देहरादून घूमने गई लखनऊ की छात्रा को अगुवा कर गैंगरेप

लखनऊ। लखनऊ से देहरादून घूमने गई बीएससी की छात्रा का भीड़भाड़ इलाके आईएसबीटी से कार सवार चार युवकों ने शुक्रवार रात अपहरण कर लिया। अपृहित छात्रा को मुजफ्फरनगर लाकर गैंगरेप किया गया और फिर शनिवार दोपहर सहारनपुर के गागलहेड़ी क्षेत्र के गांव नागलहेड़ी में चारो युवक फेंककर भाग गए।
आईएसबीटी से छात्रा को जबरन अगुवा किये जाने की घटना ने उत्तराखंड की भाजपा सरकार की कानून व्यवस्था पर भी प्रश्न चिन्ह लगा दिया है।
सहारनपुर क्षेत्र में ग्रामीणों द्वारा पायी गई छात्रा नशे में धुत थी और वह सभी सवालों के जवाब देने की स्थिति में नहीं थी। पुलिस ने छात्रा को मेडिकल के लिए भेजकर कार सवार युवकों की तलाश प्रारम्भ कर दी है।
गागलहेड़ी थाना क्षेत्र का गांव नागल हेड़ी सड़क से करीब दो किमी हटकर है, शनिवार की दोपहर में इस गांव में एक गाड़ी से आये कुछ युवक चलती गाड़ी से ही एक युवती को धक्का देकर फरार होने लगे। लड़की के द्वारा शोर मचाये जाने पर खेतों में काम कर रहे ग्रामीणों ने कार को रोकने का प्रयास किया। लेकिन कार सवार तेजी से फरार होने में कामयाब रहे।
युवती पूरी तरह से शराब के नशे में धुत्त थी। उसने स्वंय को लखनऊ के गोमती नगर का निवासी बताया और कहा कि वह अपने दोस्तों के साथ देहरादून घूमने आयी थी। ज्ञात हुआ है कि छात्रा अपनी बड़ी बहन के साथ गोमतीनगर में रहती है जिन्हें सूचित किया जा चुका है। बड़ी बहन सहारनपुर के लिए चल चुकी है।
बीती रात वह आईएसबीटी पर लखनऊ की बस पकड़ने के लिए खड़ी थी। जहां से कार सवार यह युवक जबरन उठाकर उसे अपने साथ ले गये। रात में उन्होंने उसे मुजफ्फरनगर में कहीं पर रखा जहां पर साइन बोर्डो पर मुजफ्फरनगर लिखा हुआ था। वहीं पर एक स्थान पर चारों युवकों ने उसे जबरन शराब पिलायी और उसके साथ गैंगरेप किया। इसके बाद युवक उसे यहां पर फेंक कर फरार हो गये।
ग्रामीणों के द्वारा सूचना दिए जाने पर पुलिस अधिकारियों में हड़कम्प मच गया और लड़की को तत्काल जिला अस्पताल मेडिकल के लिए भिजवाया गया। छात्रा को फेंक कर फरार होने वाली गाड़ी और युवकों की तलाश की जा रही है और युवती के परिजनों को भी सूचना दे दी गई है।
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि इस मामले की जांच सीओ सदर को दे दी है और लड़की का मेडिकल परीक्षण कराया गया है। लड़की जो आरोप लगा रही है उनकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी तथा को किसी भी दशा में बक्शा नही जाएगा।
प्रतिष्ठित स्कूलों और विश्वविधालयो के स्थापित होने के कारण देहरादून को एजुकेशन हब के रूप में माना जाता है। देहरादून में लगभग एक लाख बच्चे अन्य जिलों और प्रदेशो से भी शिक्षा ग्रहण करने आते है । कॉलेजो में पर्याप्त छात्रावास न होने के कारण पूरे शहर में निजी छात्रावासों तथा अतिथि के रूप (PG)में रह कर शिक्षा प्राप्त करते है। इस घटना के बाद बच्चो और उनके अभिभावकों में दहशत का माहौल है।
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