बराबरी के बाद काबिज होने के लिए उतरेगी टीम इंडिया

राजकोट। सीरीज बराबर करने के बाद आत्मविश्वास से भरी भारतीय टीम अब अपना विजय अभियान जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध लगती है और वह रविवार को राजकोट में होने वाले तीसरे वनडे इंटरनैशनल क्रिकेट मैच में मजबूत साउथ अफ्रीका को फिर से अपने जाल में फंसाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
चोटिल रविचंद्रन अश्विन की अनुपस्थिति में स्पिन विभाग का जिम्मा संभाल रहे हरभजन सिंह और अक्षर पटेल ने बाद में दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों को लक्ष्य तक नहीं पहुंचने दिया। इस जीत से भारतीय टीम का आत्मविश्वास बढ़ा होगा, क्योंकि एक बार टीम 124 रन पर छह विकेट गंवाने से संकट में थे। धोनी की 86 गेंद की पारी से हालांकि भारत 247 रन बनाने में सफल रहा था। धोनी ने न सिर्फ खौफ पैदा करने वाली शैली में बल्लेबाजी की बल्कि अपने गेंदबाजों का भी बहुत अच्छा उपयोग किया। भारतीय स्पिनरों ने घरेलू परिस्थितियों का पूरा फायदा उठाया और लेग स्पिनर अमित मिश्रा की कमी नहीं खलने दी जिन्हें पहले मैच में अच्छी गेंदबाजी के बावजूद दूसरे मैच से बाहर कर दिया गया था।
इंदौर की जीत से भारत ने साउथ अफ्रीका का इस दौरे में लगातार तीन जीत दर्ज करने के अभियान को आगे नहीं बढ़ने दिया। साउथ अफ्रीका ने इससे पहले टी-20 सीरीज में 2-0 से जीत दर्ज की थी। लेकिन धोनी और उनकी टीम जानती है कि साउथ अफ्रीका जैसी मजबूत टीम के सामने वे आत्ममुग्ध नहीं रह सकते हैं और किसी भी तरह की ढिलाई उन्हें भारी पड़ जाएगी।
दोनों टीमों के लिए रविवार का मैच महत्वपूर्ण होगा क्योंकि वे 22 अक्टूबर को चेन्नै में होने वाले चौथे मैच से पहले मनोवैज्ञानिक लाभ लेने की कोशिश करेंगी। धोनी का फॉर्म में लौटना जहां भारत के लिए अच्छी खबर है वहीं टेस्ट कप्तान विराट कोहली और टीम के दो अन्य सदस्यों सुरेश रैना और शिखर धवन की फार्म उसके लिए चिंता का विषय बनी हुई है। कोहली, रैना और धवन अब यहां बल्लेबाजों के लिए स्वर्ग माने जाने वाली पिच पर फार्म में लौटने की कोशिश करेंगे।
राजकोट में जो पिछले दो इंटरनैशनल मैच हुए थे उनमें बड़े स्कोर बने थे। जहां तक साउथ अफ्रीका का सवाल है तो वह फिर से जीत की लय हासिल करने के लिए बेताब होगा। वह दूसरे मैच में अपेक्षाकृत आसान लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाया था। उसके लिए सबसे बड़ा सवाल यह है कि स्पिन का अच्छी तरह से सामना कैसे किया जाए। कप्तान एबी डिविलियर्स और फाफ डु प्लेसिस शीर्ष क्रम में अच्छा योगदान दे रहे हैं लेकिन यही बात उसकी बल्लेबाजी लाइनअप के दो महत्वपूर्ण सदस्यों हाशिम अमला और डेविड मिलर के लिए नहीं कही जा सकती है।
साउथ अफ्रीका के लिए अमला का लय में आना महत्वपूर्ण है। यह स्टार बल्लेबाज स्पिन गेंदबाजी को अच्छी तरह से खेल सकता है और वह एक छोर पर टिककर पारी संवारने में अपनी अहम भूमिका निभा सकते हैं। जहां तक गेंदबाजों का सवाल है तो डेल स्टेन के अगुवाई वाले तेज गेंदबाजी आक्रमण के लिए भारत की पिचों से अनुकूल परिणाम हासिल करना आसान नहीं है। स्टेन, मोर्ने मोर्कल और युवा कैगिसो रबादा हालांकि अपनी अतिरिक्त तेजी और उछाल से बल्लेबाजों को परेशानी में डालते रहे हैं। यदि उनके तेज गेंदबाज खंडेरी स्टेडियम में नहीं चलते हैं तो फिर इमरान ताहिर और जीन पाल डुमिनी जैसे स्पिन गेंदबाजों की जिम्मेदारी बढ़ जाएगी। उनके लिए हालांकि रोहित शर्मा और धोनी जैसे बल्लेबाजों को रोकना आसान नहीं होगा क्योंकि पिच बल्लेबाजों के अनुकूल लगती है।
सौराष्ट्र क्रिकेट संघ के पिच क्यूरेटर रसिक मकवाना ने कहा कि इस पिच में ढेरों रन बन सकते हैं और इस बार ओस बड़ा कारण नहीं बनेगी। आयोजकों की सबसे बड़ी चिंता हालांकि पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के नेता हार्दिक पटेल की धमकी है जिन्होंने मैच के दौरान व्यवधान डालने और उससे पहले टीमों के रास्ते रोकने की धमकी दी है। इसलिए मैच के लिये स्टेडियम ही नहीं बल्कि शहर में भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
टीमें इस प्रकार हैं-
भारत – महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), रोहित शर्मा, शिखर धवन, अजिंक्य रहाणे, विराट कोहली, सुरेश रैना, अंबाती रायुडु, स्टुअर्ट बिन्नी, अक्षर पटेल, भुवनेश्वर कुमार, हरभजन सिंह, मोहित शर्मा, उमेश यादव, गुरकीरत सिंह, अमित मिश्रा और रविचंद्रन अश्विन।
साउथ अफ्रीका – एबी डिविलियर्स (कप्तान), हाशिम अमला, क्विंटन डिकाक, फाफ डु प्लेसिस, जेपी डुमिनी, डेविड मिलर, फरहान बेहारडीन, क्रिस मौरिस, खाया जोंडो, आरोन फैंगिसो, इमरान ताहिर, डेल स्टेन, मोर्ने मोर्कल, काइल एबट, कैगिसो रबादा।
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