कांग्रेस ने कराई विधायकों की परेड, कहा- लोकतंत्र बचाने को इन्हें गुजरात से हटाया

बंगलुरु/अहमदाबाद। कांग्रेस ने गुजरात से बंगलुरु के एक रिसॉर्ट में लाए गए अपने सभी विधायकों की मीडिया के सामने परेड कराई. पार्टी ने इस दौरान अपने विधायकों के असंतुष्ट होने की अटकलों को खारिज किया और साथ ही बीजेपी पर उसके विधायकों को खरीदने के लिए रिश्वत की पेशकश करने का आरोप लगाया.

कांग्रेस प्रवक्ता शक्तिसिंह गोहिल ने दावा किया कि बीजेपी ने 8 अगस्त को राज्यसभा की तीन सीटों के लिए गुजरात में होने वाले चुनाव के दौरान क्रॉस-वोटिंग के लिए उसके 22 विधायकों को 15 करोड़ रुपये की पेशकश कर ‘खरीदने’ की कोशिश की.

दरअसल अपने छह विधायकों के पार्टी छोड़कर चले जाने से घबराई कांग्रेस गुजरात में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए होने वाले चुनाव से पहले अपने 44 विधायकों को एकजुट रखने के मकसद से उन्हें बेंगलूर ले आई है. राज्य में एक राज्यसभा सीट पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल चुनाव लड़ रहे हैं.

विधानसभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक बलवंत सिंह राजपूत सहित छह विधायकों के इस्तीफे से पहले पूर्व मुख्यमंत्री शंकरसिंह वाघेला ने पार्टी से इस्तीफा दिया था. इन इस्तीफों से विधानसभा में कांग्रेस विधायकों की संख्या 57 से घटकर 51 हो गई. बाद में इन छह में से तीन विधायक बीजेपी में शामिल हो गए. वाघेला के रिश्तेदार राजपूत को बीजेपी ने अहमद पटेल के खिलाफ अपना उम्मीदवार बनाया है.

लोकतंत्र बचाने के लिए विधायकों को लाए बंगलुरु

गोहिल ने यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया, ‘हमारे विधायक यहां मौज-मस्ती करने नहीं आए हैं. हम लोकतंत्र को बचाने के लिए उन्हें यहां लेकर आए हैं, क्योंकि बीजेपी धनबल और बाहुबल का इस्तेमाल कर उन्हें खरीदने की कोशिश कर रही थी.’  इस दौरान गोहिल के पीछे गुजरात के 44 कांग्रेस विधायक भी बैठे थे.

गोहिल ने साथ कहा, ‘यहां हमारे 44 विधायक हैं, और हम उन सात विधायकों के भी संपर्क में हैं, जो हमारे साथ नहीं हैं. एनसीपी सहित कुछ अन्य पार्टियों के विधायक भी हमें वोट देने वाले हैं. कुल मिलाकर हमारे उम्मीदवार के लिए 60 विधायक वोट करने वाले हैं.’ कांग्रेस प्रवक्ता ने बीजेपी के इस आरोप को खारिज किया कि कांग्रेस विधायक ऐसे समय में एग्लेटॉन गोल्फ रिसॉर्ट में मौज-मस्ती कर रहे हैं, जब उत्तर गुजरात बाढ़ की मार झेल रहा है.

प्रवक्ता ने कहा कि अहमद पटेल की अपील पर कांग्रेस के सभी विधायक 25 जुलाई को उत्तर गुजरात में अपने विधानसभा क्षेत्र में गए थे और बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात की थी. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेताओं को निशाना बनाने के लिए बीजेपी सीबीआई का इस्तेमाल कर रही है.

बीजेपी ने कांग्रेस के आरोपों को किया खारिज

इस बीच, बीजेपी ने गुजरात में कांग्रेसी विधायकों को तोड़ने के पार्टी के कांग्रेस के आरोप को खारिज किया है. बीजेपी ने कहा कि हाल में कांग्रेस के छह विधायकों के इस्तीफे के पीछे उसका कोई हाथ नहीं है और सवाल किया कि ‘क्या वह बिकाऊ हैं’. बीजेपी ने यह भी कहा कि कांग्रेस का एकमात्र लक्ष्य देश में राहुल गांधी और गुजरात में अहमद पटेल को बचाना है.

केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता प्रकाश जावड़ेकर ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उसके विधायक ‘खुद ही मौज-मस्ती’ कर रहे हैं, जबकि बीजेपी के विधायक राज्य में बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत मुहैया कराने में व्यस्त हैं. उन्होंने बताया, ‘गुजरात कांग्रेस के नेता बेंगलूर में बीजेपी पर आरोप लगा रहे हैं. यह उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली बात है. अगर उनके नेता उन्हें छोड़कर जा रहे हैं, तो इसका हमसे कोई लेना-देना नहीं.’

रुपानी ने किया कांग्रेस पर प्रहार

दूसरी ओर, गुजरात में बाढ़ जैसे हालात के बीच अपने विधायकों को बेंगलूर ले जाने को लेकर प्रदेश कांग्रेस पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री विजय रुपानी ने आरोप लगाया कि अपनी राज्यसभा सीट जीतने की ‘लालसा’ में पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल की ओर से यह फैसला किया गया.

रुपानी ने आरोप लगाया कि जैसे सोनिया गांधी का अपने बेटे राहुल गांधी को लेकर मोह ने देश में कांग्रेस को डुबो दिया, वैसे ही पटेल की ‘लालसा और अपनी राज्यसभा सीट बचाने की बेसब्री’ गुजरात में पार्टी को डुबो देगी. उन्होंने कहा, ‘सोनिया गांधी के पुत्र मोह ने पूरे देश में कांग्रेस को डुबो दिया है. देश के नागरिकों ने भले ही राहुल गांधी का नेतृत्व नकार दिया हो, लेकिन सोनिया के पुत्र मोह ने कांग्रेस को डुबो दिया. इसी तरह, अपनी राज्यसभा सीट बचाने की अहमद पटेल की लालसा गुजरात में कांग्रेस को डुबो देगी.’

मुख्यमंत्री आज बाढ़ प्रभावित बनासकांठा जिले में पहुंचे. एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया कि कंकरेज तालुका और अन्य प्रभावित क्षेत्रों में स्थानीय लोगों से बातचीत में रुपानी ने बनासकांठा और पाटन में अगले पांच दिन तक ठहरने का फैसला किया ताकि राहत अभियान की निगरानी की जा सके.

रुपानी के मुताबिक, बनासकांठा और दूसरे प्रभावित क्षेत्रों के कांग्रेस विधायकों को इस मुश्किल घड़ी में लोगों के साथ रहना चाहिए था. मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, ‘राज्यसभा चुनाव जीतने की लालसा में उन्होंने (अहमद पटेल ने) 40 कांग्रेस विधायकों को बंगलुरु भेज दिया. इनमें से कई तो उन जिलों से आते हैं जो बुरी तरह बाढ़ प्रभावित हैं. पटेल ने उन्हें अपने विधानसभा क्षेत्रों से जाने के लिए मजबूर किया, क्योंकि उन्हें सिर्फ अपनी राज्यसभा सीट से मतलब है.’ उन्होंने कहा, ‘गुजरात के लोग इसे देख रहे हैं. मेरा मानना है कि गुजरात कांग्रेस अहमद पटेल के कारण ही डूबेगी.’

 

देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट 

हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :

कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:

हमारा ऐप डाउनलोड करें :

हमें ईमेल करें : [email protected]

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button