टेस्ट में सौरभ ने दिया मौका, कभी नहीं भूल पाऊंगाः सहवाग

नई दिल्ली। इंटरनैशनल क्रिकेट को अलविदा कहने वाले दुनिया के सबसे धाकड़ सलामी बल्लेबाजों में शुमार वीरेंद्र सहवाग ने कहा है कि उन्हें अपने क्रिकेट करियर से कोई शिकवा नहीं है। संन्यास की घोषणा के बाद न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में सहवाग ने उनके टेस्ट करियर को उड़ान देने के लिए पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली का शुक्रिया अदा किया। सहवाग ने कहा कि सौरभ ने उनके खातिर अपने ओपनिंग स्पॉट तक को कुर्बान कर दिया था। वह जब तक क्रिकेट से जुड़े रहेंगे, सौरभ को याद रखेंगे।
‘सौरभ गांगुली को हमेशा याद रखूंगा’
सहवाग ने कहा कि टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली ने ही उनमें टेस्ट क्रिकेट की संभावना देखी थी। उन्होंने मुझमें विश्वास दिखाया और मुझे खेलने का मौका मिला। मैंने टेस्ट क्रिकेट में जो ट्रिपल सेंचुरी बनाई, उसका श्रेय सौरभ को ही जाता है। सहवाग ने कहा कि वह जब तक क्रिकेट से जुड़े रहेंगे, सौरभ गांगुली को याद रखेंगे। सहवाग ने कहा कि सौरभ ने उनके खातिर ओपनिंग स्पॉट तक का त्याग किया और मुझमें विश्वास दिखाया। मैं सौरभ को इसके लिए धन्यवाद देता हूं।
‘सचिन ने मुझे सेंचुरी बनाना सिखाया’
सहवाग ने सचिन तेंडुलकर, सुनील गावसकर और कपिल देव को अपना रोल मॉडल बताया। सहवाग ने कहा कि उन्होंने बड़े होते हुए इन महान बल्लेबाजों को खेलते देखा और उनसे बहुत कुछ सीखा। सहवाग ने बताया कि सचिन ने उन्हें एक बार बताया था कि 90 के बाद कैसे बैटिंग की जाती है।
‘मुझे बस मुरलीधरन से लगता था डर’
दुनिया भर के बोलर्स के लिए खौफ का पर्याय रहे सहवाग को भी एक बोलर से डर लगता था। सहवाग ने इसका खुलासा करते हुए कहा कि उन्हें श्रीलंकाई स्पिनर मुरलीधरन का सामना करते हुए डर लगता था।
‘मुझे किसी बात का मलाल नहीं’
सहवाग ने कहा, ‘मैंने जो कुछ हासिल किया वह अब अतीत है, इतिहास है। मुझे फख्र है कि मुझे अपने देश के लिए खेलने का मौका मिला। मैंने अपने क्रिकेट करियर के दौरान कई महान क्रिकेटर्स के साथ खेला। राहुल, सचिन, वीवीएस लक्ष्मण, कुंबले, श्रीनाथ, सौरभ गांगुली उनमें शामिल हैं। मैं अपने करियर से पूरी तरह से संतुष्ट हूं। मुझे इस चीज का मलाल नहीं है कि मैं कुछ ज्यादा हासिल कर सकता था।’
करियर का यादगार लम्हा
सहवाग ने कहा कि उनके जीवन के सबसे यादगार लम्हों में उनका तिहरा शतक, वर्ल्ड कप की जीत और श्रीलंका के खिलाफ 201 रनों की नॉटआउट पारी शामिल है। उन्होंने कहा कि ये तीन चार लम्हें हैं, जो हमेशा उनके साथ रहेंगे।
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