलाड़ी किया है और जो उन्होंने भारत के लिए पिछले एक साल में किया है, वह शानदार है। इसलिए मैं उनके सख्त कोच के रवैये को लेकर उनकी बदनामी नहीं कर सकता।
गावस्कार ने टीम इंडिया पर निशाना साधते हुए कहा, इससे अगले कोच को लेकर यही संकेत जाता है कि वह खिलाड़ियों के आगे झुक जाए, उन्हें वह करने दे जो वह चाहते हैं या फिर दिग्गज अनिल कुंबले की तरह आपको पद से इस्तीफा देना होगा और यह बहुत ज्यादा दुखद है।
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