प्रचंड बहुमत से नीतीश कुमार के इस्तीफे तक, ऐसा रहा महागठबंधन की सरकार का सफर..

पटना/नई दिल्ली। बिहार में वर्ष 2015 में प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आए महागठबंधन का सफर करीब दो साल के बाद थम गया है. आरजेडी के अड़ियल रुख से तंग आकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को राज्यपाल से मुलाकात की और अपना इस्तीफा उन्हें सौंप दिया.
नीतीश के इस अप्रत्याशित फैसले से जहां महागठबंधन के सहयोगी दल आरजेडी और कांग्रेस हैरान है, वहीं राज्य में अगले कुछ दिनों के लिए सियासी सरगर्मी तेज हो गई है. हर किसी की निगाह इस बात पर टिकी है कि नीतीश का अगला कदम क्या होगा? एक समय एनडीए का हिस्सा रही जेडीयू राज्य में बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाएगी या फिर राज्य में विधानसभा चुनाव का मार्ग प्रशस्त होगा. आइए डालते हैं, नीतीश के नेतृत्व में राज्य में सत्ता में आए महागठबंधन के सफर पर नजर…
- जुलाई 27, 2014 : जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस के महागठबंधन का ऐलान हुआ.
- जून 2015 : नीतीश कुमार बिहार के सीएम पद के लिए चेहरा घोषित किया गया
- नवंबर, 2015: बिहार में प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आया महागठबंधन, सरकार बनी.
- सितंबर 2015 : आरजेडी के बाहुबली नेता शहाबुद्दीन ने विवादित बयान दिया. कहा-नीतीश परिस्थितियों के कारण मुख्यमंत्री बने.
- सितंबर 2016 : नीतीश ने सेना द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ की गई सर्जिकल स्ट्राइक की तारीफ की
- नवंबर 2016 : नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से उठाए गए नोटबंदी के कदम को नीतीश कुमार ने सराहा.
- जून 2017 : नीतीश ने एनडीए की ओर से घोषित राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद का समर्थन किया.
- जुलाई 2017 : आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव और उनके परिवार के ठिकानों पर सीबीआई का छापा
- जुलाई 2017 : आरजेडी ने अपनी बैठक बुलाकर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग को खारिज किया
- 14 जुलाई 2017 : रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने नीतीश कुमार और लालू यादव से मतभेद खत्म करने का अनुरोध किया. हालांकि लालू ने कहा, उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है. उन्हें कहा कि वे महागठबंधन को टूटने नहीं देंगे.
- 15 जुलाई 2017 : नीतीश की अध्यक्षता में आयोजित वर्ल्ड यूथ स्किल डे कार्यक्रम से तेजस्वी यादव ने किनारा किया. उनकी नामपट्टिका को पहले कपड़े से ढंका गया और फिर हटा दिया गया.
- 16 जुलाई 2017 : तेजस्वी यादव को सफाई देने के लिए कहते हुए जेडीयू नेता अजय आलोक ने कहा कि हमें सत्ता छोड़ने में पांच मिनट नहीं लगेगा लेकिन सिद्धांतों से समझौता नहीं कर सकते.
- 18 जुलाई 2017: कैबिनेट मीटिंग के बाद नीतीश ने तेजस्वी के साथ व्यक्तिगत रूप से बैठक की.
- 26 जुलाई 2017 – तेजस्वी के इस्तीफे से राजद का इनकार. शाम को नीतीश कुमार ने दिया इस्तीफा
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