नॉर्थ-ईस्ट में इतिहास रचने की तैयारी में BJP, शाह ने नेडा के मंच से फूंका-मिशन 8 CM का बिगुल

नई दिल्ली। लगातार मिल रही सफलता से उत्साहित भाजपा पूर्वोत्तर में कांग्रेस और वामदलों की बची-खुची जमीन भी खींच लेने में जुट गई है। इसके लिए खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कमर कस लिया है। असम, मणिपुर, अरुणाचल, नागालैंड और सिक्किम में इस वक्त भाजपा और नेडा की सरकार है। सिर्फ वाम गढ़ त्रिपुरा और कांग्रेसी किले मेघालय और मिजोरम में ही भगवा ध्वज फहरना बाकी है। यह कसर भी अगले साल तक पूरी करने के लिए भाजपा ने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है। यहां राजधानी के महाराष्ट्र भवन में नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस(नेडा) के दूसरे कॉन्क्लेव में पू्र्वात्तर के पांच मुख्यमंत्री की मौजूदगी में खास रणनीति पर मंथन हुआ।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने इस दौरान न केवल नॉर्थ-ईस्ट के विकास पर चर्चा की, बल्कि बाकी बचे तीन राज्यों की सत्ता पर पूरी तरह काबिज होने की रणनीति बनाई। शाह ने कहा-भाजपा की ओर से नारा होगा 65 साल बनाम तीन साल। संगठन महामंत्री राम लाल, राम माधव की मौजूदगी में हुई इस बैठक में अमित शाह ने बहुत आत्मविश्वास के साथ कहा कि- समय जल्द आएगा, अगली बार जब भाजपा नीत नेडा की जब बैठक होगी, तब पूर्वोत्तर के सभी आठ राज्यों के सीएम मौजूद रहेंगे। शाह का इशारा सौ प्रतिशत पूर्वोत्तर फतह की तरफ रहा।
पूर्वात्तर को देश के विकास का इंजन बनाना चाहती है मोदी सरकार
नेडा की बैठक में अमित शाह ने पूर्वात्तर रीजन के विकास को मोदी सरकार की प्राथमिकता बताया। कहा कि केंद्र सरकार पूर्वोत्तर को देश के विकास के इंजन के तौर पर देखना चाहती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक्ट ईस्ट पॉलिसी का अधिकतम फायदा नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों को मिले इसकी पूरी कोशिश की जा रही है। प्रधानमंत्री ने पूर्वोत्तर के विकास पर बहुत जोर दिया है।
खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्वोत्तर के विकास कार्यों की मानीटरिंग करते हैं। उन्होंने खुद रोस्टर बनाने के साथ निर्देश दिया है कि 15 दिन में कोई न कोई मंत्री नॉर्थ ईस्ट के राज्यों का दौरा जरूर करे। इस दौरान शाह ने अपनी हसरत का भी इजहार करते हुए कहा कि वो समय जल्द ही आएगी जब नॉर्थ ईस्ट के 8 राज्य नेडा में शामिल होंगे। उन्होंने दावा कि मोदी सरकार ने पूर्वोत्तर के लिए तीन बरस में जो काम किए, वह आजादी के 65 साल में नहीं किया गया। पिछले तीन साल में पूर्वोत्तर को वित्त आयोग की ओर से मिले लगभग ढ़ाई सौ गुना बढ़ोत्तरी वाली राशि का हवाला देते हुए शाह ने आशा जताई कि आने वाले समय में पूर्वोत्तर के सभी आठ राज्यों में भाजपा और राजग की सरकार बनेगी
नॉर्थ-ईस्ट के विकास के लिए बनेगा रिसर्च सेंटर
अमित शाह ने कहा कि नेडा सिर्फ राजनीतिक मकसद के लिए बना एक मंच नहीं है, बल्कि यह पूर्वोत्तर को सांस्कृतिक, आर्थिक और सामाजिक रूप से देश के बाकी राज्यों से जोड़ने का काम करेगा। देश के लिए नॉर्थ ईस्ट सामरिक लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण है। क्योंकि यहां का भूभाग देश से कम और विदेश से ज्यादा जुड़ा है, इसलिए इसका सामरिक महत्व समझा जा सकता है। अमित शाह ने इस दौरान गुवाहाटी में पूर्वोत्तर के विकास के लिए नेडा के तहत रिसर्च सेंटर बनाने की घोषणा की।
अमित शाह ने पीएम की नॉर्थ ईस्ट को लेकर गंभीरता का उल्लेख करते हुए बताया कि पीएम ने खुथ रोस्टर बनाया है और उसकी मॉनिटरिंग की जाती है कि हर 15 दिन में केंद्र सरकार का कोई न कोई मंत्री नॉर्थ ईस्ट के राज्य में जरूर जाए।
क्या है भाजपा की कोशिश
भाजपा और नेडा की पहुंच से अभी तीन राज्य जो बचे हैं उसमें मेघालय और मिजोरम में कांग्रेस की सरकार है। जबकि त्रिपुरा में माकपा की मानिक सरकार है। इन तीनों राज्यों में 2018 में चुनाव है। नागालैंड, त्रिपुरा और मेघालय में फरवरी-मार्च 2018 में विधानसभा चुनाव होने हैं। त्रिपुरा और मेघालय में भाजपा को अपने लिए काफी संभावनाएं नजर आ रहीं। वजह कि यहां संगठन को काफी मजबूती मिल चुकी है। त्रिपुरा में भाजपा ने वाम दल की मानिक सरकार के खिलाफ पहले से काफी आक्रामक रुख अख्तियार कर रखा है। इसका लाभ मिलने की संभावना है। नागालैंड में गठबंधन सरकार चल रही तो यहां भी कोई चिंता नहीं है। वहीं मेघालय के लिए भी खास रणनीति बनाने में आलाकमान जुटा है। जबकि वर्ष 2018 के नवंबर तक कांग्रेस शासित मिजोरम में भी चुनाव होना है।
उत्तर पूर्व के आठ राज्यों को मिलाकर 25 लोकसभा सीटें हैं। पिछली बार भाजपा केवल आठ सीट जीत पाई थी। लिहाजा भाजपा की कोशिश है कि लोकसभा चुनाव से पहले खुद और नेडा के दम पर सभी आठों राज्यों की सत्ता पर काबिज हो जाए। ताकि 25 सीटें जीतने का टारगेट पूरा हो सके।
क्या कहते हैं भूपेंद्र यादव
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव बताते हैं कि नेडा में भारतीय जनता पार्टी के साथ पूर्वोत्तर भारत के कुल आठ राजनीतिक दल शामिल हैं। मौजूदा समय असम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर एवं सिक्किम में नेडा के सहयोग से भाजपा एवं नेडा के मुख्यमंत्री हैं। पूर्वोत्तर भारत के तीन राज्य त्रिपुरा, मेघालय और मिजोरम में वर्ष 2018 में चुनाव हैं। इन चुनावों में भी भाजपा के नेतृत्व में नेडा की ही सरकार बनेगी। पूर्वोत्तर के राज्यों को राष्ट्रीय एकात्मता के साथ जोड़ना एवं सरहदी सुरक्षा प्रमुख विषय हैं।
देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट
हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :
हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :
कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:
हमें ईमेल करें : [email protected]