नए RBI गवर्नर ऊर्जित पटेल और MPC ने पहली मौद्रिक समीक्षा में दी खुशखबरी, रीपो रेट में 0.25% की कटौती
नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ने बाजार और विश्लेषकों के अनुमानों को सही ठहराते हुए रीपो रेट में .025% की कटौती की घोषणा की। इसके साथ ही रीपो रेट अब 6.50 प्रतिशत से घटकर 6.25% हो गया है। यानी, रिजर्व बैंक के नए गवर्नर ऊर्जित पटेल और मौद्रिक नीति तय करने के लिए बनी कमिटी (एमपीसी) ने अपनी पहली मौद्रिक समीक्षा में लोन लेने वालों को अच्छी खबर दी है। रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी के सभी छह सदस्यों ने एकमत से नीतिगत ब्याज दरों में कटौती का फैसला लिया है। अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या बैंक अब लोन पर लगाने वाले इंट्रेस्ट रेट में कटौती करेंगे? नई दरों के तहत एलएएफ के तहत रिवर्स रीपो रेट अब 5.75 प्रतिशत जबकि मार्जिनल स्टैंडिंग फसिलटी (एमएसएफ) रेट तथा बैंक रेट 6.75 प्रतिशत होंगे। इस खबर के बाद शेयर बाजार में उत्साह का माहौल देखा गया।
#FLASH RBI cuts repo rate by 0.25 percent to 6.25 percent
— ANI (@ANI_news) October 4, 2016
Reverse repo rate under the LAF stands adjusted to 5.75 %, and the marginal standing facility (MSF) rate and the Bank Rate to 6.75 %: RBI
— ANI (@ANI_news) October 4, 2016
इससे पहले, अधिकतर बैंकर्स का मानना था कि मॉनिटरी पॉलिसी रिव्यू में मंगलवार को इंट्रेस्ट रेट में 0.25 प्रतिशत की कटौती का ऐलान हो सकता है। यह हाल ही में बनी मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी (एमपीसी) का पहला रिव्यू होगा। मॉनिटरी पॉलिसी में क्या हो सकता है, इसका अंदाजा लगाने के लिए इकनॉमिक टाइम्स ने 18 बैंकों और फाइनैंशल इंस्टीट्यूशंस का सर्वे किया था। इनमें से 14 ने कहा था कि मंगलवार को आरबीआई रेट घटा सकता है। वहीं, दूसरों का कहना था कि रेट में बदलाव नहीं होगा। एमपीसी के साथ भारत उन विकसित देशों के क्लब में शामिल हो गया है, जहां इंट्रेस्ट रेट के बारे में फैसला एक कमिटी करती है।
अगस्त में रिटेल इन्फ्लेशन 5.05 प्रतिशथ के साथ 6 महीनों में सबसे कम थी। रिजर्व बैंक इसी डेटा के आधार पर इंट्रेस्ट रेट के बारे में फैसला करता है। हाल ही में देश ने अगले 5 साल के लिए 4 पर्सेंट महंगाई दर का लक्ष्य तय किया है। 2021 तक इसकी मैक्सिमम लिमिट 4 पर्सेंट और मिनिमम लिमिट 2 पर्सेंट तय की गई है। इस कमिटी में आरबीआई गवर्नर ऊर्जित पटेल सहित 6 मेंबर हैं।
इधर, इंट्रेस्ट रेट में कटौती की उम्मीद में सोमवार को बेंचमार्क इंडेक्स 1.5 पर्सेंट चढ़ गए। वहीं, डोएचे बैंक की मुश्किलें कम होने के संकेत से दूसरे एशियाई बाजारों में भी तेजी आई। शॉर्ट टर्म में भारतीय शेयर बाजार को लेकर रिस्क कम होने का संकेत वोलैटिलिटी इंडेक्स (विक्स) से भी मिला, जो 8 पर्सेंट नीचे आ गया। सेंसेक्स सोमवार को 1.35 पर्सेंट यानी 377.33 अंक चढ़कर 28,243.29 पर जबकि निफ्टी 1.47 पर्सेंट यानी 126.95 प्वाइंट्स की तेजी के साथ 8,700 पर रहा। मिड और स्मॉलकैप इंडेक्स में तो और जोरदार तेजी आई।
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