केंद्रीय मंत्री के ओएसडी के लिए पद्मावत एक्सप्रेस में लगा डिब्बा, रेलवे ने दिए जांच के आदेश

लखनऊ। त्योहारी सीजन में ट्रेन में सीट पाने के लिए भले ही आम आदमी मारा मारा फिर रहा हो लेकिन केंद्रीय मंत्री के ओएसडी के लिए रेलवे अलग से डिब्बा ही लगा देता है. भले ही इसके लिए नियम कानूनों की धज्जियां ही क्यों ना उड़ानी पड़े. जी हां, यह किस्सा है उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का जहां पर मोदी सरकार के एक कैबिनेट मंत्री के ओएसडी के लिए पद्मावत एक्सप्रेस में एसी फर्स्ट क्लास का अतिरिक्त कोचलगाया गया. इस मामले के सामने आने पर रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने इस घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं.

रेलवे के सूत्रों के मुताबिक, 21 अक्टूबर को लखनऊ पहुंच रही पद्मावत एक्सप्रेस को आउटर पर ही रोक कर आनन-फानन में अतिरिक्त कोच का इंतजाम किया गया. इतना ही नहीं, इस पूरी प्रक्रिया में ट्रेन का प्लेटफार्म भी बदल दिया गया और इन सबके बीच ट्रेन तकरीबन एक घंटा लेट हो गई.

सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के ओएसडी विनय श्रीवास्तव के लिए रेलवे ने अतिरिक्त कोच की व्यवस्था की. इसके लिए पद्मावत एक्सप्रेस को रोका गया और ओएसडी को दिल्ली भेजने के लिए सभी नियम ताक पर रख दिए गए. रेलवे ने ओएसडी परिवार समेत राजधानी दिल्ली को भेजने के लिए पद्मावत एक्सप्रेस में एसी फर्स्ट की कंपोजिट वाली अतिरिक्त बोगी लगवा दी.

यही नहीं, रेलवे के एक अफसर को इस ओएसडी की अगवानी के लिए स्टेशन पर तैनात किया गया. अतिरिक्त कोच लगाने के चक्कर में ट्रेन का प्लेटफार्म भी बदल दिया गया जिसकी वजह से यह ट्रेन तकरीबन 1 घंटा लेट हो गई. खास बात यह है कि रेलवे बोर्ड ने नियम बना रखा है कि किसी भी गाड़ी का प्लैटफॉर्म अंतिम समय में नहीं बदला जाएगा क्योंकि इसकी वजह से भगदड़ मचने की आशंका रहती है लेकिन इन सब नियमों को दरकिनार कर के केंद्रीय मंत्री के ओएसडी का पूरा ख्याल रखा गया.

विनय श्रीवास्तव मैकेनिकल सर्विस के अफसर हैं. इनकी पत्नी भी इसी सर्विस में हैं. परिवार समेत दिल्ली जाने के लिए उनको कोटे में सीट नहीं मिली. इस पर रात को तकरीबन 8 बजे दिल्ली से लखनऊ के रेलवे अधिकारियों को ओएसडी के लिए अतिरिक्त डिब्बे का इंतजाम ट्रेन नंबर 14207 पद्मावत एक्सप्रेस में कराने का फरमान जारी किया गया. पद्मावत एक्सप्रेस का चार्ट शाम को 5:40 पर ही फाइनल हो चुका था और चार्ट बनने के बाद भी दर्जनों यात्री वेटिंग में रह गए थे.

उधर ट्रेन के आने से केवल 55 मिनट पहले आदेश मिलने के बाद एक एसी सेकंड व एसी थर्ड बोगी को ओएसडी के परिवार के लिए  फटाफट कागजों पर फिटनेस दे दिया गया. लखनऊ में ट्रेन रात 9:50 पर आने वाली थी लेकिन अतिरिक्त डिब्बा लगाने के लिए ट्रेन का प्लेटफार्म बदलकर दो से प्लेटफार्म नंबर 6 पर कर दिया गया. इस वजह से ट्रेन आउटर पर ही काफी देर खड़ी रही. इस बीच  अतिरिक्त डिब्बे के आने के बाद ट्रेन को स्टेशन पर लाया गया. अतिरिक्त डिब्बे को ट्रेन के पीछे लगा दिया गया और इस सारी घटना के बाद ट्रेन रात 10:35 पर रवाना हुई. इस तरह से पद्मावत एक्सप्रेस अपने तय समय से तकरीबन 1 घंटे देरी से रवाना हुई.

उधर केंद्रीय मंत्री के ओएसडी विनय श्रीवास्तव ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने अलग से ट्रेन में डिब्बा लगवाने के लिए किसी से कोई बात नहीं की थी. उनका कहना था कि रेलवे में उनकी स्थिति को इसी बात से समझा जा सकता है कि उनका लखनऊ मेल डुप्लीकेट का टिकट भी इमरजेंसी कोटे में कंफर्म नहीं हुआ. विनय श्रीवास्तव के मुताबिक, जब उनका टिकट नहीं कन्फर्म हुआ तो चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंचे. वहां पर रेलवे अधिकारियों ने कहा कि वह किसी दूसरी ट्रेन में देख लेते हैं. पद्मावत एक्सप्रेस में त्योहारी भीड़ की वजह से दो अतिरिक्त डिब्बे लगाए गए जिसमें उन्हें भी जगह मिली. उनके मुताबिक, उन्होंने रेलवे के पास पर ट्रैवल किया है और उन्होंने रेलवे बोर्ड के किसी भी शख्स से इसके लिए सिफारिश नहीं लगवाई.

उधर रेलवे के सूत्रों के मुताबिक इस घटना की जांच के आदेश हो चुके हैं लेकिन आला अफसर यह बात कह रहे हैं कि ओएसडी के लिए डिब्बा नहीं लगाया गया था बल्कि वेटिंग में यात्रियों की संख्या ज्यादा थी  इस वजह से अतिरिक्त कोच लगाया गया.

 

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