नई परियोजनाओं में 2.25 लाख करोड़ निवेश करेगी कंपनियां

मुंबई। आने वाले महीनों में आर्थिक गतिविधि को जबर्दस्त रफ्तार पकड़ने की उम्मीद है क्योंकि प्राइवेट कंपनियों ने 2011 के किसी क्वॉर्टर की तुलना में जुलाई-सितंबर क्वॉर्टर में जबर्दस्त निवेश करने की घोषणा की है। इन कंपनियों ने 2,25,000 करोड़ रुपये की नई परियोजनाओं में निवेश करने की घोषणा है जो पिछले एक साल की तुलना में 54 फीसदी ज्यादा है।
अब भी कुछ कंपनियां बड़े निवेश करने से घबरा रही हैं लेकिन अडाणी और वेदांता के अलावा कई छोटी कंपनियों ने हिम्मत दिखाई है और पिछले क्वॉर्टर में नई परियोजनाओं की घोषणा की है। इससे सेंटिमेंट के सुधरने का संकेत मिल रहा है।
आईआरबी इंफ्रास्ट्रक्चर डिवेलपर्स के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर वीरेंद्र महेसकर ने बताया, ‘पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल के तहत जिन नई परियोजनाओं की घोषणा की गई है, उनको डिवेलपर्स से अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। इन परियोजनाओं में पूंजी लगाने का प्राइवेट सेक्टर वादा कर रहे हैं। वे पहले से अब ज्यादा कॉन्फिडेंट महसूस कर रहे हैं।’
ईटीआईजी द्वारा सेंटर ऑफर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी से संकलित डेटा से पता चलता है कि निवेश में ग्रोथ का मुख्य कारण इलेक्ट्रॉनिक और केमिकल मैन्युफैक्चरिंग, रोड्स और पोर्ट्स सेक्टर है।
अनिल अग्रवाल के वेदांता ग्रुप ने 40,000 करोड़ की एलसीडी पैनल फेब्रिकेशन फसिलटी स्थापित करने के लिए बड़े निवेश का वादा किया है। अडाणी ग्रुप ने छत्तीसगढ़ में दो परियोजनाओं में 25,000 करोड़ रुपये निवेश का वादा किया है।
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