जालसाज शैलेंद्र के परिवार पर पुलिस की मेहरबानी, बिना जांच 23 मामलों में दी क्लीन चिट

आगरा। करोड़ों की ठगी के मामले में गिरफ्त में आए हाईप्रोफाइल जालसाज और कथित सपा नेता शैलेंद्र अग्रवाल को लेकर यूपी पुलिस सवालों के घेरे में आ गई है। पुलिस ने बिना जांच-पड़ताल किए शैलेंद्र अग्रवाल के परिवार के सदस्यों को 23 मामलों में क्लीन चिट दे दी। इन मामलों के सबूतों को देखा तक नहीं गया। अब ऐसे में पुलिस के साथ सरकार की भूमिका पर भी उंगली उठ रही है। बता दें, आईपीएस अमिताभ ठाकुर की पत्नी और आरटीआई एक्टिविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर ने इस केस की सीबीआई जांच कराने के लिए हाईकोर्ट में पीआईएल भी दायर कर रखी है, जिस पर सुनवाई चल रही है। शैलेंद्र अग्रवाल फिलहाल एटा जेल में बंद है।
कहीं सपा कनेक्शन का असर तो नहीं?
शैलेंद्र अग्रवाल के रिश्ते सपा के कई बड़े नेताओं से रहे हैं। 23 मामलों में क्लीन चिट देने को इसी का असर माना जा रहा है। यही नहीं, पुलिस ने अपने रजिस्टर में 36 केस में आरोपी शैलेंद्र का गैंग बनाने के लिए उसके मैनेजर रोहन और ड्राइवर अमित को गैंग मेंबर बना लिया, लेकिन उसके साथ नामजद उसके परिवार के लोगों और रिश्तेदारों को साफ बचा दिया। इनमें उसके पिता मुरारी लाल, भाई जितेंद्र और नितेंद्र, पत्नी वंदना, रिश्तेदार सतीश अग्रवाल, सुनील अग्रवाल भी शामिल हैं। खुद बच जाने के बाद अब ये लोग एटा जेल में बंद शैलेंद्र की पैरवी में लगे हैं।
शैलेंद्र अग्रवाल के रिश्ते सपा के कई बड़े नेताओं से रहे हैं। 23 मामलों में क्लीन चिट देने को इसी का असर माना जा रहा है। यही नहीं, पुलिस ने अपने रजिस्टर में 36 केस में आरोपी शैलेंद्र का गैंग बनाने के लिए उसके मैनेजर रोहन और ड्राइवर अमित को गैंग मेंबर बना लिया, लेकिन उसके साथ नामजद उसके परिवार के लोगों और रिश्तेदारों को साफ बचा दिया। इनमें उसके पिता मुरारी लाल, भाई जितेंद्र और नितेंद्र, पत्नी वंदना, रिश्तेदार सतीश अग्रवाल, सुनील अग्रवाल भी शामिल हैं। खुद बच जाने के बाद अब ये लोग एटा जेल में बंद शैलेंद्र की पैरवी में लगे हैं।
ऐसे बढ़ा शैलेंद्र का रसूख
जालसाज शैलेंद्र अग्रवाल के रिश्ते सिर्फ सपा से नहीं, बल्कि कई पार्टियों से थे। बसपा सरकार के कार्यकाल में भी उसकी अच्छी पैठ थी। सूत्रों के मुताबिक, सपा तक पहुंचने का रास्ता बसपा के शासन में ही तैयार हो गया था। उस समय शैलेंद्र ने पूर्व युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष की काफी मदद की थी। इसके बाद उसके रिश्ते उससे काफी गहरे हो गए थे। उसी से सपा में शैलेंद्र को पद दिलवाया था। साथ ही एक महंगी कार भी गिफ्ट की थी। इसके बाद वह उसी के गनर का इस्तेमाल भी करने लगा था और बीतते वक्त के साथ उसका रसूख बढ़ता गया।
