तहलका एक्सप्रेस
लखनऊ/बिसहाड़ा। दादरी के मोहम्मद इखलाक की हत्या पर बढ़ती राजनीति के बीच उनके बेटे सरताज ने नेताओं से अपील की है कि उनके वालिद की मौत का सियासी फायदा न उठाएं. सरताज ने यह अपील आजम खान के UN महासचिव को चिट्ठी लिखने के बाद की है.वायुसेना में टेक्नीशियन के पद पर तैनात सरताज ने कहा कि अब्बू की मौत के बाद बहुत से नेता हमसे मिलने आए और बोले कि हमारा दर्द बांटने आए हैं. मैं उनका शुक्रिया अदा किया और साथ ही यह भी कहा कि इस मौत का राजनीतिकरण न करें.
हमारा दर्द बांटें, सियासत छोड़ें
यूपी के मंत्री आजम खान के बिसहेड़ा गांव आने की अटकलों के बारे में पूछे जाने पर सरताज ने कहा कि यदि वह हमारा दर्द बांटने आ रहे हैं तो जरूर आएं. लेकिन मैं उनसे इस मसले का राजनीतिकरण न करने की अपील करता हूं.
30 बरस का भरोसा टूटा है
सरताज ने कहा कि जो भरोसा बीते 30-40 साल में बना था, वह इस एक घटना से टूट गया. हम सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे. मैंने प्रशासन से हमें रहने के लिए सुरक्षित जगह देने को कहा है. मैं वायुसेना में काम करता हूं. मैं वायुसेना इलाके में चला जाऊंगा, लेकिन मेरा बाकी परिवार कहां जाएगा.
आजम ने UN महासचिव को लिखी चिट्ठी
सरताज ने ये बातें आजम खान के इस ऐलान के बाद कही कि उन्होंने इस मसले को लेकर यूएन महासचिव को चिट्ठी लिखी है. इसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि संघ भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की साजिश रच रहा है.
अपने पिता के बारे में याद करते हुए अखलाक के बेटे की आंखे आज भी नम हो जाती हैं। वह मानता है कि हिंदू मुस्लिम के नाम पर जो कुछ भी उसके परिवार के साथ किया दया वह सही नहीं था। लेकिन उसके दिल में देश प्रेम में की भावना आज भी मरी नहीं है। अखलाक के बेटे सरताज को आज भी अपने देश पर फख्र है। सरताज आज भी गाता है कि, “सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तां हमारा…”
सरताज का कहना है कि देश में सारे लोग बुरे नहीं हैं। अपने पिता की मौत के बाद देशभर में उपजी तनाव की स्थिति को वह खत्म करना चाहता है। सरताज ने देशवासियों से अपील की है कि शांति बनाए रखें। गौरतलब है कि 50 साल के सरताज के पिता अखलाक को गोमांस खाने के आरोप में तकरीबन 100 लोगों ने घर से निकालकर ईंट-पत्थरों और लाठियों से बुरी तरह पीट-पीट कर मार डाला था। इसी घटना में अखलाक का एक बेटा भी बुरी तरह घायल हो गया और वह आईसीयू में भर्ती है।
देशभर में तनाव सी स्थिति है, इस सब के बीच मृतक के बेटे सरताज ने कहा है कि, “मैं नहीं मानता हूं कि देश के सभी लोग बुरे हैं, कुछ लोगों के बुरे होने की वजह से देश के सभी नागरिक को गलत नहीं ठहराया जा सकता है। सरताज ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि, “मेरे पिता अखलाक की हत्या के बाद राजनीति भी हो रही है। मैं नेताओं को आने के लिए मना नहीं कर रहा हूं। लेकिन, यह चाहता हूं कि इस संवेदनशील मुद्दे पर नेता राजनीति ना करें”।
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