… तो मुलायम ने 2012 में तुड़वाई थी मायावती की मूर्ती!

लखनऊ। ताजमहल के परिसर में शिवचालीसा का पाठ करने वाले और मायावती की मूर्ती तोड़ने वाले अमित जानी ने सोमवार को एक बड़ा खुलासा किया है। अमित ने पुलिस के सामने खुलासा करते हुए कहा है कि मुलायम सिंह के कहने पर ही उसने 2012 में मायावती की मूर्ती को तोड़ा था।

दरअसल ताजमहल की फोटो पर भगवा झंडा लगाकर फेसबुक पर पोस्ट करने के मामले में अमित और उसके साथ को पुलिस सोमवार को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया है। अमित के खिलाफ धार्मिक भावना भड़काने के मामले में आगरा में केस दर्ज कराया गया था। जिसके बाद से पुलिस इसे तलाश कर रही थी।

इसके बाद यूपी एसटीएफ और लखनऊ पुलिस की मदद से माल एवेन्यू से अमित और उसके साथी को गिरफ्तार किया गया पुलिस उसे लेकर आगरा वापस चली गयी हैI आगरा कोर्ट में पेश होने के बाद जानी को जेल भेज दिया गया I इस दौरान उसने बड़ा बयान देते हुए कहा कि योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बनते ही ताजमहल को तेजो महल कहने से भूल गए। अमित जानी ने कहा मैं सच्चा हिंदू हूं। इसके साथ ही अमित जानी ने कहा कि इससे पहले भी उन्होंने मुलायम सिंह यादव के कहने पर लखनऊ में बसपा की मुखिया मायावती की मूर्तियां तोड़ी थीं।

उल्लेखनीय है कि  राष्ट्रवादी मोर्चा के अध्यक्ष अमित जानी मेरठ का रहने वाला है। मायावती की मूर्ति तोड़ने के आरोपी अमित जानी को पूर्व में जुलाई 2012 में दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था जिसके साथ इसके दो साथी कासिम चौधरी और राजेंद्र सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया गया था।

दरअसल अमित जानी ने अपने साथियों के साथ मिलकर लखनऊ में 25 जुलाई 2012 में गोमतीनगर में स्थापित मायावती की मूर्ति तोड़कर बवाल खड़ा कर दिया था। जिसके बाद जगह-जगह बीएसपी कार्यकर्ताओं ने हंगामा और सड़क जाम कर दिया था। सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने इस घटना की कड़ी निंदा भी की  थी, उन्होंने कहा था कि दोषियों को कतई बख्शा नही जाएगा। वहीं बीएसपी ने इसे सरकार की साजिश करार दिया था। इस साजिश का खुलासा आ कल अमित जानी ने पुलिस के समक्ष कर दिया।

 

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