ब्रिटेन के एंडी मरे ने जीता विंबलडन खिताब, कनाडा के मीलोश रॉनिक को दी शिकस्त

11वीं बार फाइनल मुकाबला खेल रहे एंडी मरे के लिए यह पहला मौका था, जब वह नोवाक जोकोविच और रोजर फेडरर के अलावा किसी दूसरे खिलाड़ी के सामने थे। एंडी मरे ने अपेक्षाकृत कमजोर चुनौती का सामना करते हुए जोरदार जीत हासिल की। इस जीत के साथ ही मरे ने किसी कनाडाई खिलाड़ी द्वारा पहली बार ग्रैंडस्लैम खिताब पर कब्जा जमाने की उम्मीदों पर भी पानी फेर दिया।
मुकाबला जीतने के बाद खुशी से फूले नहीं समा रहे मरे ने अपना सिर तौलिये में छिपा लिया और आंसू पोछने लगे। जीता के बाद उन्होंने कहा, ‘हर साल यह टूर्नमेंट मेरे लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है। मेरे लिए कई बड़े अवसर रहे हैं और कई बार कठिन हार झेलनी पड़ी है। मैंने आज कई अच्छे शॉट खेले।’ इस जीत को खास बताते हुए मरे ने कहा, ‘कई मुश्किल हारों के बाद यह जीत मेरे लिए एक्स्ट्रा स्पेशल जैसी है। दूसरी बार इस ट्रॉफी के हाथ में आने पर मुझे गर्व है।’
दो घंटे 48 मिनट तक चले मुकाबले में मरे को सिर्फ दो ब्रेक पॉइंट का सामना करना पड़ा। रॉनिक ने अपनी हार को लेकर कहा, ‘मेरे लिए यह मुश्किल चुनौती थी। एंडी ने बेहतरीन खेल दिखाया, वह इस जीत के लिए हकदार थे। बधाई।’ भविष्य में विंबलडन जीतने की उम्मीदों के साथ लौटने की बात करते हुए रॉनिक ने कहा, ‘इस हार का मुझे कष्ट रहने वाला है। मैं यह तय करके यहां से जा रहा हूं कि अगली बार यहां आने के लिए मैं अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाने की कोशिश करूंगा।’
इस जीत से ऑस्ट्रेलियन और फ्रेंच ओपन में नोवाक जोकोविच के हाथों फाइनल मुकाबला गंवाने का एंडी मरे का गम भी कुछ कम होगा। रॉनिक के लिए यह मुकाबला बेहद उम्मीदों भरा था। इस मुकाबले में जीत के साथ वह विंबलडन जीतने वाले कनाडा के पहले खिलाड़ी बन जाते।
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