मध्य प्रदेश में रोज़ हुए 13 रेप
नई दिल्ली। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े आने के बाद मध्य प्रदेश को लगातार तीसरी बार शर्मनाक तमगा मिला है। इन आंकडों के अनुसार साल 2014 में मध्य प्रदेश में एक बार फिर बलात्कार के सबसे ज़्यादा मामले दर्ज हुए हैं। इन आंकड़ों के मुताबिक मध्य प्रदेश में हर रोज़ 13 बलात्कार हुए और पूरे साल में पांच हज़ार 76 बलात्कार के मामले सामने आए। इनमें आधे नाबालिग लड़कियों के साथ थे।
वही देश की राजधानी दिल्ली रेप कैपिटल बन गया है। यहां महज चार महीने में महिला अत्याचार के 1282 केस दर्ज हुए हैं। दिल्ली पुलिस के सुरक्षा के दावों को दरकिनार करके यहां की आधी आबादी अब रास्तों पर उतरने से कतराने लगी है। उन पर जुल्म का सिलसिला थमे नहीं थम रहा है। इस बात की गवाही NCRB यानी नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के ये आंकड़े दे रहे हैं। इस साल दिल्ली में 30 अप्रैल तक महिला अत्याचार के 1282 केस दर्ज हो चुके हैं।
एक सर्वे के मुताबिक, दिल्ली में हर 40 मिनट में महिला के साथ बलात्कार की वारदात होती है. जबकि हर 25वें मिनट में छेड़खानी की वारदात सामने आती है. 60 फीसदी महिलाएं मानती हैं कि सेरराह मनचलों ने उनके साथ छेड़छाड़ की है. 51.6 फीसदी महिलाएं के साथ सार्वजनिक जगहों पर भद्दी फब्तियों का सामना करना पड़ता है. मनचलें खुलेआम अश्लील इशारे करते हैं।
पुलिस के आंकड़ों ने भी गवाही दी है कि 40 फीसदी से ज्यादा छेड़खानी की वारदातें दिल्ली की सड़कों पर खुलेआम होती हैं. पुलिस के पास छेड़खानी की शिकायतों की लंबी फेहरिस्त है, जिनमें 468 ऐसी शिकायतें हैं जिनका ताल्लुक सड़क पर हुई छेड़खानी से है. 200 शिकायतें ऐसी भी हैं, जिनमें घर के भीतर छेड़खानी की वारदात हुई है।
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