एक व्यक्ति सिर्फ एक कार का करा सकता है रजिस्ट्रेशन, प्राधिकरण ने दिया आदेश

लखनऊ/आगरा। ताजनगरी में एक से ज्यादा कार के शौकीनों को ताज ट्रेपेजियम जोन (टीटीजेड) प्राधिकरण ने झटका दिया है। प्राधिकरण ने फैसला लिया है कि अब एक व्यक्ति के नाम से एक ही चार पहिया वाहन का रजिस्ट्रेशन हो सकेगा। यह आदेश आगरा, फिरोजाबाद, मथुरा और भरतपुर में लागू होगा। लगातार बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर यह निर्णय हुआ है। इसके साथ ही वाहन का रजिस्ट्रेशन करवाने वालों को एफिडेविट देकर यह भी बताना होगा कि उसके पास चार पहिया वाहन को खड़ा करने के लिए निजी पर्याप्त जगह है या नहीं।
ताज ट्रेपेजियम जोन प्राधिकरण के अध्यक्ष और आगरा मंडल के कमिश्नर प्रदीप भटनागर ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की रिपोर्ट के अनुसार, वायु प्रदूषित शहरों में आगरा 19वें स्थान पर है। यह चिंता का विषय है। आगरा में हर साल 78 हजार वाहनों का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। वायु प्रदूषण पर नियंत्रण अब जरूरी है। इसके लिए उन्होंने आरटीओ को निर्देश दिया है कि इस व्यवस्था को तत्काल शुरू करवाई जाए।
15 साल पुराने वाहनों का दोबारा नहीं होगा रजिस्ट्रेशन
टीटीजेड की बैठक में यह भी फैसला हुआ है कि 15 साल पुराने वाहनों का भी फिर से रजिस्ट्रेशन नहीं होगा। यह व्यवस्था 31 दिसंबर से लागू करने के लिए आम लोगों से आपत्तियां आमंत्रित करवाई जाएंगी। इसे अगली बैठक में पेश किया जाएगा।
टीटीजेड की बैठक में यह भी फैसला हुआ है कि 15 साल पुराने वाहनों का भी फिर से रजिस्ट्रेशन नहीं होगा। यह व्यवस्था 31 दिसंबर से लागू करने के लिए आम लोगों से आपत्तियां आमंत्रित करवाई जाएंगी। इसे अगली बैठक में पेश किया जाएगा।
अतिक्रमण हटाने के भी दिए निर्देश
अतिक्रमण हटाए जाने के संबंध में जिलाधिकारी पंकज कुमार ने बताया कि ताज महल के पश्चिमी गेट क्षेत्र में अतिक्रमण को पूरी तरही से से हटाया जा चुका है। वहीं, मंडलायुक्त ने ग्रीन गैस के प्रतिनिधि को निर्देश दिए कि इस समस्या का निराकरण जल्द ही सुनिश्चित कराए।
स्वच्छ हवा के लिए त्याग जरूरी
पर्यावरणविद् बृज खंडेलवाल कहते हैं कि स्वच्छ हवा के लिए सभी को कुछ न कुछ त्याग करना होगा। टीटीजेड अथॉरिटी का फैसला सही है। लोगों को प्रदूषणकारी वाहनों की बजाए, बैटरी वाले वाहन इस्तेमाल करने चाहिए। दूसरी ओर कारोबारी रत्नेश उपाध्याय ने इस फैसले को तुगलकी फरमान से तुलना की है। उन्होंने कहा कि जब भी सरकारी अमला अपने काम में फेल होता है, तो इस तरह के फैसले सुनाकर जनता पर दोष मढ़ देता है। टीटीजेड अथॉरिटी का यह फैसला भी ऐसा ही है। प्रदूषण नियंत्रण में फेल होने पर उसने यह आदेश जारी किया है।
ट्रैफिक मजबूत करें
बीटेक स्टूडेंट राधिका राठौर कहती हैं कि अफसरों को चाहिए कि वह आगरा के ट्रैफिक को मजबूत करें। जाम लगने की वजह से बेवजह धुंआ होता और वायु प्रदूषण फैलता है। जब जाम से मुक्ति मिलेगी तो ऐसे फैसले की जरूरत नहीं होगी। एसएन मेडिकल कॉलेज के डॉ. अनंत कुमार का कहना है कि ताजमहल आगरा की शान है। इसे बचाए रखने के लिए वायु प्रदूषण को नियंत्रण होना जरूरी है। एक साल में 78 हजार वाहनों का रजिस्ट्रेशन होने का मतलब है कि बड़ी तादात में आगरा की हवा में जहर घुल रहा है। नया फैसला ठीक है।
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