कलाम पर सब राजी थे, इस बार ऐसा हो तो अच्छा: प्रेसिडेंट इलेक्शन पर बोलीं ममता

ममता ने कहा, “मीटिंग के दौरान राज्य के अहम मुद्दों पर बात की गई। गंगा के चलते मिट्टी के कटान, कर्ज, आम पर बांग्लादेश की तरफ से लगाई गई भारी एक्सपोर्ट ड्यूटी, अटारी नदी पर डैम बनाए जाने के मुद्दे पर बातचीत हुई। इस दौरान राज्य को दिए जाने वाले कर्ज और राज्य की खराब माली हालत पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि पीएम के साथ मीटिंग में डेवलपमेंटल इश्यूज पर बात हुई, प्रेसिडेंट इलेक्शन पर चर्चा नहीं हुई।
26 को होनी है मीटिंग अपोजिशन लीडर्स की मीटिंग
सोर्सेस के मुताबिक, प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट को लेकर अपोजिशन लीडर्स 26 मई को पार्लियामेंट लाइब्रेरी बिल्डिंग में मीटिंग करेंगे। ज्वाइंट प्रेसिडेंट कैंडिडेट के लिए सपा, बसपा और बीजद से सीनियर अपोजिशन लीडर्स बात कर रहे हैं। शिवसेना से भी बात की कोशिश की जा रही है, क्योंकि केंद्र और राज्य में सहयोगी होने के बावजूद दोनों के बीच दूरियां दिखाई पड़ रही हैं। बता दें कि जद-यू ने अपोजिशन में हितों को लेकर किसी भी तरह के टकराव से इनकार किया है और यूनाइटेड अपोजिशन की बात कही।
सोर्सेस के मुताबिक, प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट को लेकर अपोजिशन लीडर्स 26 मई को पार्लियामेंट लाइब्रेरी बिल्डिंग में मीटिंग करेंगे। ज्वाइंट प्रेसिडेंट कैंडिडेट के लिए सपा, बसपा और बीजद से सीनियर अपोजिशन लीडर्स बात कर रहे हैं। शिवसेना से भी बात की कोशिश की जा रही है, क्योंकि केंद्र और राज्य में सहयोगी होने के बावजूद दोनों के बीच दूरियां दिखाई पड़ रही हैं। बता दें कि जद-यू ने अपोजिशन में हितों को लेकर किसी भी तरह के टकराव से इनकार किया है और यूनाइटेड अपोजिशन की बात कही।
सोनिया से मिलीं थीं ममता बनर्जी
बता दें कि पिछले दिनों ममता बनर्जी ने सोनिया गांधी से करीब 40 मिनट मुलाकात की। मीटिंग के बाद ममता ने कहा कि कैंडिडेंट्स के नामों पर चर्चा नहीं हुई। इस बात का जिक्र जरूर हुआ कि कैंडिडेट का एलान सबकी रजामंदी से किया जाए। मीटिंग में राहुल गांधी भी मौजूद थे। ममता ने कहा- “हम पूरे विपक्ष को एकजुट करना चाहते हैं, ताकि सहमति से एक कैंडिडेट का नाम सामने आए। ऐसा करना देश हित में होगा।” इस इलेक्शन के लिए कई समीकरण हैं। हमें साथ बातचीत करनी होगी। हमें एक ऐसे कैंडिडेट के नाम पर सहमति बनानी होगी जो देश के लिए काम करेगा और देश के लिए अच्छा होगा।”
बता दें कि पिछले दिनों ममता बनर्जी ने सोनिया गांधी से करीब 40 मिनट मुलाकात की। मीटिंग के बाद ममता ने कहा कि कैंडिडेंट्स के नामों पर चर्चा नहीं हुई। इस बात का जिक्र जरूर हुआ कि कैंडिडेट का एलान सबकी रजामंदी से किया जाए। मीटिंग में राहुल गांधी भी मौजूद थे। ममता ने कहा- “हम पूरे विपक्ष को एकजुट करना चाहते हैं, ताकि सहमति से एक कैंडिडेट का नाम सामने आए। ऐसा करना देश हित में होगा।” इस इलेक्शन के लिए कई समीकरण हैं। हमें साथ बातचीत करनी होगी। हमें एक ऐसे कैंडिडेट के नाम पर सहमति बनानी होगी जो देश के लिए काम करेगा और देश के लिए अच्छा होगा।”
बीजेपी ने क्या कहा?
बीजेपी प्रेसिडेंट अमित शाह ने एक न्यूज चैनल से कहा था, “प्रेसिडेंट कैंडिडेट के लिए फैसला लिया जाना है। अगर अभी मेरे दिमाग में कोई नाम चल भी रहा हो तो सबसे पहले पार्टी में इस पर चर्चा होगी।” अमित शाह ने मोहन भागवत का नाम प्रेसिडेंट कैंडिडेट के तौर पर बढ़ाने की बात को नकार दिया। उन्होंने कहा, “संघ खुद इस बात से इनकार कर चुका है।”
बीजेपी प्रेसिडेंट अमित शाह ने एक न्यूज चैनल से कहा था, “प्रेसिडेंट कैंडिडेट के लिए फैसला लिया जाना है। अगर अभी मेरे दिमाग में कोई नाम चल भी रहा हो तो सबसे पहले पार्टी में इस पर चर्चा होगी।” अमित शाह ने मोहन भागवत का नाम प्रेसिडेंट कैंडिडेट के तौर पर बढ़ाने की बात को नकार दिया। उन्होंने कहा, “संघ खुद इस बात से इनकार कर चुका है।”
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