जालसाज शैलेंद्र अग्रवाल के रिश्ते सिर्फ सपा से नहीं, बल्कि कई पार्टियों से थे। बसपा सरकार के कार्यकाल में भी उसकी अच्छी पैठ थी। सूत्रों के मुताबिक, सपा तक पहुंचने का रास्ता बसपा के शासन में ही तैयार हो गया था। उस समय शैलेंद्र ने पूर्व युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष की काफी मदद की थी। इसके बाद उसके रिश्ते उससे काफी गहरे हो गए थे। उसी से सपा में शैलेंद्र को पद दिलवाया था। साथ ही एक महंगी कार भी गिफ्ट की थी। इसके बाद वह उसी के गनर का इस्तेमाल भी करने लगा था और बीतते वक्त के साथ उसका रसूख बढ़ता गया।
जेल में ठाठ-बाट से रहता है शैलेंद्र
शैलेंद्र के रसूख और राजनीतिक संबंधों का पता इसी बात से चलता है कि जेल में भी वो ठाठ-बाट के साथ रह रहा है। सलाखों के पीछे भी रहकर उसे पूरी दुनिया की खबर है, क्योंकि उसके पास वहां टीवी है। उससे कोई भी कभी भी मिल सकता है। उसे जेल का खाना नहीं खाना पड़ता। शैलेंद्र के लिए बाहर से स्पेशल खाना लाया जाता है। मतलब जेल में रहकर भी ये जालसाज जिंदगी के सारे ऐशो-आराम उठा रहा है।
शैलेंद्र के रसूख और राजनीतिक संबंधों का पता इसी बात से चलता है कि जेल में भी वो ठाठ-बाट के साथ रह रहा है। सलाखों के पीछे भी रहकर उसे पूरी दुनिया की खबर है, क्योंकि उसके पास वहां टीवी है। उससे कोई भी कभी भी मिल सकता है। उसे जेल का खाना नहीं खाना पड़ता। शैलेंद्र के लिए बाहर से स्पेशल खाना लाया जाता है। मतलब जेल में रहकर भी ये जालसाज जिंदगी के सारे ऐशो-आराम उठा रहा है।
अधिकारियों की पत्नियों को गिफ्ट कर चुका है 83 होंडा सिटी कार
शैलेंद्र अग्रवाल पर आरोप है कि डेढ़ दशक में अधिकारियों को खुश करने के लिए अब तक 83 होंडा सिटी गाड़ियां गिफ्ट में दे चुका है। इनमें से अधिकांश गाड़ियां अधिकारियों की पत्नियों के लिए दी गर्इ थीं। अभी तो सिर्फ दो अधिकारियों के ही नाम सामने आए हैं। जांच में कई और चेहरे बेनकाब हो सकते हैं।
शैलेंद्र अग्रवाल पर आरोप है कि डेढ़ दशक में अधिकारियों को खुश करने के लिए अब तक 83 होंडा सिटी गाड़ियां गिफ्ट में दे चुका है। इनमें से अधिकांश गाड़ियां अधिकारियों की पत्नियों के लिए दी गर्इ थीं। अभी तो सिर्फ दो अधिकारियों के ही नाम सामने आए हैं। जांच में कई और चेहरे बेनकाब हो सकते हैं।
पोंटी चड्ढा के साथ लगाया था पैसा
बताया जाता कि शैलेंद्र ने अपना काफी पैसा पोंटी चड्ढा (शराब व्यवसायी ग्रुप) के यहां निवेश कर रखा था। पोंटी चड्ढा की हत्या के बाद इसी पैसे के फंस जाने की वजह से उसे टर्नओवर में दिक्कतें आनी शुरू हो गईं।
बताया जाता कि शैलेंद्र ने अपना काफी पैसा पोंटी चड्ढा (शराब व्यवसायी ग्रुप) के यहां निवेश कर रखा था। पोंटी चड्ढा की हत्या के बाद इसी पैसे के फंस जाने की वजह से उसे टर्नओवर में दिक्कतें आनी शुरू हो गईं।
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