बीजेपी के शासन में पुलिस पर हमले बढ़े: विपक्ष

mumbai-policeमुंबई। पुलिस पर आए दिन हो रहे हमले पर विपक्ष ने सरकार की सरकार की आलोचना की है। पुलिस कर्मियों की पत्नियों के साथ मुख्यमंत्री निवास पर हुई मुलाकात पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विखेपाटील ने कहा कि बीजेपी के लोग ही पुलिस की पिटाई करते हैं उन्हीं की पार्टी के नेता घड़ियालू आंसू बहा रहे हैं। पुलिस वालों को परेशान करने वाले और उनके साथ मारपीट करने वाले शिवसेना-बीजेपी के कार्यकर्ता, पार्टी पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। उल्टे सत्ताधारी दल के लोग दिखावा कर रहे हैं कि वे पुलिस वालों के साथ हैं।

पुलिस हवलदार विलास शिंदे की शहादत के साथ अचानक ही पुलिस वालों पर सत्ताधारी दल में सहानुभूति की लहर दौड़ पड़ी है। बुधवार को पुलिस कर्मियों की पत्नियों का एक प्रतिनिधि मंडल लेकर शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचे। इस मुलाकात की चुटकी लेते हुए विरोधी पक्ष नेता विखेपाटील ने कहा कि ठाणे शहर में शिवसेना के एक पदाधिकारी ने महिला हवलदार को थप्पड़ मारा था। उस पदाधिकारी पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने आगे कहा कि जब से राज्य में बीजेपी-शिवसेना की सरकार बनी है तब से पुलिस वालों पर लगातार हमले हो रहे हैं। आंकड़े रखते हुए उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों पर हमले की सन 2014 में 202 घटनाएं हुई, जबकि 2015 में 284 घटनाएं हुई। इस साल महज पांच महीने में ही 135 हमले हो चुके हैं। हमला करने वालों पर सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है इसलिए पुलिस पर हमला करने वालों के हौसले बुलंद है।

पीएसआई ने आत्महत्या का मैसेज भेजा
विरोधी पक्ष नेता विखेपाटील ने प्रेस कांफ्रेंस में जालना जिले के बदनापुर पुलिस स्टेशन का एक वाकया सामने रखा। उन्होंने बताया कि पुलिस सब इंस्पेक्टर विद्यानंद काले ने जिला पुलिस अधीक्षक को एसएमएस भेजा है कि स्थानीय बीजेपी के विधायक नारायण कुचे उन्हें इतना प्रताड़ित कर रहा है कि वे आत्महत्या करने के बारे में सोच रहे हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में जबसे बीजेपी-शिवसेना की सरकार बनी है तब से बदनापुर पुलिस स्टेशन के 7 प्रभारी अधिकारी बदले जा चुके हैं। विखेपाटील ने आगे कहा कि ये वहीं काले हैं जो बीड बैंक घोटाले की जांच कर रहे थे। एक कर्तव्य निष्ठ अधिकारी को सत्ताधारी विधायक परेशान कर रहा है। इसी तरह से कल्याण में गणेश विसर्जन के दौरान जरीमाता मंडल के कार्यकर्ताओं ने एक पुलिस अधिकारी को पानी में डूबाने का प्रयास किया। फडणवीस सरकार में पुलिस वालों पर हमले की घटनाएं तेजी से बढ़ गई हैं।

एनसीआरबी की रिपोर्ट पर श्वेतपत्र
हाल ही में आई राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी)- 2015 की ताजा रिपोर्ट का हवाला देते हुए विखेपाटील ने कहा कि महाराष्ट्र के सभी शहरों में अपराध बढ़े हैं। राज्य का गृह विभाग अपराधियों पर नकेल लगाने में पूरी तरह से नाकाम है। गृह मंत्रालय में ओवर टाइम करने वाले मुख्यमंत्री का कार्यकाल ‘मेक इन महाराष्ट्र’ की बजाय ‘क्राइम इन महाराष्ट्र’ हो गया है। विरोधी पक्ष नेता ने एनसीआरबी की रिपोर्ट और राज्य में बढ़ रही आपराधिक घटनाओं पर श्वेत पत्रिका जारी करने की मांग की।

 

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