एक रुपये के सहारे लूट लेते थे ट्रेन, दो गिरफ्तार

train lootलखनऊ। गवर्नमेंट रेलवे पुलिस ने एक रुपये के सहारे ट्रेनों को रोक कर यात्रियों को लूटने वाली गैंग के तीन लुटेरों में से दो को मुगलसराय में गिरफ्तार कर लिया। ये लोग दो रेलवे ट्रैकों की बीच के गैप में सिक्का रख सिग्नल रेड कर देते थे जिससे गाड़ी रुक जाती थी। उसके बाद तीनों मिलकर ट्रेन में बैठे को यात्रियों को लूट लेते थे।

गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों ने माना है कि उन्होंने उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद, जौनपुर, शाहगंज, वाराणसी, मुगलसराय और चुनार और बिहार के बक्सर और आरा में लूट की वारदात को अंजाम दिया। आखिरी बार इन्होंने मिर्जापुर के सीलदाह राजधानी में सिक्के की मदद से लूट को अंजाम दिया था। मुगलसराय जीआरपी के अधिकारी त्रिपुराई पांडे ने कहा, ‘इनकी एक और गैंग को गिरफ्तार किया गया था जो पहले से जेल में है।’ जीआरपी समेत रेलवे अधिकारी भी गिरफ्तार हुए दोनों आरोपियों का लूट का तरीका जानकर चिंता में पड़ गए।

दरअसल ये तीनों ट्रेन रोकने के लिए भौतिक-विज्ञान की साधारण तकनीक का इस्तेमाल करते थे। सिग्नल को हरा या लाल करने के लिए रेलवे सिग्नल के नजदीक ट्रैक पर सर्किट बनाता है। ये ट्रैक 13 मीटर लंबे होते हैं। दो ट्रैकों को जोड़ते वक्त बीच में गैप रखा जाता है। ट्रैक के सर्किट को बंद करने के लिए इस गैप में इनस्युलेटिंग मटीरियल (रोधक पदार्थ) भरा जाता है। जब ट्रेन चलती है, तो इसके पहिए ट्रैक और सिग्नल की बीच कनेक्ट के रूप में काम करते हैं। जैसे-जैसे ट्रेन आगे बढ़ती ये लोग उस गैप के बीच एक रुपये का सिक्का इस तरह रख देते थे जिससे ये दोनों ट्रैकों के टच में रहे। यह ट्रैक को सिग्नलिंग सर्किट से दूर रखता था जिससे सिग्नल लाल हो जाता था और ट्रेन रुक जाती थी।

ऐसे कई ट्रैकों पर सिक्के रखकर ट्रेनों को रोका गया। गैंग का एक सदस्य ट्रेन में सफर करता, जबकि दूसरे साथी ट्रैक पर सिक्का रख कर इंतजार करते। जैसे ही ट्रेन रुकती अंदर बैठा उनका साथी ट्रेन के गेट खोल देता और तीनों मिलकर यात्रियों को लूट लेते। इस बारे में अभी तक मालूम नहीं चला है कि गैंग को रेलवे सिग्नल की जानकारी कहां से मिली। इस मामले के सामने आने से यह सवाल भी उठता है कि क्या रेलवे सिग्नल में हेराफेरी करना इतना आसान है जिससे कि वे ऐसा दो साल से कर रहे थे। इन लोगों के पास से चार हजार रुपये कैश, ज्वेलरी , मोबाइल सेट्स और 240 ग्राम मादक पदार्थ बरामद हुए हैं।

 

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