किस मुँह से भ्रष्टाचार पर बात करेंगे टू जी घोटाले के पितामह का हाथ थामकर बैठने वाले मोदी  

नई दिल्ली। अन्ना आंदोलन का ग़ुबार और मोदी की भ्रष्टाचार के खिलाफ लंबी-चौड़ी बातें…। इन सब की बदौलत ऐसा माहौल बना कि 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का सफ़ाया हो गया । मोदी चीख़ते रहे-यूपीए सरकार का घोटाला… घोटाला…घोटाला। इनमें भी सबसे बड़ा टू जी घोटाला…।  सोचिए जिस टू जी घोटाले पर माहौल गरम कर मोदी दिल्ली के सिंहासन पर क़ब्ज़ा ज़माने में सफल रहे, अब उसी घोटाले के पितामह यानी डीएमके मुखिया करुणानिधि से पींगें बढ़ा रहे। अपने पार्टी के बुज़ुर्ग आडवाणी से मिलने का भले समय न हो, मगर धुर-विरोधी करुणानिधि का हाथ थामकर आधे घंटे उनके घर पर बिताने का वक़्त ज़रूर है।

मोदी का मक़सद क्या ?

बीते दिनों नरेंद्र मोदी की करुणानिधि के घर जाकर उनसे मुलाकात करना वाकई चौंकाने वाली खबर है क्योंकि इससे पहले मोदी कभी करुणानिधि से मिलने नहीं गए। ये वो समय है जब एआईडीएमके के दो अलग अलग धड़ों को एक करने में कामयाब रहे मोदी अपने धुर विरोधी नेता से मिलने पहुंचे हैं। एक तरफ करुणानिधि के बेटे स्टालिन मोदी सरकार के खिलाफ गरज रहे हैं तो  दूसरी तरफ वही स्टालिन अपने पिता के घर में मोदी का एक पुराने दोस्त की तरह स्वागत कर रहे हैं।   क्या विकल्प की तलाश में हैं मोदी?

कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा दक्षिण में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए विकल्प तलाश रही है। दरअसल भाजपा को लग रहा है कि दो धुरों में बंट चुकी एआईडीएमके भले ही ऊपर से मजबूत दिख रही हो लेकिन अगले चुनावों से पहले इसके बीच फिर फूट पड़ेगी और इसका नुकसान भाजपा को भी होगा।  ऐसे में भाजपा डीएमके की तरफ देख रही है ताकि अगर एआडीएमके के हाथ से सत्ता निकलती है तो भी एक सहायक दल के रूप में भाजपा डीएमके के साथ सत्ता में शामिल हो सके। हालांकि ये केवल कयास भर ही हैं क्योंकि दक्षिण की राजनीति वाकई जटिल है।

क्यों टू जी स्कैम के पितामह कहे जाते हैं करुणा

टूजी घोटाले से जुड़े 200 करोड़ के धन शोधन मामले में विशेष अदालत करुणा के शिष्य रहे पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा, द्रमुक सांसद रही उनकी बेटी कनिमोझी और पत्नी दयालु तथा अन्य के खिलाफ आरोप तय किए हैं। जानकारी के अनुसार, दिल्‍ली के पटियाला हाऊस कोर्ट में इनके खिलाफ आरोप तय किए गए। इनके खिलाफ आरोप भारतीय दंड संहिता की धारा 120बी (आपराधिक षड्यंत्र) और धनशोधन निरोधक कानून के विभिन्न प्रावधानों के तहत तय किए गए हैं।   अदालत ने इस मामले में द्रमुक अध्यक्ष एम करूणानिधि की पत्नी दयालु अम्माल के खिलाफ भी आरोप तय किए हैं। वहीं, अदालत ने मामले में, स्वान टेलीकॉम के प्रमोटरों शाहिद उस्मान बलवा और विनोद गोयनका के खिलाफ भी आरोप तय किए हैं। अदालत ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय द्वारा आरोपित सभी 19 आरोपियों के खिलाफ प्रथम दृष्टया धन शोधन के आरोप लगाए गए हैं।

 

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