और गिरेंगे पेट्रोल-एलपीजी के दाम

नई दिल्ली । आने वाला समय आपके लिए खुशियों की सौगात ला सकता है। कच्चे तेल की गिरती कीमतें इस तरफ इशारा कर रही हैं। अगले कुछ महीनों में पेट्रोल-डीजल और एलपीजी के रेट में भारी गिरावट देखने को मिलेगी। पेट्रोल और डीजल 10 रुपए प्रति लीटर तक सस्ता हो सकता है। वहीं, नॉन सब्सिडाइज सिलेंडर की कीमतों में 20-25 रुपए तक की कमी आ सकती है।
1986 के बाद यह पहला मौका है जब अमेरिकी तेल बाजार में इतनी बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। पिछले तीन महीनों में अमेरिका में क्रूड ऑयल प्राइस 33 फीसदी तक कम हुए हैं। पिछले साढ़े छह साल में यहां क्रूड ऑयल सेक्टर में यह सबसे बड़ी गिरावट है। ब्रेंट ऑयल प्राइस में भी 2.75 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है और यह 45.33 प्रति बैरल हो गई है। बीते कारोबारी सत्र के दौरान डब्ल्यूटीआई क्रूड की कीमतें 39.86 डॉलर प्रति बैरल तक फिसल गई थी। 2009 के बाद पहली बार क्रूड के दाम 40 डॉलर प्रति बैरल के नीचे आए हैं।
जून से अब तक क्रूड की कीमतों में 33 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की जा चुकी है। ग्लोबल मार्केट में क्रूड की ओवर सप्लाई है। अमेरिकी क्रूड की कीमतें 20 डॉलर प्रति बैरल तक आ सकती हैं। ओपेक भी उत्पादन में कटौती के लिए तैयार नहीं है, वहीं अमेरिका में भी कच्चे तेल का उत्पादन रिकॉर्ड स्तर पर है।
साल 1986 में जब ओपेक देशों ने क्रूड के उत्पादन में जोरदार बढ़ोत्तरी की थी, तब सिर्फ 5 महीने में कच्चे तेल का भाव 30 डॉलर से घटकर 10 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया था। इस साल भी हालात कुछ ऐसे ही बन रहे हैं। ऐसे में आने वाले दिनो में एलपीजी और पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिल सकती है।
जानकार मानते हैं कि फिलहाल जो दौर चल रहा है उसमें कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट जारी रहेगी। भारत ब्रेंट क्रूड इम्पोर्ट करता है, जिसकी कीमत फिलहाल भारतीय बास्केट के लिए 46.36 डॉलर प्रति बैरल है। ग्लोबल स्तर पर जो हालात बने रहे हैं उसे देखते हुए ये कीमत और गिरने के आसार हैं।