उत्तर कोरिया की मदद करने पर US ने चीन-रूस की कंपनियों पर लगाया बैन

अमेरिका। अमेरिका ने रूस और चीन की 10 कंपनियों और 6 व्यक्तियों पर उत्तर कोरिया के मिसाइल और परमाणु हथियारों के कार्यक्रम को व्यापार के माध्यम से आगे बढ़ाने में मदद करने के लिए प्रतिबंध लगा दिया है.

अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने एक बयान में कहा कि आज की कार्रवाई के परिणामस्वरूप 10 कंपनियों और छह व्यक्तियों के खिलाफ आर्थिक संबंधों को बाधित करने के लिए प्रतिबंध लगाया गया है, जो कि प्योंगयांग को मिसाइल और परमाणु कार्यक्रम के लिए वित्त पोषण जारी रखने की इजाजत देते हैं. जबकि संयुक्त राष्ट्र द्वारा सख्त प्रतिबंध लगाए गए हैं.

हालांकि चीन ने अमेरिका से अपील की है कि उत्तर कोरिया के मुद्दे पर पेइचिंग की कंपनियों पर लगाए गए प्रतिबंध को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए.

बयान में कहा गया कि यह अस्वीकार्य है कि चीन, रूस और दूसरी जगहों के लोगों तथा कंपनियों ने उत्तर कोरिया को जन संहार करने वाले हथियारों का निर्माण करने और क्षेत्र को अस्थिर करने में मदद की. अमेरिका के प्रतिबंध कार्यक्रमों की देखरेख करने वाले वित्त विभाग ने कहा कि प्रतिबंध के घेरे में आए लोगों तथा कंपनियों ने उत्तर कोरिया के परमाणु एवं बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों में मदद करने के लिए पहचाने जाने वाले लोगों की मदद की, उत्तर कोरिया के ऊर्जा व्यापार से जुड़े रहे, उत्तर कोरियाई कामगारों का शोषण करने में मदद की या उत्तर कोरियाई इकाइयों को अंतरराष्ट्रीय वित्त प्रणाली तक पहुंचने में सक्षम बनाया.

इससे पहले जून में ट्रंप प्रशासन ने एक चीनी बैंक, एक चीनी कंपनी और दो चीनी नागरिकों पर उत्तरी कोरिया के हथियार कार्यक्रम के वित्तपोषण के लिए प्रतिबंध लगाया था. उत्तर कोरिया पर लगे प्रतिबंधों के कारण इस बैंक पर अमेरिकी अर्थव्यवस्था के तहत लेन-देन पर रोक लगी हुई है. उत्तर कोरिया पर उसके परमाणु हथियार और मिसाइल विकास कार्यक्रमों के चलते संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने आर्थिक प्रतिबंध लगा रखे हैं.

 

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