निलंबित इंस्पेक्टर ने की आत्महत्या अधिकारियों पर प्रताड़ित करने का आरोप

पुलिस प्रशासन में मचा हड्कंभ
नासिक।महाराष्ट्र के नासिक में शुक्रवार देर रात एक निलंबित पुलिस इंस्पेक्टर ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक अशोक सादरे जलगांव जिले के सिटी पुलिस स्टेशन में तैनात था और भ्रष्टाचार के एक मामले में निलंबित हुआ था। आत्महत्या से पहले अशोक ने महाराष्ट्र पुलिस के महानिदेशक को एक चिट्टी लिखी और उसे अपने कुछ दोस्तों को व्हाट्स ऐप पर भेज दी। इस चिट्ठी में जलगांव पुलिस के कई बड़े अधिकारियों पर पैसे मांगने और न देने पर गलत आरोप में फंसाने और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।
क्या लिखा है चिट्ठी में?
अशोक सादरे ने अपनी चिट्ठी में पोस्टिंग के लिए पैसे लेने का आरोप लगाते हुए लिखा है, “जिले के पुलिस अधीक्षक जालिंदर सुपेकर और क्राइम ब्रांच के पुलिस निरीक्षक प्रभाकर रायते पोस्टिंग के नाम पर पैसे वसूलने का काम करते हैं। अच्छे थाने में पोस्टिंग के लिए वे अक्सर पैसे, सोने के आभूषण और कीमती वस्तुओं की मांग करते हैं और नहीं देने पर मुझे झूठे आरोप में फंसा कर निलंबित कर देते हैं। मेरे साथ भी इन्होंने ऐसा ही किया। मैं तो इस दुनिया से जा रहा हूं लेकिन इन पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। जय हिन्द! ”
सोशल मीडिया में वायरल हुई चिट्ठी
चिट्ठी में अशोक ने आरोप लगाया है कि उसे पिछले एक साल से परेशान किया जा रहा था। उन्होंने महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक से इस मामले में जांच की बात भी लिखी है। व्हाट्स ऐप पर भेजी गई यह चिट्ठी सोशल मीडिया में भी वायरल हो गई है।
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