गोमांस के बयान पर लालू ने शैतान के बाद अब मीडिया को बताया जिम्मेदार, दी गाली

पटना। हिंदुओं के गोमांस खाने जैसा बयान देने वाले आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद घिर गए हैं। इस पूरे मामले में उन्होंने अब मीडिया को ही दोषी ठहरा दिया है। सोमवार को लालू ने कहा, ”ये *** है जो कोई बोला है मेरे नाम से, ये कोई शैतान आदमी ही है जो इस तरह का बात मेरे मुंह में डाल कर चला रहा है। गाय हमारी पूंजी है… हमारी धरोहर है कहां गाय की बात बोलें।” बता दे कि इससे पहले बीफ वाले बयान पर विवाद होने पर उन्होंने कहा था,” मेरे मुंह से शैतान ने बीफ वाली बात बुलवाई थी।”
यूपी के दादरी में भीड़ द्वारा गोमांस खाने की अफवाह को लेकर अखलाक नाम के एक शख्स की हत्या कर दी गई। इसके बाद रविवार को लालू प्रसाद ने बयान दिया था। लालू ने कहा था, ”किसी को भी बीफ या मांस नहीं खाना चाहिए। इससे कई प्रकार की बीमारी होती है। बीफ का मतलब सिर्फ गौमांस नहीं होता है। मीट खाने वाले लोग सभ्य नहीं होते। इससे कई तरह की बीमारी होती है। क्या हिंदू में बीफ नहीं खाता।”
बीजेपी ने कहा था कि अगर बिहार में गठबंधन (नीतीश-लालू-सोनिया की पार्टी) की सरकार बनती है तो क्या जबरन हिंदुओं को बीफ खाने को मजबूर किया जाएगा? हालांकि, लालू ने फिर अपनी सपाई में कहा था कि कुछ थके हारे कम्युनल लोग अपनी बात को हमारे मुंह में डाल देते हैं।
बीजेपी की सीनियर ली़डर सुशील मोदी ने कहा कि लालू वोट के लिए गोमांस भी खा सकते हैं। वहीं बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने कहा था, ”लालू बौरा गए है, हिन्दू कभी गाय का मांस नहीं खाते, लालू वोट के लिए हिन्दू को बदनाम न करें। वे अपने शब्द वापस ले नहीं तो मैं उनके घर के सामने से आन्दोलन शुरू कर दूँगा।” लालू के बयान पर रिएक्शन में होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने कहा, ”लालू अपने अतीत से ध्यान हटाने के लिए बीफ पर बयानबाजी कर रहे हैं।”
नीतीश-कांग्रेस भी खफा
बीफ के बयान पर दिल्ली के गलियारों में दिनभर चर्चा रही कि सोनिया गांधी भी खफा हैं। यहां तक कि वे अब लालू के साथ मंच भी साझा नहीं करना चाहतीं। मीडिया में दिन भर चली खबरों के बावजूद छोटी-छोटी बातों पर रिएक्शन देने वाले कांग्रेस के प्रवक्ता चुप हैं। करीब यही बात नीतीश कुमार की पार्टी के साथ ही। जेडीयू का कोई भी नेता इस मसले पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।
बीफ के बयान पर दिल्ली के गलियारों में दिनभर चर्चा रही कि सोनिया गांधी भी खफा हैं। यहां तक कि वे अब लालू के साथ मंच भी साझा नहीं करना चाहतीं। मीडिया में दिन भर चली खबरों के बावजूद छोटी-छोटी बातों पर रिएक्शन देने वाले कांग्रेस के प्रवक्ता चुप हैं। करीब यही बात नीतीश कुमार की पार्टी के साथ ही। जेडीयू का कोई भी नेता इस मसले पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।
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